भारतीय टीम के लिए खेल चुके इन 4 खिलाड़ियों का जन्म हुआ विदेशी सरजमीं पर

Published - 08 Sep 2020, 01:29 PM

खिलाड़ी

भारत में क्रिकेट को एक धर्म की तरह माना जाता है. जहाँ पर हर तीसरा युवा क्रिकेटर बनना चाहता है. लेकिन टीम में मात्र 11 खिलाड़ियों को ही खेलने का मौका मिल पता है. जबकि भारत देश में कुल आबादी 135 करोड़ लोगो की है. जिसके कारण सबको मौका नहीं मिल सकता है.

इंग्लैंड की टीम में कई विदेशी खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिल जाता है. लेकिन भारतीय टीम में ऐसा होता हुआ नहीं नजर आता है. लेकिन ऐसा हमेशा से ही नहीं रहा है. पहले भारतीय क्रिकेट टीम में ऐसे खिलाड़ियों को मौका मिल चुका है, जिनका जन्म विदेशी सरजमीं पर हुआ है.

आज हम आपको उन 4 भारतीय खिलाड़ियों के बारें में बताएँगे. जिन्होंने भारतीय टीम में खेला लेकिन उनका जन्म विदेशी सरजमीं पर हुआ था. इन खिलाड़ियों ने अपना एक नाम भी भारतीय क्रिकेट में बनाया हुआ है. जबकि कुछ लोगो के बारें में आपको नहीं पता होगा.

1. सलीम दुर्रानी

भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ खिलाड़ी रहे जिनका जन्म विदेश में हुआ. इन खिलाड़ियों की बात करें तो एक नाम बहुत ही लोकप्रिय रहा है. ये नाम है सलीम दुर्रानी का. भारत के पूर्व क्रिकेट सलीम दुर्रानी ने भारत का करीब 14 साल तक प्रतिनिधित्व किया.

सलीम दुर्रानी का जन्म अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुआ था. वो साल 1934 में 11 दिसंबर को जन्में थे. लेकिन इसके बाद उनका पालन-पोषण गुजरात के जामनगर में हुआ. यहीं से उन्होंने क्रिकेट सीखी और साल 1960 में भारत के लिए डेब्यू किया.

दुर्रानी ने भारत के लिए 1973 तक खेले. जिसमें वो 29 टेस्ट मैच खेलने में सफल रहे. जिसमें उन्होंने 25.04 के औसत से 1202 रन बनाये थे. जिसमें उन्होंने 7 अर्द्धशतक और एक शतक भी लगाया. इस बीच उन्होंने 15 छक्के भी जड़े थे. जिसका चलन उस समय बहुत कम था.

2. रॉबिन सिंह

भारतीय क्रिकेट टीम के पास वैसे तो ऑलराउंडर्स खिलाड़ियों की कमी ही रही है.मगर भारत के लिए कुछ बेहतरीन ऑलराउंडर्स खिलाड़ी जरुर खेले जिसमें एक नाम रॉबिन सिंह का आता है. भारत के पूर्व ऑलराउंडर रॉबिन सिंह भारत के लिए लंबे समय तक क्रिकेट खेलने में सफल रहे.

रॉबिन सिंह का जन्म भारत में नहीं हुआ है. उनका जन्म कैरेबियन के त्रिनिदाद में 14 सितंबर 1963 को हुआ. रॉबिन सिंह इसके बाद भारत लौट आए और उन्होंने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा. उन्होंने भारत के लिए 1 टेस्ट के साथ ही 136 वनडे मैच खेले.

ऑलराउंडर रॉबिन सिंह ने इसके बाद भारत की सीनियर टीम के अलावा कई टीमों में कोचिंग की भूमिका निभायी है. वो भारत के सबसे बेहतरीन फील्डर्स में से एक माने जाते हैं. हाल में ही इस खिलाड़ी ने भारत के मुख्य कोच के लिए भी आवेदन किया था. हालाँकि रवि शास्त्री को अंत में एक बार फिर से कोच बनाया गया.

3. लाल सिंह

भारतीय क्रिकेट इतिहास में सैकड़ों खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं. भारतीय क्रिकेट टीम के इन खिलाड़ियों में पूर्व क्रिकेटर लाल सिंह का नाम भी दर्ज है. लाल सिंह वैसे तो भारत के लिए कोई बड़ा करियर तो नहीं बना सके लेकिन वो फिर भी खास माने जाते हैं.

लाल सिंह की बात करें तो उनका जन्म भारत नहीं बल्कि मलेशिया में हुआ. उन्होंने 16 दिसंबर 1909 को मलेशिया की जमीं पर ही दुनिया में कदम रखा. वो भारत के पहले इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का हिस्सा थे. उन्होंने ये मैच 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला.

भारत के लिए खेलने के बाद वो फिर से मलेशिया बस गए. उनका निधन मलेशिया में ही 1985 को हुआ. लाल सिंह जैसे खिलाड़ियों के त्याग की वजह से ही आज क्रिकेट इतना बड़ा खेल बन पाया है. बहुत कम मैच में ही भले वो खेले लेकिन उसके बाद भी उनका नाम इतिहास में हमेशा अमर रहेगा.

4. अशोक गंडोत्रा

भारत के विदेशी सरजमीं पर जन्में खिलाड़ियों में एक नाम पूर्व क्रिकेटर अशोक गंडोत्रा का आता है. अशोक गंडोत्रा ने भारत में इंटरनेशनल क्रिकेट भी खेला और वो घरेलू क्रिकेट का भी हिस्सा रहे. इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी की बात करें तो उनका जन्म ब्राजील में हुआ.

गंडोत्रा का जन्म 24 नवंबर 1948 को हुआ. इसके बाद उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 1969 में खेलने का मौका पाया. वो घरेलू क्रिकेट में बंगाल और दिल्ली के लिए खेल चुके थे. जिसके बाद अशोक गंडोत्रा ने 1969 में न्यूजीलैंड के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. वो भारत के लिए 2 टेस्ट मैच खेलने में सफल रहे.

अशोक गंडोत्रा ने भारत के लिए 2 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 13.5 के औसत से 54 रन बनाये. जिसके बाद उन्हें और खेलने का मौका नहीं मिल पाया. लेकिन शुरुआती दौर में खेलने के कारण उन्हें आज भी याद किया जाता है.

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