IPL 2022: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने इस बार मेगा ऑक्शन में काफी मजबूत टीम चुनी है. जैसा की वो हर साल चुनते हैं. कागज पर आरसीबी की टीम सबसे अच्छी और सबसे मजबूत नजर आती है. वहीं इस साल की बात करें, तो आरसीबी (RCB) ने 22 खिलाड़ियों का अपना स्क्वॉड तैयार किया. जिसमें विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल जैसे दिग्गजों वाली इस टीम ने इस नीलामी में हर्षल पटेल (Harshal Patel) और वानिन्दु हसारंगा को शामिल कर लिया है.
टीम के भविष्य पर एक सवाल हमेशा मंडराता रहता है कि क्या रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) फाइनल तक पहुंच पाएगी. IPL जीतने के बात हम इसलिए नहीं कर रहें क्योंकि इस टीम ने अभी तक आईपीएल का एक भी खिताब अपने नाम नहीं किया है.
क्या इस बार ये टीम इस रिकॉर्ड को तोड़ पाएगी? हम आपको इस आर्टिकल में आरसीबी की तीन बड़ी कमियाें बारे में बताएंगे. जो इस बार भी टीम को ट्रॉफी जीतने से दूर रख सकती हैं.
कोई बड़ा स्पिनर नहीं है शामिल
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की टीम में स्पिन गेंदबादी बात करे तो, टीम के पास कोई स्पिनर गेंदबाज मौजूद नहीं है. जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ सकता है. आईपीएल का 15वां सीजन भारत में ही खेला जाएगा. कोरोना महामारी के दौरान खबर थी कि आईपीएल भारत से बहार हो सकता हैं पर ऐसा नहीं है. जब आईपीएल का 15वां सीजन भारत में ही खेला जाएगा तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को मेगा ऑक्शन में एक भारतीय स्पिनर गेंदबाज टीम के साथ जोड़ना चाहिए था. जो यहां कि कंडिशन का फायदा उठा सकता.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पास स्पिनर गेंदबाज के रूप में कर्ण शर्मा के बेस प्राइज पर उन्हें टीम के साथ जोड़ा हैं. यह खिलीड़ी आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेल चुका है. आईपीएल में उन्होंने 68 मैचों में 59 विकेट हासिल किए हैं. कर्ण शर्मा कोई गहरी छाप छोड़ नहीं पाए हैं. ऐसे में आसीबी के लिए स्पिनर गेंदबाज का टीम में ना होना खल सकता है. क्योंकि भारत स्पिनर गेंदबाज अहम भूमिका निभाते हैं.
प्लेइंग 11 में करते हैं अधिक बदलाव
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पुराने मैचो का इतिहास उठा के देखा जाए तो ये टीम अधिका बदलाव करते हैं. जिसके कारण खिलाड़ी का मनोबल टूट जाता है. प्लेइंग 11 में अधिक बदलाव करना इस टीम की कमजोर कड़ी रही है. जिसकी वजह से टीम को शुरूआती मैचों में ही हार का समाना करना पड़ा है. अगर इस बार टीम ये गलतियां नहीं दोहराई तो जीतने की संभावना अधिक होगी. क्योंकि इस बार टीम के पास धाकड़ बल्लेबाज भी मौजूद हैं. एक दो मैच खिलाकर उन्हें बाहर नहीं निकाया गया तो वो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं.
इसा साल पारी शुरूआत करने के लिए नया कॉम्बिनेशन देखा जा सकता है. क्योंकि इस साल अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसी (Faf du Plesis) के आने से न सिर्फ बल्लेबाजी मजबूत होगी बल्कि उनके नेतृत्व कौशल से भी टीम को फायदा मिलेगा. फाफ डु प्लेसी के साथ विराट कोहली को बल्लेबाजी करते हुए देखा जा सकता है.
अगर टीम ऐसा करती है तो ये एक नया प्रयास होगा. क्योंकि अगर विराट कोहली अपने स्थान पर खेलते हैं फाफ डु प्लेसिस के साख ओपनिंग कौन करेगा. ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है. इस टीम के ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक दो अनुभवी खिलाड़ी बचते हैं.
डेथ बॉलिंग में कौन देगा हर्षल पटेल का साथ
किसी टीम को जीतने के लिए डेथ ओवरों में कुशल गेंदबाज की आवश्यकता जरूर पड़ती है. क्योंकि इस फॉर्मेट में गेंदबाजों को खूब मार पड़ती है. बल्लेबाज से बचने के लिए गेंदबाज में यॉर्कर, स्लो वन डिलिवरी, तरह-तरह की बॉल डालने की कला होनी चाहिए. तभी गेंदबाज आईपीएल मैच जिखा सकता है. लेकिन इस बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पास ऐसा कोई गेंदबाज नजर नहीं आता जो डेथ बॉलिंग का जिम्मा उठा लें.
हर्षल पटेल आखिरी के ओवरों में कम रन देते हैं. अगर इस गेंदबाज को हटा दें, तो जोश हेजलवुड, मोहम्मद सिराज बचते हैं. ये दोनों खिलाड़ी वैसे भी डेथ ओवरों में इतने किफायती साबित नहीं होते हैं. वहीं इस टीम के पास कोई ढंग का स्पिन गेंदबाज है. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को मेगा ऑक्शन में एक भारतीय स्पिनर गेंदबाज टीम के साथ जोड़ना चाहिए था.
पर वो ऐसा करने में कामयाब नहीं हो पाई. अगर टीम के मौजूदा गेंदबाजों ने डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी नहीं की, तो इस साल भी टूर्नामेंट से खाली हाथ बाहर होना पड़ सकता है.