IPL 2023: आईपीएल एक ऐसा मंच है जो उभरते हुए सितारों के सपनों पंख दे उन्हें उड़ने का हौंसल देता है। हर साल टूर्नामेंट में एक ऐसा नाम सामने आता है जिसको ना तो किसी ने सुना होता है और ना ही कोई जानता है।
वहीं, 23 दिसंबर को कोच्चि में हुई नीलामी में भी एक ऐसे ही खिलाड़ी का नाम सामने आया है जिसके बारे में आपने शायद ही कभी सुना हो। इसी बीच हैरान कर देने वाली बात ये है कि इस खिलाड़ी पर बोली सफल टीम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने लगाई है। तो चलिए जानते हैं इस खिलाड़ी के बारे में.....
IPL 2023: CSK ने इस युवा खिलाड़ी के सपनों को दिए पंख
बीते शुक्रवार यानी 23 दिसंबर को कोच्चि में हुई नीलामी में 10 फ्रेंचाइजियों ने कई खिलाड़ियों पर दांव खेला है। कोई खिलाड़ी करोड़ों का बिका तो कुछ बेस प्राइस देकर ही टीम में शामिल किया। इसी बीच एक खिलाड़ी जिसको बेस प्राइस में खरीदा गया, वो है शेख रशीद (Shaik Rasheed)। उन्होंने खरीदने वाली टीम थी चेन्नई सुपर किंग्स। सीएसके (CSK) ने शेख को उनके बेस प्राइस 20 लाख रुपये देकर अपने खेमे का हिस्सा बनाया। अब आपके दिल में सवाल आ रहा होगा कि आखिर ये शेख रशीद है कौन! तो आपको बता दें कि 18 वर्षीय शेख घरेलू स्तर पर बल्लेबाजी करने वाले एक बल्लेबाज हैं।
U-19 WC 2022 टीम का था ये खिलाड़ी हिस्सा
गुंटूर से तालुक रखने वाला आंध्र प्रदेश का ये खिलाड़ी इसी साल यानी 2022 में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप का हिस्सा था। उन्होंने टूर्नामेंट में बेहद ही कमाल का प्रदर्शन दिखाया था। शेख भारतीय टीम को इस टूर्नामेंट का खिताब जिताने वाले खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने फाइनल मैच में शतक जड़ टीम की जीत की नींव रखी। हालांकि उनके क्रिकेटर बनने की राह बिल्कुल भी आसान नहीं थी। शेख आज जो भी हैं अपने पिता के संघर्षों और त्यागो की वजह से है।
पिता के संघर्ष के बूते मिली IPL 2023 में जगह
शेख के अंदर टैलेंट का भरमार है इसमे कोई भी दो राय नहीं है। लेकिन उनकी बल्लेबाजी में निखार और धार लाने वाले उनके पिता शेख बालिशवली हैं। उन्होंने अपने पिता को बल्लेबाज बनाने के लिए काफी परिश्रम किया है। दरअसल, खबर है कि शेख राशिद के पिता उन्हें रोजाना ट्रेनिंग के लिए ले जाते थे। जिसके चलते उन्हें नौकरी में जाने के लिए देरी हो जाती थी। इस वजह से वह अपनी नौकरी से हाथ धो बैठे। उनके पिता उनको अभ्यास करवाने के लिए घर से 50 किलोमीटर दूर लेकर जाते थे।
सिंथेटिक गेंद से करते थे क्रिकेट का अभ्यास
शेख परिवार के मनोबल में भले ही कोई कमी न हो, लेकिन वह आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था। रशीद के घरवाले जैसे-तैसे दो वक्त की रोटी का गुजारा किया करते थे। इसलिए उनकी एक अच्छी लेदर गेंद खरीदने की गुंजाइश भी नहीं थी। ऐसी स्थिति के बाद भी उनका विश्वास नहीं डगमगाया और वह अपनी क्रिकेटर बनने के सपने पर डटे रहे। उन्होंने अभ्यास के लिए सिंथेटिक गेंद का सहारा लिया।
बेटे को इतना कठोर परिश्रम करता देख उनके पिता ने भी उनका साथ दिया और उनके खेल में निखार लाने के लिए जमीन आसमान एक कर डाला। इसके बाद शेख रशीद ने अंडर-19 में दुनिया के सामने अपना लोहा मनवाया। हालांकि U-19 के दौरान वह कोरोना की चपेट में भी आ गए थे। लेकिन उन्होंने कोरोना जैसी बीमारी को मात दी और जल्दी ठीक होकर 4 मैचों में 50 से ज्यादा की औसत से 201 रन बनाए। उनके इस प्रदर्शन के बाद ही सीएसके ने मिनी ऑक्शन में उनपर 20 लाख का दांव खेला।