एक दिन में इंटरनेशनल क्रिकेट को लगे 3 बड़े झटके, तीनों ने कर दिया रिटायरमेंट का अधिकारिक ऐलान
Published - 02 Sep 2025, 07:07 PM | Updated - 02 Sep 2025, 07:24 PM

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Retirement: क्रिकेट जगत से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। 37 साल के एक दिग्गज खिलाड़ी ने अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान कर दिया है। इस अनुभवी क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर अपने इस फैसले की जानकारी सभी को दी।
स्टार्क और आसिफ के हालिया संन्यास के बाद अब इस क्रिकेटर के रिटायरमेंट (Retirement) ने फैंस को हैरान कर दिया है। लंबे समय तक टीम का अहम हिस्सा रहे इस बल्लेबाज ने कई यादगार पारियां खेलीं और टीम को मुश्किल वक्त में जीत दिलाई। अब अचानक उनका संन्यास (Retirement) क्रिकेट प्रेमियों के लिए बड़ा झटका है।
मिचेल स्टार्क और आसिफ के साथ रिज़वान ने भी क्रिकेट से लिया Retirement
ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क और पाकिस्तान के निचले क्रम के विस्फोटक बल्लेबाज़ आसिफ अली ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास (Retirement) का ऐलान कर दिया। इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के साथ ही एक और नाम जुड़ गया है, जिसने अचानक क्रिकेट जगत को अलविदा कहकर सभी को चौंका दिया।
यह खिलाड़ी हैं यूएई के कप्तान सीपी रिज़वान। उनका करियर लगातार संघर्षों और चुनौतियों से भरा रहा। कई बार टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकालते हुए उन्होंने अपनी पहचान बनाई। अब एक साथ तीन खिलाड़ियों का संन्यास क्रिकेट फैंस के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है।
टीम में जगह न मिलने की वजह से चुना Retirement का रास्ता
रिज़वान का क्रिकेटर बनने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। उनका जन्म केरल के छोटे से शहर तेलिचेरी में हुआ था। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति लगाव रखने वाले रिज़वान के सामने सबसे बड़ी चुनौती परिवार की आर्थिक स्थिति थी। 2014 में बेहतर भविष्य और नौकरी की तलाश में वे यूएई पहुंचे। वहां शुरूआती दिनों में उन्होंने दिनभर नौकरी की और फिर थकान के बावजूद रात में क्रिकेट का अभ्यास किया। यही कठिन परिश्रम और संघर्ष उनकी सबसे बड़ी ताकत साबित हुआ।
लगातार मेहनत और जुनून की बदौलत रिज़वान ने 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। धीरे-धीरे उन्होंने न सिर्फ अपनी बल्लेबाज़ी से टीम को मजबूत किया, बल्कि कप्तान बनकर टीम की कमान भी संभाली। उनकी मेहनत, समर्पण और संघर्ष की कहानी आज भी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो मुश्किल हालात के बावजूद अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
पहला शतक और विश्व कप जीत
केरल से निकलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले सीपी रिज़वान ने इतिहास रच दिया था। वह यूएई के लिए वनडे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने। आयरलैंड के खिलाफ खेली गई उनकी शतकीय पारी आज भी यूएई क्रिकेट के सबसे यादगार पलों में शुमार की जाती है।
इसके अलावा, साल 2022 में उन्हें राष्ट्रीय टीम की कप्तानी सौंपी गई। उनकी अगुवाई में यूएई ने टी20 वर्ल्ड कप में नामीबिया को हराकर विश्व कप में अपनी पहली जीत दर्ज की। यह जीत यूएई क्रिकेट के सुनहरे अध्यायों में हमेशा दर्ज रहेगी।
एक नज़र रिजवान के करियर के आंकड़ों पर
सीपी रिजवान ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 60 (42 वनडे और 18 टी20i) मुकाबले खेले। जिसमे उन्होंने 27.04 की औसत से 1271 रन बनाये जिसमे कुल नौ अर्धशतक और दो शतक शामिल हैं। उन्होंने बल्ले से कई अहम पारियां खेलीं और कप्तानी के दौरान टीम को मजबूत दिशा दी।
मार्च 2024 में कनाडा के खिलाफ खेला गया वनडे उनका अंतिम इंटरनेशनल मैच साबित हुआ। हाल के वर्षों में रिजवान टीम से बाहर रहे। चयनकर्ताओं की अनदेखी और सीमित मौक़े मिलना उनके लिए सबसे बड़ी निराशा थी। उन्होंने साफ कहा—“मेरे पास देने के लिए और बहुत कुछ था, लेकिन मौक़े न मिलने की वजह से मुझे यह कठिन फैसला लेना पड़ा।”
Retirement के बाद आगे की राह
संन्यास (Retirement) के बाद रिजवान अब Emirates एयरलाइन में ‘फैसिलिटीज़ मेंटेनेंस ऑफिसर’ के रूप में कार्यरत हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट उनका पहला प्यार है और यह रिश्ता कभी खत्म नहीं होगा। रिजवान ने इंग्लैंड की काउंटी क्लब हेदरली और रेडिंग्स (Hatherley and Reddings) में भी खेला। उन्होंने इसे अपने करियर का अहम अनुभव बताया, जिसने उन्हें नई संस्कृति अपनाने और खेल के प्रति नए नजरिए से सोचने का मौका दिया।
भावनात्मक तरीके से अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा
संन्यास (Retirement) की घोषणा करते समय रिजवान बेहद भावुक दिखे। इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए रिज़वान ने लिखा :
“भारी मन से मैं यह घोषणा करता हूँ कि मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास (Retirement) लेने का फैसला किया है। यह मेरे लिए एक उतार–चढ़ाव भरी रोलर कोस्टर यात्रा रही। मैं केरल के एक छोटे से कस्बे तेलिचेरी से आया वह लड़का हूँ, जिसके मन में हमेशा इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का सपना था। 2014 में जब मैं यूएई आया तो मेरे पास बड़े सपने थे।
यहाँ चुनौतियाँ भी बहुत रहीं — रात में क्रिकेट खेलना और सुबह 8 से शाम 6 बजे तक फुल-टाइम नौकरी करना मेरी दिनचर्या का हिस्सा था। लेकिन भगवान की कृपा से मुझे यूएई का प्रतिनिधित्व करने और देश के लिए यादगार पल बनाने का अवसर मिला।
टीम के लिए वनडे शतक लगाने से लेकर टी20 वर्ल्ड कप में कप्तानी करने तक के अनुभव मेरे लिए हमेशा खास रहेंगे। मैदान पर और मैदान के बाहर साथियों के साथ बिताए पल जिंदगीभर याद रहेंगे।
मैं अपने सभी कोच, साथियों, कप्तानों, घरेलू टीमों के मालिकों, यूएई क्रिकेट बोर्ड, दोस्तों और परिवार का धन्यवाद करता हूँ। उनके निरंतर सहयोग और मार्गदर्शन के बिना यह सफर संभव नहीं हो पाता।
अब तक की यात्रा के लिए मैं आभारी हूँ और भविष्य के नए सफर के लिए उत्साहित हूँ। इंशा अल्लाह, Emirates के साथ आने वाला यह नया अध्याय शानदार होगा। आप सभी का शुक्रिया और मुझे अपनी दुआओं में याद रखें।”
यूएई क्रिकेट का चमकता सितारा
सीपी रिजवान का करियर यह साबित करता है कि कड़ी मेहनत और संघर्ष से सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है। वे यूएई क्रिकेट के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेंगे और उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा।
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