IPL 2022 (IPL 2022) की तैयारी जोरों-शोरों से हो रही है. लेकिन, इस बीच भारत में कोरोना महामारी एक बार फिर से तेजी से पैर पसारने में लगी है. लगातार बढ़ते केस ने फैंस को भी निराश कर दिया है. साथ ही बीसीसीआई की परेशानी को भी बढ़ा दिया है. क्योंकि अगर हालात इसी तरह रहे तो ये सीजन भी भारत में नहीं संपन्न हो सकेगा. फिलहाल बोर्ड की मंशा 15वें सीजन को भारत में ही कराने की योजना है. लेकिन, परिस्थितियों को देखते हुए अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
इस खास रिपोर्ट में हम आपको उन्हीं सीजन के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जब अलग-अलग कारणों के चलते आईपीएल (IPL) टूर्नामेंट का आयोजन भारत में न कराकर दूसरे देशों में आयोजित कराया गया. डालते हैं इस खबरे के जरिए उन सीजन पर एक नजर....
2009 में पहली बार स्वदेश से विदेशी पहुंची थी भारतीय लीग
इस लिस्ट में हम सबसे पहले बात करेंगे साल 2009 में इस टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण की जब पहली बार ये लीग भारत से निकलकर विदेशी जमीन पर पहुंची थी. यानी आगाज से ठीक एक साल बाद इसका दूसरा सीजन दक्षिण अफ्रीका में खेला गया. इसके पीछे की वजह कोरोना महामारी जैसा कोई खतरनाक वायरस नहीं था बल्कि उस दौरान देश में लोकसभा के चुनाव हो रहे थे.
ऐसे में सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए आईपीएल (IPL) के दूसरे सीजन को साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर आयोजित कराया गया था. 2009 में संपन्न हुई इस टूर्नामेंट के दूसरे सीजन का खिताब डेक्कन चार्जस टीम ने हासिल किया था. दूसरा सीजन दक्षिण अफ्रीका में बिना किसी रूकावट के सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था. ऐसा पहली बार देखने को मिला था जब विदेशी सरजमीं पर भारतीय टूर्नामेंट का आयोजन हुआ.
5 सालों के लंबे अंतराल के बाद फिर विदेशी सरजमीं पर संपन्न हुई थी ये लीग
2009 के बाद काफी लंबे सालों तक ऐसी नौबत नहीं आई कि इस बड़े भारतीय टूर्नामेंट को विदेशी सरजमीं पर ले जाना पड़े. लेकिन, लंबे सालों बाद एक बार फिर वही नजारा देखने को मिला जब विदेशी धरती पर बोर्ड इस लीग को ले जाने के लिए फिर मजबूर हुआ. पूरे 5 साल बाद फिर चुनाव ही इसकी वजह बना.
साल 2014 में एक बार फिर चुनाव हुआ. दरअसल 2014 में आमचुनाव कराया गया. ऐसे में सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही न हो इसके कारण इस सीजन का दूसरा चरण यूएई में संपन्न हुआ. यहां आईपीएल (IPL) के सिर्फ कुछ ही मुकाबले खेले गए थे. जबकि शुरुआती मैच की मेजबानी भारत ने की थी. 2014 में कोलकाता नाइटराइडर्स ने दूसरी बार इस टूर्नामेंट का टाइटल अपने नाम किया था.
2020 में यूएई में इस वजह से आयोजित कराई गई लीग
साल 2020 में खेले गया आईपीएल (IPL) का 13वां सीजन फिर से भारत के बजाय यूएई में आयोजित कराया गया. यानी पूरे 5 साल बाद एक बार फिर बोर्ड को इसे विदेशी सरजमीं पर कराने के लिए मजबूर होना पड़ा. लेकिन, 2020 में वजह चुनाव नहीं बल्कि कोरोना जैसी भयावह महामारी थी. जो उस समय अपने पीक पर थी.
कोरोना महामारी के चलते खिलाड़ियों के स्वास्थ्य पर इसका किसी भी तरह का प्रभाव न पड़े इसके लिए बोर्ड ने यूएई में ही इसे आयोजित करने का फैसला किया था और पूरा सीजन यहीं संपन्न कराया गया था.
2021 का दूसरा चरण पहुंचा था यूएई
13वें सीजन के बाद 14वां सीजन भी यूएई में ही संपन्न कराना पड़ा. इसके भी पीछे का कारण कोरोना महामारी थी. हालांकि 14वें सीजन की शुरूआत भारत में ही शानदार अंदाज में हुई थी. लेकिन, 29 मैच संपन्न होने के बाद बायो बबल में भी कोरोना की एंट्री हुई और चेन्नई-कोलकाता जैसी फ्रेंचाइजियों के खिलाड़ी इस महामारी की चपेट में आ गए थे.
ऐसे में बाकी खिलाड़ियों की सुरक्षा पर किसी भी तरह का खतरा न मंडराए इसे अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. इसके बाद आईपीएल 2021 (IPL 2021) का दूसरा चरण सितबंर-अक्टूबर में यूएई में संपन्न कराया गया था.