INDW vs WIW: भारत ने वेस्टइंडीज को महिला विश्व कप-2022 (Women World Cup2022) के 10वें मैच में 155 रन से हराया था. यह मुकाबला 12 मार्च को खेला गया था. जिसमें वेस्टइंडीज की महिला टीम को भारी कीमत चुकानी पड़ी है. इस मैच में भारत की टीम ने वेस्टइंडीज को बुरी तरह हराया था और अब दोहरी मार वेस्टइंडीज टीम पर पड़ी है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी (ICC) ने वेस्टइंडीज की महिला टीम पर जुर्माना ठोका डाला. आइये जानते हैं INDW vs WIW के मुकाबले में वेस्टइंडीज महिला टीम को क्यों चुकानी पड़ी भारी कीमत?
INDW vs WIW: इस वजह से लगा जुर्माना
भारत ने अपने तीसरे मुकाबले में वेस्टइंडीज को 155 रन से हरा दिया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 317 रन बनाए. जिसमें स्मृति मंधाना ने 119 गेंदों पर 123 रन और उपकप्तान हरमनप्रीत कौर ने 107 गेंदों पर 109 रन की बेहतरीन पारी खेली. जवाब में वेस्टइंडीज की पारी 40.3 ओवर में 162 रन पर सिमट गई. इस मैच के दौरान वेस्टइंडीज की टीम ने स्लो ओवर रेट (Slow Over Rate) से गेंदबाजी की थी. जिसकी वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल आईसीसी (ICC) ने कड़ा एक्शन लिया.
वेस्टइंडीज पर भारत के खिलाफ स्लो ओवर रेट को बनाए रखने के लिए मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. आईसीसी के एलीट पैनल के मैच रेफरी शांड्रे फ्रिट्ज ने स्टेफनी टेलर वाली टीम पर जुर्माना लगाया है, क्योंकि टेलर की कप्तानी वाली टीम निर्धारित समय में 50 ओवर नहीं फेंक सकी थी. टीम ने निर्धारित समय सीमा से दो ओवर कम फेंके. ऐसे में मैच रेफरी ने उन पर ये जुर्माना ठोका है. कप्तान स्टेफनी टेलर ने इस आरोप को स्वीकार कर लिया है और सजा को मंजूर कर लिया है.
क्या कहता है ICC का नियम
मैच के दौरान कई बार देखा जाता है कि टीमें धीमी गति से गेंदबाजी करती है. जिसकी वजह से टीमों को सजा के रूप में हर्जाना देना पड़ता है. ऐसा ही कुछ नजारा भारत महिला विश्व कप-2022 में देखने को मिला. भारत और वेस्टइंड़ीज का मैच खेला गया. जिसमें वेस्टइंड़ीज को फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगा.
बता दें कि आईसीसी की आचार संहिता के आर्टिकल 2.22 के तहत खिलाड़ी पर स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना लगाया जाता है. एक ओवर देरी से फेंकने पर मैच फीस का 20 फीसदी जुर्माना लगता है, जबकि दो ओवर के लिए 40 फीसदी मैच फीस काटी जाती है.