आईपीएल 2021 (IPL 2021) को बीसीसीआई (BCCI) ने अनिश्चितकाल के लिए भले ही स्थगित करने का ऐलान कर दिया है. लेकिन, बायो-बबल (जैव सुरक्षित माहौल) के अंदर हुई कोरोना की एंट्री को लेकर अभी भी कई तरह के सवाल लगातार खड़े हो रहे हैं. जिसे लेकर अब तक अलग-अलग तरह के दावे भी किए जा रहे हैं. इस रिपोर्ट जरिए ऐसे कुछ तथ्यों का हम खुलासा करने जा रहे हैं, जिससे यह अंदाजा लगा सकते हैं कि, किस तरह से कड़ी सुरक्षा के बाद भी इस वायरस की एंट्री बायो बबल में हुई होगी.
आईपीएल के दौरान एक भी मामला सामने नहीं- गोपनीय खिलाड़ी
दुनिया की सबसे बड़ी लीग में 4 खिलाड़ियों और दो कोचों के संक्रमित होने की खबर आने के बाद इसी
हफ्ते मंगलवार को बोर्ड ने इस आईपीएल 2021 (IPL 2021) लीग को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया था. ऐसे में पीटीआई-भाषा ने इस टूर्नामेंट का हिस्सा रहे कुछ खिलाड़ियों से यह जानने का प्रयास किया कि संक्रमित मामलों के सामने आने के बाद बायो-बबल में क्या हाला थे?
इन सवालों का जवाब देते हुए एक खिलाड़ी ने गोपनीयता के आधार पर बताया कि, यह यूएई के मुताबिक उतना सुरक्षित नहीं था, जहां आईपीएल के दौरान एक भी मामला सामने नहीं आया था. हालांकि उस दौरान इस लीग की शुरूआत से पहले ही भले कुछ पॉजिटिव केस देखने को मिले थे. लेकिन, इसके बाद स्थिति बिल्कुल सामान्य थी.
कोरोना के बढ़ते मामले देख डर गए थे विदेशी खिलाड़ी- श्रीवत्स गोस्वामी
भारतीय अंडर-19 टीम के सदस्य रहे श्रीवत्स गोस्वामी शुरूआत से ही आईपीएल 2021 (IPL 2021) से जुड़े रहे हैं. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि, उन्हें इस बारे में कोई शंका नहीं है कि, किसी भी खिलाड़ी या सहयोगी सदस्य ने कोविड-19 से जुड़े प्रावधान या किसी नियम का उल्लंघन किया है.
उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि,
'बबल के अंदर हमारी खास देखभाल हो रही थी. किसी भी खिलाड़ी या सहयोगी स्टाफ ने इसका उल्लंघन नहीं किया. लेकिन, इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि, वायरस के बबल में एंट्री के बाद से ही हर एक खिलाड़ी असहज हो गया था, खासकर विदेशी खिलाड़ी.'
लोगों को दम तोड़ते हुए देखकर काफी बुरा लगता था
इसी सिलसिले में अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए श्रीवत्स ने यह भी कहा कि,
'मैं जानता हूं कि मैं अच्छी प्रतिरोधक क्षमता वाला खिलाड़ी हूं. भगवान न करे, यदि मैं इस महामारी की चपेट में आया तो स्वस्थ भी हो जाऊंगा. लेकिन, मेरे अंदर इस संक्रमण का एक भी लक्षण नहीं दिखा और मेरे बुजुर्ग माता-पिता इस वायरस के संपर्क में आए तो क्या होगा. ऐसे में जब बबल में भी इससे जुड़े केस आए तो ज्यादातर खिलाड़ी इसी बात से डरे हुए थे कि, क्योंकि आप नहीं ऐसा नहीं चाहते कि इससे आपकी फैमिली को कोई परेशानी हो.'
श्रीवत्स ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि,
'जाहिर है कि आप इन बातों से बेखबर नहीं थे कि बाहर किस तरह की स्थिति है और क्या चीजें हो रही हैं. जब आप ऑक्सीजन की कमी, अस्पताल में बिस्तर की कमी की वजह से लोगों को दम तोड़ते हुए देखते हैं, तब बहुत बुरा महसूस होता है. खासकर विदेशी खिलाड़ी इन खबरों के बारे में ट्विटर पर पढ़ उनमें हर का माहौल था. ऐसे हालात में भारतीय खिलाड़ी के नाते हम उन्हें यही दिलासा देते थे कि चीजें ठीक हो जाएंगी.'
परिवार को लेकर चिंता में पड़ गए थे कमेंटेटर दीप दासगुप्ता
दरअसल पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा समय में कमेंटेटर बन चुके दीप दासगुप्ता ने आईपीएल 2021 के बायो बबल को कमजोर बताने से साफ मना किया है. लेकिन, उनका कहना है कि, लगातार दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के केस को देखने के बाद वो काफी ज्यादा परेशान हो गए थे. उन्होंने अपने बयान में कहा कि,
'मैं इस बात को नहीं मानता कि इस बार का बनाया गया बबल बीते साल यूएई की तुलना में कमजोर था. क्योंकि हम सभी का सही तरीके से ध्यान रखा गया और मैं सुरक्षित भी महसूस कर रहा था. लेकिन जब दिल्ली में केस लगातार बढ़ने लगे थे उस वक्त मैं डर गया था. लोगो को अपनी जिंदगी से जंग लड़ते देखना बेहद निराशाजनक था. मैं अपने माता-पिता के लिए चिंतित था जो नोएडा में रहते हैं. उनके बारे में सोच कर मैं काफी ज्यादा परेशान हो रहा था.'
UAE के मुताबिक यहां का बायो बबल उतना मजबूत नहीं था
इसके साथ ही एक और खिलाड़ी ने इसमें बारे में खुलासा करते हुए बताया कि,
'भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और टीमों ने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया. लेकिन, यह बायो बबल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जितना मजबूत नहीं हो सका. यहां आप लोगों को आते-जाते देख सकते थे, चाहे वो अलग-अलग मंजिलों पर ही क्यों न हों. यहां तक कि मैनें कई लोगों को पूल का भी इस्तेमाल करते हुए देखा था. साथ ही प्रैक्टिस से जुड़ी सुविधाएं भी काफी दूर थीं.'
शुरूआत के मुकाबले आईपीएल 2021 (IPL 2021) के बीच में कमजोर हो गया था बायो बबल
इसके अलावा एक अन्य खिलाड़ी ने बायो बबल के बारे में अपनी राय देते हुए कहा कि, जब टूर्नामेंट की शुरूआत हुई थी तब यह बबल काफी ज्यादा मजबूत था. लेकिन, जैसे-जैसे यह आगे बढ़ने लगा इसमें कई सारी कमियां देखने को मिली. नाम के बारे में खुलासा न करने की शर्त पर खिलाड़ी ने बताया कि,
'टूर्नामेंट के शुरूआत में यह बेहतर था. लेकिन इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं कि, आखिर बबल में इस वायरस की एंट्री कैसे हुई.'