Indian क्रिकेट टीम वर्तमान में इंग्लैंड के दौरे पर है। जहां उसे पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है। वैसे बता दें कि इस सीरीज के दो मैच खेले भी जा चुके हैं। पहला मैच नॉटिंघम में खेला गया जो ड्रा रहा था, लेकिन लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला गया दूसरा मैच भारत ने इंग्लैंड को 151 रन से मात देकर अपने नाम कर लिया।
इसी के साथ इंडिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। इस मैदान पर इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही इंग्लैंड की जमीन पर भारतीय टीम ने अभी तक कुल 8 टेस्ट मैच अपने नाम किए हैं। आज इस आर्टिकल में हम इन्हीं जीतों का बारे में बात करेंगे। इन सभी टेस्ट मैचों में सभी Indian खिलाड़ियों ने मिलकर प्रयास किया था।
1971 में अजित वाडेकर ने रखी जीत की नींव
1971 में Indian Team 3 टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। उस समय टीम की कमान बेहतरीन बल्लेबाज अजित वाडेकर के हाथों में थी। सीरीज के पहले दोनों ही मैच ड्रा हो चुके थे। अब दोनों टीमों की नजर द ओवल में होने वाले मैच थी। इस मैच में भारतीय टीम ने 4 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम की थी। खास बात यह है कि पूरी सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज अजीत वाडेकर (204) ही थे।
इसके बाद आया 1986, जब Team India का अलग ही रूप देखने को मिला। इस साल विश्वकप विजेता कप्तान कपिल देव ने केनिंग्टन ओवल और लॉर्ड्स के मैदानों में 5-5 विकेट से जीत दर्ज कर तीन मैचों की श्रृंखला को 2-0 से अपने नाम कर लिया था।
सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने सम्भाली जिम्मेदारी
बात 2002 की है जब 4 टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से ड्रा रही थी। जहां इस श्रृंखला का दूसरा और चौथा मैच ड्रा हुआ था तो वहीं पहला टेस्ट मैच लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड ने 170 रन से जीता था और लीड्स में खेला गया सीरीज का तीसरा मैच India ने पारी और 46 रन से जीत गया था।
इस सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों में अनिल कुंबले ने सबसे ज्यादा 14 विकेट लिए थे, साथ ही भारतीयों में सबसे ज्यादा रन 602 रन राहुल द्रविड़ के नाम रहे थे। इसके बाद 2007 में 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत ने 1-0 से जीत दर्ज की थी। यह सीरीज का दूसरा मैच था। जिसमें India ने 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। जानकर हैरानी होगी कि इस टेस्ट सीरीज में भारत की तरफ से दिनेश कार्तिक ने सबसे ज्यादा 263 रन बनाए थे।
धोनी और कोहली ने निभाई परंपरा
वैसे तो सभी खिलाड़ी जीतने की ही कोशिश करने में लगे रहते हैं, लेकिन जीत नसीब ही बहुत कम खिलाड़ियों को नसीब होती है। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे पूर्व Indian कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होंने 2014 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड को 95 रन से शिकस्त दी थी। यह सीरीज का दूसरा मैच था, जिसमें इशांत शर्मा ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 7 विकेट झटक लिए थे।
इसके बाद दौर आया विराट कोहली का, जिन्होंने 2018 में भयानक बल्लेबाजी का मुजायरा पेश किया था। सीरीज का तीसरा मैच जो नॉटिंघम में खेला गया था, जिसमें पहली पारी में कोहली ने 97 और दूसरी पारी में 103 रन बनाकर मैच को अपने नाम कर लिया था। इसके बाद 2021 में हाल में चल रही सीरीज का दूसरा मैच लॉर्ड्स में खेला गया और इसे भी तेज गेंदबाजों के दम पर 151 रन से इंग्लैंड को भारत ने मात देकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।