इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) में विदेशी खिलाड़ियों समेत भारतीय खिलाड़ियों ने भी ज़बरदस्त प्रदर्शन किया है. चाहे फिर वो राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर हो या दिल्ली कैपिटल्स के कुलदीप यादव, इन खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबको काफी प्रभावित किया है और सबका दिल भी जीता है. वहीं कुछ युवा भारतीय खिलाड़ी जैसे तिलक वर्मा, आयुष बडोनी, कुलदीप सैन जैसे खिलाड़ियों ने भी अपने प्रदर्शन से सबको अपना दीवाना बनाया है.
हालांकि आईपीएल 2022 (IPL 2022) में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिनका परफॉर्मेंस काफी खराब रहा है. वे एक भी मुकाबले में खुद को साबित करने में बखूबी नाकाम रहे हैं. ऐसा भी कहा जा सकता है कि इन खिलाड़ियों को इस साल आईपीएल में एक भी मौका नहीं मिलना चाहिए था. तो आइये जानते हैं 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिनको उनकी फ्रेंचाइजियों द्वारा खेलने का एक भी मौका नहीं देना चाहिए था.
1) विजय शंकर
भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर का प्रदर्शन आईपीएल 2022 (IPL 2022) में काफी निराशाजनक रहा है. वह एक भी मैच में खुद को साबित नहीं कर पाए. शंकर ने इस सीज़न एक के बाद एक फ्लॉप पारियां खेली हैं. जिसके चलते गुजरात टाइटंस ने उन्हें प्लेइंग 11 से भी ड्रॉप कर दिया.
आपको बता दें कि गुजरात टाइटंस ने विजय शंकर पर इस साल काफी भरोसा दिखाया था और उन्हें अपनी टीम में शामिल भी किया था. साथ ही नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करने के लिए उन्हें अपना फर्स्ट चॉइस बल्लेबाज़ भी बनाया था. लेकिन विजय अपनी फ्रेंचाइजी के भरोसे पर खरे नहीं उतर पाए. शंकर ने गुजरात के लिए आईपीएल के 15वें संस्करण (IPL 2022) में कुल 4 मुकाबले खेले जिसमें उन्होंने महज़ 19 रन बनाए. जिससे उन्होंने सबको काफी निराश किया है. ऐसे में विजय शंकर की फॉर्म को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्हें इस सीज़न खेलने के लिए एक भी मैच नहीं मिलना चाहिए था.
2) मनदीप सिंह
पंजाब के विस्फोटक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ मनदीप सिंह आईपीएल का अच्छा तजुर्बा रखते हैं. जिसके चलते दिल्ली कैपिटल्स ने इस सीज़न (IPL 2022) मनदीप सिंह को अपने साथ जोड़ा था और उनको अपनी आइडल प्लेइंग 11 का भी हिस्सा बनाया था. लेकिन मनदीप सिंह का बल्ला भी इस बार (IPL 2022) पूरी तरह से खामोश रहा. ऐसे में दिल्ली कैपिटल्स को उन्हें प्लेइंग 11 से भी ड्रॉप करना पड़ा.
डीसी ने मनदीप को अपने शुरुआती दोनों मुकाबलों में मौका दिया था. मनदीप के पास उन मुकाबलों में शानदार परफॉर्मेंस कर प्लेइंग 11 में अपनी जगह पक्की करने का पूरा मौका था. लेकिन यह खिलाड़ी इस मौके को बुना नहीं पाया और प्लेइंग 11 से भी हाथ धो बैठा. बता दें कि मनदीप सिंह ने 2 मैचों में सिर्फ 18 रन बनाए. जिसमें पहले मुकाबले में मुंबई इंडियंस के खिलाफ यह अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे. ऐसे में डीसी ने इनको ड्रॉप करना ही सही समझा.
3) मैथ्यू वेड
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज़ मैथ्यू वेड काफी लंबे समय बाद इस साल आईपीएल में खेलते हुए नज़र आए. आईपीएल 2022 (IPL 2022) में नई फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था. वह टीम के फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर थे. साथ ही उन्होंने लगातार शुरुआती मुकाबलों में टीम के लिए पारी का आगाज़ भी किया है.
लेकिन वेड इस बार भी आईपीएल में अपनी छाप छोड़ने में बखूबी नाकाम रहे. टाइटंस ने उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त मौके दिए, इसके बावजूद भी वो खुद को साबित नहीं कर पाए. वेड ने इस सीज़न लगातार एक के बाद एक फ्लॉप पारियां खेली और रन बनाने के लिए पिच पर जूझते हुए नज़र आए. जिसके चलते गुजरात ने उन्हें प्लेइंग 11 से ड्रॉप कर दिया और भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को मौका दिया.
वेड ने इस सीज़न 5 मुकाबलों में महज़ 67 रन बनाए, इनका स्ट्राइक रेट भी आईपीएल 2022 (IPL 2022) में कुछ खास नहीं था. सीज़न के पहले मुकाबले में वेड ने 30 रन ज़रूर बनाए थे लेकिन उनका स्ट्राइक रेट पारी के दौरान 103 का था. उन्होंने 30 रन बनाने के लिए पूरी 29 गेंदों का सामना किया था. जोकि T20 क्रिकेट के लिहाज़ से किसी भी बल्लेबाज़ को शोभा नहीं देता. ऐसे में वेड भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनको इस सीज़न एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिलना चाहिए था.