आईपीएल (IPL) के नए सत्र की शुरुआत जीत से करने वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 13 सीजन में 3 बार फाइनल मैच खेला है. लेकिन, आज तक वो ख़िताब नहीं जीत सके हैं. बैंगलोर ने 2009, 2011 और 2016 में आईपीएल का फाइनल खेला है. कप्तान कोहली की अगुआई में टीम इस वक्त पूरे जोश में नजर आ रही है. वैसे बैंगलोर की टीम में कई क्रिस गेल, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, केविन पीटरसन, डेल स्टेन जैसे दिग्गज खिलाड़ी रह चुके हैं. बावजूद इसके टीम कभी ख़िताब अपने नाम नहीं कर सकी है.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की आईपीएल (IPL) में यह है गलती
पूरे सीजन में अच्छा प्रदर्शन करने वाली बैंगलोर की टीम अंत समय में चोकर्स बन जाती है. पूरे सीजन में उनके खिलाड़ी पूरे फॉर्म में रहते हैं और फाइनल में जैसे उनको जंग लग जाती है. टीम यही गलती करती है कि अगर उसका कोई खिलाड़ी एक सीजन में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका तो उसे रिलीज कर दिया जाता है. आज हम ऐसे ही तीन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्हें बैंगलोर ने छोड़ दिया और अन्य टीमों के लिए उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया.
1. केएल राहुल (KL Rahul)
पंजाब किंग्स के कप्तान केएल राहुल ने आईपीएल (IPL) के इस सीजन पहले मैच में 91 रन बनाकर साबित कर दिया कि वो कितने उम्दा खिलाड़ी हैं. 2018 में पंजाब में आने से पहले राहुल बैंगलोर का हिस्सा थे. 2017 में आरसीबी ने उन्हें खेलने का मौका ही नहीं दिया. इसके बाद 2018 की नीलामी में उन्हें रिलीज कर दिया. जिसके बाद से उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीद लिया. पिछले तीन साल से वो जबर्दस्त फॉर्म में हैं. 2018 में 659 रन, 2019 में 593 रन और 2020 में उनके बल्ले से 670 रन निकले हैं. अगर वो बैंगलोर की टीम में आज भी होते तो आज शायद आरसीबी विजेता बन चुकी होती.
2. मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal)
2013 तक आरसीबी का हिस्सा रहे मयंक अग्रवाल को बैंगलोर ने 2014 में रिलीज कर दिया था. इसके बाद वो पहले दिल्ली फिर पुणे और अंत में आज पंजाब किंग्स का हिस्सा हैं. पंजाब के लिए वो सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाते हैं. 2019 में उनके बल्ले से 332 तो 2020 में उन्होंने 424 रन बनाए थे. मयंक के नाम 89 आईपीएल (IPL) मैचों में 1704 रन हैं. यही नहीं उन्होंने टीम के लिए एक शतक भी जड़ा है. उनके होने से टीम को सलामी बल्लेबाज का एक और विकल्प मिल जाता.
3. हर्षल पटेल (Harshal Patel)
2012 से आईपीएल (IPL) का हिस्सा हर्षल पटेल लगातार 6 साल आरसीबी की टीम का हिस्सा रहे हैं. इसके बाद उन्हें रिलीज कर दिया गया. फिर वो पहले दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा रहे. खैर अब वो फिर से आरसीबी का हिस्सा बन चुके हैं. लेकिन अगर वो पहले भी इस टीम का हिस्सा होते तो शायद हालात कुछ अलग होते. अभी तक 50 मैच खेल चुके हर्षल 51 विकेट लेने के साथ ही 132 रन भी बना चुके हैं. धीरे-धीरे वो एक अच्छे आलराउंडर बन चुके हैं. उनके होने से टीम को संतुलन मिल जाता है.