6,6,6,6,6,6,6,6...' भारत के पड़ोसी मुल्क ने रचा इतिहास, टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में 952 रन का बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
Published - 20 Dec 2025, 03:52 PM | Updated - 20 Dec 2025, 03:57 PM
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Test Cricket : भारत के पड़ोसी देश ने टेस्ट इतिहास में एक अविश्वसनीय अध्याय लिखकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। अत्यंत प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए, टीम ने एक ही पारी में 952 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और रिकॉर्ड तोड़ दिया। हर तरफ से छक्कों की बारिश हुई और गेंदबाज लगातार आक्रामक बल्लेबाजी के आगे बेबस नजर आए।
इस ऐतिहासिक पारी ने Test Cricket में निडर इरादे, सहनशक्ति और बेजोड़ नियंत्रण का प्रदर्शन किया। यह असाधारण उपलब्धि अब टेस्ट क्रिकेट इतिहास के महानतम पलों में से एक के रूप में दर्ज हो गई है।
Test Cricket में श्रीलंका की अकल्पनीय बल्लेबाजी मैराथन
Test Cricket को अक्सर धैर्य, तकनीक और सहनशक्ति की अंतिम परीक्षा के रूप में वर्णित किया जाता है। फिर भी अगस्त 1997 में, भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप से जुड़ी हर धारणा को चकनाचूर कर दिया।
भारत के खिलाफ कोलंबो टेस्ट में, श्रीलंका ने बल्लेबाजी का ऐसा प्रदर्शन किया जो दशकों बाद भी बेजोड़ बना हुआ है। एक ही पारी में 952 रनों का विशाल स्कोर बनाकर, इस द्वीप देश ने रिकॉर्ड पुस्तिका को फिर से लिख दिया और एक ऐसा मील का पत्थर स्थापित किया।
इस मैच को Test Cricket के इतिहास में कोई भी टीम दोहरा नहीं पाई है। 25 से अधिक वर्षों के बाद भी, यह असाधारण स्कोर टेस्ट में अब तक का सबसे बड़ा टीम स्कोर बना हुआ है।
यह ऐतिहासिक मैच 02 अगस्त 1997 को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया, जो श्रीलंका और सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली भारत के बीच दो मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक मजबूत स्कोर खड़ा किया और मैच की शुरुआत में ही बढ़त हासिल कर ली।
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भारत की दमदार शुरुआत ने निर्णायक भूमिका निभाई
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। कप्तान सचिन तेंदुलकर ने 143 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम का नेतृत्व किया, वहीं मोहम्मद अजहरुद्दीन (126) और नवजोत सिंह सिद्धू (111) ने भी शतक बनाए।
राहुल द्रविड़ ने महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाकर मध्य क्रम को स्थिरता प्रदान की। अंततः भारत ने 537 रन पर 8 विकेट खोकर अपनी पारी घोषित कर दी, जो आमतौर पर Test Cricket में विपक्षी टीम पर भारी दबाव डालता है।
उस समय ऐसा लग रहा था कि भारत मैच पर पूरी तरह से नियंत्रण में है। हालांकि, इसके बाद जो हुआ उसने टेस्ट मैच की बल्लेबाजी की सीमाओं को ही बदल दिया और मैच का रुख पूरी तरह से पलट दिया।
जयसूर्या-महानामा ने रचा Test Cricket का नया इतिहास
श्रीलंका की पारी की शुरुआत दबदबे वाली नहीं रही, सलामी बल्लेबाज मार्वन अटापट्टू जल्दी आउट हो गए। लेकिन उसके बाद से भारतीय गेंदबाजों को राहत नहीं मिली।
सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा ने अनुशासन, दृढ़ता और लगातार आक्रामक बल्लेबाजी का संगम करते हुए एक अविस्मरणीय साझेदारी रची। जयसूर्या ने 340 रनों की विशाल पारी खेली, वहीं महानामा ने भी 225 रनों की शानदार पारी खेलकर उनका साथ दिया।
दोनों ने मिलकर 576 रनों की विशाल साझेदारी की, जो Test Cricket इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी है। उनके आउट होने के बाद भी श्रीलंका ने अपनी रफ्तार धीमी नहीं की।
अरविंद डी सिल्वा, अर्जुन रणतुंगा और युवा महेला जयवर्धने के योगदान ने भारतीय टीम की लय को बरकरार रखा। 271 ओवर खेलने के बाद, श्रीलंका ने 952 रन बनाकर 6 विकेट खो दिए और इंग्लैंड के 1938 में बने 903 रनों के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
भले ही मैच ड्रॉ रहा, लेकिन श्रीलंका का 952 रन का स्कोर टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है - यह Test Cricket की असीमित संभावनाओं का एक शाश्वत प्रमाण है।
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यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।