IPL 2022 अपने चौथे हफ्ते में प्रवेश कर चुका है और लीग लगभग आधे चरण में पहुँच चुकी है। ऐसे में लगातार खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड की समस्या बढ़ गई है। दिल्ली कैपिटल्स के खेमे में कोरोना मामले सामने आने के बाद टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर चिंता का समय आ गया है।
क्योंकि पिछले साल भी आधे लीग होने के बाद इसी प्रकार कोरोना केस सामने आए थे। जिसके बाद आईपीएल को स्थगित करने के बाद सितंबर-अक्टूबर के महीने में आयोजन किया था। ऐसे में सवाल है कि IPL 2022 में ऐसी स्थिति में बीसीसीआई का क्या फैसला होने वाला है।
15 अप्रैल को सामने आया था IPL 2022 में कोरोना केस
दिल्ली कैपिटल्स के फिजियो पैट्रिक फरहार्ट के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद 17 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के सहयोगी स्टाफ के दो सदस्यों में कोरोना की पुष्टि की गई थी। इससे पहले दिन में, कैपिटल्स ने पुणे की अपनी यात्रा रद्द कर दी थी जहां उन्हें अपने अगले दो मैच खेलने थे।
पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ के टेस्ट होने के बाद होटल स्टाफ के 2 सदस्य और टीम के सोशल मीडिया के मेम्बर पॉजिटिव पाए गए थे। इसमें से ऑल राउंडर मिचेल मार्श को गंभीर हालत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं आज यानी 20 अप्रैल को दिल्ली के ही टिम साइफ़र्ट के पॉजिटिव होने की खबर सामने आई है।
IPL 2022 के कोरोना को लेकर नियम
आईपीएल 2022 के नियम के अनुसार हर पॉजिटिव खिलाड़ी को टीम के बायो बबल से बाहर रहना पड़ता है। कम से कम सात दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा। बबल में फिर से प्रवेश करने के लिए 24 घंटे के भीतर उनके दो आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने चाहिए। इसके अलावा अगर किसी टीम के 1 से ज्यादा खिलाड़ी पॉजिटिव पाए जाते हैं तो इसके बावजूद 12 खिलाड़ी मौजूद होने पर मैच खेला जा सकता है।
लेकिन इसके लिए नियम अनुसार 7 भारतीय खिलाड़ी होने चाहिए। क्योंकि 1 प्लेइंग एलेवन में 4 से ज्यादा विदेशी खिलाड़ी नहीं खिलाए जा सकते है। इसके बावजूद अगर विपरीत स्थिति सामने आती है तो बीसीसीआई को कड़ा एक्शन लेना होगा।