IPL 2022 का महासंग्राम खत्म होने से महज दो कदम दूर है. 27 मई को इस टूर्मामेंट का क्वालीफायर-2 आरसीबी और राजस्थान के बीच खेला जाएगा. इस मुकाबले को जीतने वाली टीम का सामना फाइनल में 29 मई को गुजरात से होगा. उससे पहले ARS जांच एजेंसी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है.
IPL 2022 का पहला एलिमिनेटर मुकाबला आरसीबी और गुजरात के बीच खेला गया. इस मुकाबले में उपद्रवी विरोधी दस्ते यानी ARS जांच एजेंसी ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स से सट्टेबाजी के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
ARS ने किया क्रिकेट रैकेट का भांडाफोड़
IPL 2022 अपने अंतिम दौर में चल रहा है. 29 मई को इस सीजन का खिताबी मुकाबला खेला जाना है. उससे पहले सट्टेबाजी का बाजार गर्म हो गया है. उसे रोकने के लिए भारतीय जांच एजेंसियां काफी एक्टिव नजर आ रही हैं. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने गुरुवार को कहा कि ईडन गार्डन्स से संचालित एक क्रिकेट रैकेट के सिलसिले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और लखनऊ सुपरजायंट्स के बीच IPL 2022 का एलिमिनेटर मैच खेला जा रहा था.
कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग (DD) के तहत उपद्रवी विरोधी दस्ते (ARS ) जांच एजेंसी ने बुधवार शाम को सट्टेबाजी के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पांचों आरोपियों की पहचान सुनील कुमार, अजय कुमार, अमर कुमार, ओबाडा खलील और अनिकेत कुमार के रूप में हुई है जो कि बिहार के रहने वाले हैं.
मोबाइल फोन पर सर्फिंग में व्यस्त थे सटोरी
ARS जांच एजेंसी के कर्मी मैदान पर पैनी नजर बनाए हुए थे. उपद्रवी विरोधी दस्ते (ARS ) हर परिस्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद थी. सूत्रों के अनुसार, एआरएस के कर्मी से सूचना मिली थी. जिसके आधार पर आरोपियों पर शिकंजा कसा गया. बता दें कि, बुधवार देर रात ईडन गार्डन के एफ-आई ब्लॉक में एआरएस के कर्मी पहुंचे. ब्लॉक के तीन युवकों ने उनका ध्यान खींचा.
क्योंकि वे मैच देखने के बजाय अपने मोबाइल फोन पर सर्फिंग में व्यस्त थे. जिसके बाद एआरएस ने उन्हें पकड़कर गिरफ्तार कर लिया. उनके कबूलनामे के आधार पर बुधवार शाम को ही मध्य कोलकाता के न्यू मार्केट इलाके में एक निजी गेस्ट हाउस से दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया.
आरोपियों के पास ARS को सात मोबाइल फोन, एक पोर्टेबल राउटर और नकदी मिली है. एआरएस के सूत्रों ने कहा कि, आरोपी ने पोर्टेबल राउटर का इस्तेमाल ईडन गार्डन परिसर के भीतर अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए किया था. वहीं इस मलाल पर ARS ने संज्ञान ले लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. पुलिस उनके सहयोगियों तक पहुंचने के लिए पुख्ता सबूत खंगाल रही है.