नेशनल IPL में कई युवा खिलाड़ियों को मौका मिलता आया है अपने टैलेंट को दिखने का | कई ऐसे युवा खिलाड़ी है जैसे कि ऋतुराज, आवेश खान, व्यंकटेश अय्यर जिन्होंने बेमिसाल पारी और अपने हुनर के दम पर न सिर्फ सबका दिल जीता है बल्कि अपने टीम में एक अच्छी जगह भी बनायीं है
हमेशा से ही युवा खिलाड़ियों के चयन के समय कई बार सवाल उठता है उनके फिटनेस, टैलेंट और टीम में उनकी जगह को लेके। इस बार फिर ये सवाल उठा है पर जवाब के साथ | सवाल उठाया है भारतीय पूर्व क्रिकेटर विकेटकीपर रह चुके दीप दासगुप्ता ने| दीप दस गुप्ता ने अपने ऑफिशियल Koo हैंडल से एक वीडियो जारी किया है और बताया है कि "आईपीएल (IPL) का लेवल, इंटरनेशनल लेवल क्रिकेट तक पहुँचने की कगार पर है, और हमारे इंडियन प्लेयर्स इस मुकाम में खरे उतरे हैं। यह कहने में कोई दो राय नहीं हैं कि वे इंटरनेशनल लेवल पर देश का परचम लहराने में कामयाब होंगे। हमारी टीम के प्लेयर्स का टैलेंट वास्तव में सराहनीय है| "
वीडियो में उन्होंने ऋतुराज गायकवाड़ बैटिंग, व्यंकटेश के अद्भुत प्रदर्शन को काफी तारीफ भी की है.
क्या है वो बड़ा सवाल और कैसे मिलेगा फायदा
इस पूरे मामले में पूर्व क्रिकेटर दीपदास गुप्ता (Former Cricketer DeepDas Gupta) ने एक बड़ी बात भी रखते हुए कहते हैं BCCI (बी सी सीआई ) को आगे आने वाले समय मेंअच्छा टैलेंट खोजने की बहुत ज़रुरत है और इसके लिए वे क्रिकेट क्लब्स या लोकल बॉडीज (Local Body) पर निर्भर नहीं रह सकते है | इसके लिए सबसे सही तरीका है कि BCCI (बी सी सीआई ) Academy Contracts (अकादमी कॉन्ट्रैक्ट) का गठन करना ज़रूरी है | इस गठन से वे अंडर 18 और 19 से प्लेयर्स सेलेक्ट कर उनको पूरी ट्रेनिंग देने में सक्षम होगी और वही प्लेयर्स आगे सिर्फ अपनी जगह टीम में पक्की कर सकेंगे बल्कि पूरी तरह से पहले ही तैयार भी होंगे | इससे ना सिर्फ हम खिलाड़ियों को बैटिंग या बोलिंग में पक्का कर सकेंगे बल्किंग उनको ऑल राउंडर भी बना सकेंगे |