साल 2008 में IPL के आगमन से भारतीय घरेलू क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों की किस्मत ने बड़ी करवट ली है। गुमनामी के अंधेरे में जी रहे सैंकड़ों खिलाड़ियों की जिंदगी में रौशनी भरने का काम इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ने कर दिखाया है। इस लीग में भारतीय अन कैप्ड खिलाड़ियों को विदेशी प्लेयरों के साथ खेलने के मौके के साथ ही बेशुमार पैसा और शोहरत नवाजी जाती है।
इसी बीच आज हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने क्रिकेट खेलने की शुरुआत 200 रुपये से की थी, वहीं आज IPL की बदोलत ये खिलाड़ी आज करोड़ों का मालिक है।
IPL से इस खिलाड़ी ने छूए सफलता के आयाम
दरअसल, हम बात कर रहे हैं नवदीप सैनी (Navdeep Saini) की, ऊंचे कद के राइट आर्म फास्ट बॉलर के रूप में नवदीप बेहद घातक गेंदबाज साबित होते हैं। IPL 2022 मैगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स फ्रैंचाइजी ने 29 वर्षीय नवदीप को 2.6 करोड़ रुपये की बड़ी कीमत में अपनी टीम का हिस्सा बनाया है। लगातार 140 -145 किलोमीटर की रफ्तार से गेंदबाजी करना नवदीप की खासियत है।
नवदीप के संघर्ष की कहानी बेहद प्रेरणा दायक है, भारतीय घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलने वाला ये खिलाड़ी हरियाणा के करनाल से आता है। एक वक्त ऐसा भी था जब नवदीप को एक घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए मात्र 200 रुपये प्रति मैच मिला करते थे। मजेदार बात ये है कि ये टूर्नामेंट लेदर की जगह टेनिस बॉल से खेला जाता था।
गौतम गंभीर ने बढ़ाया था मदद का हाथ
नवदीप सैनी की क्रिकेट जगत में उपलब्धि का श्रेय टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को दिया जाता है। करनाल प्रीमियर लीग के दौरान दिल्ली के पूर्व गेदबाज सुनील नरवाल ने नवदीप सैनी क गेंदबाजी करते हुए देखा और उन्होंने नवदीप के बारे में गौतम को बताया था। इसके बाद गंभीर ने सैनी को नेट प्रैक्टिस के लिए बुलाया। जहां इस युवा गेंदबाज ने गौतम को अपनी रफ्तार और गेंदबाजी के तरीके से प्रभावित कर दिया। इसके बाद गौतम ने उन्हें रोज प्रैक्टिस के लिए आने को कहा।
नवदीप सैनी टीम इंडिया के लिए भी खेल चुके हैं। उन्होंने भारत के लिए 2 टेस्ट, 8 वनडे और 11 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ साल 2018 में अपने पहले टेस्ट के बाद नवदीप सैनी ने गौतम का जिक्र करते हुए कहा था की
"मैं जब भी गंभीर के बारे में बात करता हूं तो खुद को भावुक पाता हूं. जब मैंने दिल्ली के लिए कुछ मैच खेले तो उन्होंने ही कहा था कि अगर मैं ऐसे ही अच्छा प्रदर्शन और मेहनत करता रहा तो जल्द ही टीम इंडिया के लिए खेलूंगा. उन्होंने मुझे पहचाना, जिसका अंदाजा मुझे भी नहीं था. जब मैं उनकी बातों को सोचता हूं तो खुश होता हूं"