आईपीएल 2021 की नीलामी हो चुकी है, और कई खिलाड़ियों ने जमकर पैसे कमाए हैं, वो चाहे देश के हों या फिर विदेशी खिलाड़ी हों. इस साल चेन्नई में आयोजित हुए ऑक्शन में कई ऐसे खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश की गई, जो बीते सीजन में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे. लेकिन इस सीजन में रिलीज होने के बाद पिछले सीजन से भी ज्यादा कमाई कर ली है.
दरअसल आज की इस खास रिपोर्ट में हम उन्हीं तीन खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे, जो बीते सीजन में बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए थे, ऐसे में उन्हें इस साल की लीग शुरू होने से पहले ही रिलीज कर दिया गया था. लेकिन इस पिछले सीजन में खराब प्रदर्शन के बावजूद भी ये खिलाड़ी करोड़ों में बिके हैं. कौन से हैं वो 3 खिलाड़ी डालते हैं उनके आंकड़ों पर एक नजर...
ग्लेन मैक्सवेल
इस लिस्ट में सबसे पहले बात करेंगे ग्लेन मैक्सवेल की, जो बीते सीजन में बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे. उन्हें किंग्स पंजाब ने 10.75 करोड़ में खरीदकर अपनी टीम से जोड़ा था, लेकिन उन्होंने प्रदर्शन करोड़ रूपये का भी नहीं किया था. 2020 में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर खिलाड़ी को कुल 13 मुकाबलों में खेलने का मौका मिला था.
हालांकि 13 मुकाबलों में खेलते हुए उन्होंने टीम के साथ ही फैंस को भी काफी निराश किया था. 13 मैच में 15.42 की शर्मनाक औसत से उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए महज 162 रन बनाए थे. उनका स्ट्राइक रेट 101.88 का रहा था. जबकि गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 8.4 की इकॉनामी रेट से रन लुटाए थे, और महंगे साबित हुए थे. इससे पहले 2018 में भी वो बुरी तरह से फेल हुए थे.
उनके खराब प्रदर्शन को देखते हुए इस साल प्रीति जिंटा की टीम ने उन्हें आईपीएल 2021 के लिए रिलीज कर दिया था. लेकिन इसके बाद भी नीलामी के दौरान उन्हें खरीदने के लिए चेन्नई और आरसीबी के बीच कड़ी टक्कर देखी गई थी, और आखिर में ग्लेन मैक्सवेल को 14.25 करोड़ रूपये में खरीदने में आरसीबी कामयाब रही.
केदार जाधव
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर बात करते हैं भारत के ऑलराउंडर खिलाड़ी केदार जाधव की, जिनका आईपीएल के किसी भी सीजन में कुछ खास अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है. चेन्नई की टीम ने उन्हें 2018 में 7.80 करोड़ रूपये में खरीदकर अपनी टीम से जोड़ा था. लेकिन बीते सीजन में वो बल्लेबाजी में तो बुरी तरह फेल ही रहे, साथ गेंदबाजी में उन्हें मौका ही नहीं मिला.
2020 के आईपीएल में 8 मुकाबले खेलते हुए उन्होंने सिर्फ 62 रन बनाए थे, जिसमें उनका बल्लेबाजी औसत 20.66 का रहा था. जबकि स्ट्राइक रेट 93.93 का था. हालांकि उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं दिया गया था. इसके पहले साल 2019 में भी वो बुरी तरह से फ्लॉप हुए थे. उनका बल्लेबाजी औसत 18 का था.
हालांकि आईपीएल के किसी भी सीजन में उनका बैटिंग औसत 25 से उपर नहीं गया. लेकिन हर सीजन में वो महंगी बोली पर बिकते रहे हैं. इस साल उन्हें चेन्नई ने खराब प्रदर्शन के चलते रिलीज कर दिया था, और उनका बेस प्राइज 2 करोड़ रूपये था. दिलचस्प बात तो ये थी परफॉर्मेंस खरीब होने के बाद भी राजस्थान ने उन्हें उनके बेस प्राइस पर खरीदकर इस साल (2021) अपनी टीम से जोड़ लिया है.
पीयूष चावला
इस लिस्ट में तीसरे और आखिरी नंबर पर बात करते हैं, पीयूष चावला की, जिन्हें चेन्नई ने बीते सीजन में ही 6.75 करोड़ की बोली लगाकर खरीदा था. लेकिन टीम में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा. बीते सीजन में उन्हें कुल 7 मुकाबले में चेन्नई ने खेलना का मौका दिया था.
हालांकि इस दौरान आईपीएल के एक भी मुकाबले में ऑलराउंडर खिलाड़ी पीयूष चावला को चेन्नई ने बल्लेबाजी के लिए नहीं उतारा था. लेकिन उन्हें 7 मैच में गेंदबाजी का मौका दिया गया था. हालांकि बॉलिंग के दौरान चावला काफी महंगे साबित हुए थे. उन्होंने 9.09 की इकॉनामी रेट से रन खर्चे थे. जबकि औसत 31.83 का रहा था.
खराब परफॉर्मेंस के चलते सीएसके ने इस बार के आईपीएल 2021 सीजन में उन्हें रिलीज कर दिया था. लेकिन इस साल भी उन्हें मुंबई ने नीलामी के दौरान करोड़ों में खरीकर अपनी टीम में शामिल किया. दरअसल रोहित शर्मा की फ्रेंचाइजी ने पीयूष चावला को 2.04 करोड़ में खरीदा है.