INDW vs ENGW: टी20 विश्वकप 2023 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम आज यानि 18 फरवरी को अपना तीसरा मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ खेलने के लिए उतरी थी। अबतक पाकिस्तान और वेस्टइंडीज को क्रमश: पहले और दूसरे मुकाबले में पछाड़ने के बाद अविजित रहने वाली टीम इंडिया को आखिरकार हार का मुंह देखना पड़ा है। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने के लिए आई इंग्लिश टीम ने एक खराब शुरुआत के बाद 152 रन का लक्ष्य निर्धारित किया था। जिसका पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजी पोरी तरह से पिछड़ गई और सिर्फ 140 रन बनाने में ही कामयाब हो पाई।
रेणुका ठाकुर ने पावरप्ले में मचाई तबाही
टॉस जीतने के बाद इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता देने का हरमनप्रीत कौर का दांव शुरुआती दौर में टीम इंडिया के हक में जाता हुआ नजर आया। क्योंकि तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर ने पहले ही ओवर में सलामी बल्लेबाज डैनी वैट को चलता कर दिया थ। इसके बाद अपने अगले ही ओवर में उन्होंने दूसरा विकेट हासिल किया और और फिर इंग्लैंड की अनुभवी बल्लेबाज सोफिया डंकली को भी चलता कर दिया। महज 4.4 ओवर के खेल में सिर्फ 29 रन के संयुक्त स्कोर पर इंग्लैंड ने अपने 3 मुख्य बल्लेबाजों को गंवा दिया था।
इंग्लैंड ने बनाए 151 रन
रेणुका ठाकुर का आग उगलता हुआ पहला स्पेल खत्म हुआ तो इंग्लिश बल्लेबाजों ने राहत की सांस ली। ऐसे में नट स्काइवर(50) और कप्तान हेदर नाइट(28) ने मोर्चा संभालते हुए भारतीय गेंदबाजों पर पलटवार करना शुरू कर दिया। दोनों बल्लेबाजों के बीच 51 रन की साझेदारी हुई। इस जोड़ी को तोड़ने में शिखा पांडे का योगदान रहा। जो इस विश्वकप में पहली बार प्लेइंग एलेवन का हिस्सा बनाई गई थी।
इस साझेदारी के बाद टीम इंडिया को अपनी वापसी की उम्मीद थी। लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज एमी जोन्स ने सारे मंसूबों पर पानी फेरते हुए महज 27 गेंदों का सामना करते हुए शानदार 40 रन की पारी खेल डाली। जिसके बूते एक खराब शुरुआत के बावजूद इंग्लैंड ने 151 रन बनाए। वहीं इस दौरान भारत की ओर से रेणुका ठाकुर ने इतिहास रचते हुए 5 विकेट हासिल किए।
टीम इंडिया को 11 रन से मिली हार
एमी जोन्स की तूफ़ानी पारी के बाद कहीं ना कहीं भारतीय खिलाड़ियों को बड़ा झटका लगा था। जिसकी झलक बल्लेबाजी में भी देखने को मिली, स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा एक मजबूत शुरुआत देने में कामयाब नहीं हो पाए। 29 के स्कोर पर टीम इंडिया ने वर्मा को गंवाया। इसके बाद जेममिा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर बिना कुछ कमाल किए पवेलियन की राह लौटती हुई नजर आईं। दोनों बल्लेबाजों ने कमर्श: 13 और 4 रन बनाए।
अंत में टीम इंडिया को जीत दिलाने की सारी जिम्मेदारी स्मृति मंधाना के कंधों पर आ गई। जो की 52 रन की शानदार पारी खेलने के बावजूद तेज गति से रन बनाने की फिराक में अपना विकेट गंवा बैठी। उनके जाने के बाद ऋचा घोष ने भी आखिरी गेंद तक टीम को जीत दिलाने के प्रयास में 47 रन की नाबाद पारी खेली। लेकिन यह भारत को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था।