कुलदीप यादव के साथ हो रही नाइंसाफी, गौतम गंभीर प्लेइंग-XI में जगह देने को नहीं हुए तैयार, ओमान मैच से पहले हुआ खुलासा
Published - 19 Sep 2025, 06:26 PM | Updated - 19 Sep 2025, 11:37 PM

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Kuldeep Yadav : भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ और चाइनामैन कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) इस समय शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं। एशिया कप 2025 के शुरुआती दो मुकाबलों में उन्होंने लगातार दो बार प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड अपने नाम किया है। यूएई और पाकिस्तान के खिलाफ कुल 7 विकेट लेकर उन्होंने साबित कर दिया कि क्यों उन्हें मौजूदा समय का सबसे खतरनाक स्पिनर कहा जा रहा है।
हालांकि, उनकी इस लाजवाब गेंदबाजी के बाद एक बार फिर वही सवाल उठने लगे कि एशिया कप 2025 के आखिरी लीग मैच में ओमान के खिलाफ उन्होंने इस बात खुलासा किया हैं। आइये जानते हैं क्या हैं मामला ?
मैच से पहले Kuldeep Yadav ने तोड़ी चुप्पी
इंग्लैंड में खेले गए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के दौरान कई दिग्गज क्रिकेटरों और प्रशंसकों का मानना था कि अगर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को मौका मिलता तो भारत के पास 20 विकेट हासिल करने का बेहतर विकल्प होता। उनका तर्क था कि कुलदीप की चाइनामैन गेंदबाजी इंग्लिश परिस्थितियों में खासा असर दिखा सकती थी। हालांकि, टीम मैनेजमेंट ने बल्लेबाजी को गहराई देने के लिए ऐसे गेंदबाजों पर भरोसा जताया जो बैटिंग में भी योगदान दे सकते थे।
इस पूरे मामले पर कुलदीप यादव ने ओमान के खिलाफ एशिया कप मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें निराशा नहीं हुई क्योंकि कोच गौतम गंभीर ने शुरू से ही स्थिति स्पष्ट कर दी थी।
कुलदीप ने कहा “बातचीत बिल्कुल साफ थी। कई बार मुझे लगा कि मैं टीम का हिस्सा बन सकता हूं, लेकिन कॉम्बिनेशन और बल्लेबाजी गहराई की वजह से मुझे जगह नहीं मिली। गौतम भैया ने साफ बता दिया था कि यह मेरे कौशल पर सवाल नहीं है, बल्कि टीम के संतुलन को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला था। उस समय मैंने काफी कुछ सीखा।”
उन्होंने आगे कहा “जब आप बाहर बैठते हैं तो और ज्यादा सीखने का मौका मिलता है। दूसरों पर दोष मढ़ना आसान होता है, लेकिन असली सुधार तभी होता है जब आप अपनी कमजोरियों को स्वीकार कर उन पर मेहनत करें। मैंने उसी पर ध्यान दिया।”
इंग्लैंड दौरे पर प्लेइंग XI से बाहर रहे कुलदीप
भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान कई क्रिकेट विशेषज्ञ और फैंस का मानना था कि कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को अंतिम एकादश में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि टीम को 20 विकेट निकालने में मदद मिल सके। लेकिन टीम मैनेजमेंट ने बल्लेबाजी की मजबूती को ध्यान में रखते हुए ऐसे गेंदबाजों को प्राथमिकता दी, जो गेंदबाजी के साथ-साथ बैट से भी योगदान दे सकें।
चुनौतियों से मिली कुलदीप यादव को मजबूती
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने माना कि लंबे अंतराल के बाद वापसी करना आसान नहीं था। उन्होंने कहा कि लय बनाए रखना तभी संभव है जब आप लगातार खेलते रहें। इंग्लैंड सीरीज के दौरान उन्होंने अपनी फिटनेस और स्किल्स पर काफी काम किया। दलीप ट्रॉफी में भले ही विकेट कम मिले हों, लेकिन वहां 35 ओवर गेंदबाजी कर उन्होंने अपनी लय हासिल कर ली थी. उनके मुताबिक, उनका पूरा फोकस सही एरिया में गेंद डालने और अपनी स्ट्रेंथ पर टिका रहा।
एशिया कप में दिखी कुलदीप की चमक
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) इस समय एशिया कप 2025 में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। भारतीय टीम पहले ही सुपर-4 में क्वालीफाई कर चुकी है। भारत का अगला मुकाबला आज ओमान से है और इसके बाद 21 सितंबर को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ हाई-वोल्टेज सुपर-4 मैच खेला जाएगा।
कुलदीप यादव का अंतरराष्ट्रीय करियर
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) का अंतरराष्ट्रीय करियर अब तक बेहद प्रभावशाली रहा है।बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ और चाइनामैन ने भारत के लिए सभी प्रारूपों में लगातार योगदान दिया है। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 13 मैचों में 56 विकेट हासिल किए हैं, जिसमें कई बार विदेशी पिचों पर भी अहम प्रदर्शन किया। वनडे फॉर्मेट में कुलदीप भारत के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में गिने जाते हैं, जहां 113 मुकाबलों में उन्होंने 181 विकेट झटके हैं।
कुलदीप यादव इकलौते भारतीय गेंदबाज़ हैं जिन्होंने वनडे में दो बार हैट्रिक लेने का कारनामा किया हैं , उन्होंने साल 2017 में कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध , जबकि 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखपटनम में किया था। वहीं टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी उन्होंने 42 मैचों में 76 विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित की है।