भारतीय टीम इस बार के टी-20 विश्व कप को जीतने मामले में प्रबल दावेदार है, क्योंकि भारतीय टीम में फिलवक्त एक से एक धुरंदर खिलाड़ियों की पूरी जमात खड़ी है। इतना ही बहुत सारे क्रिकेट पंडितो का मानना है, कि इस वक्त कप्तान कोहली की टीम की बेंच स्ट्रेंथ दुनिया की हर टीम से मजबूत है।
हालांकि हालिया प्रदर्शन पर को अगर देखेंगे तो इतनी तगड़ी और मजबूत बेंच स्ट्रेंथ होने बाद भी भारतीय टीम में सही कम्बिनेशन नहीं बन पा रहा है, जिसकी वजह से खिलाड़ियों के बीच सही तालमेल भी नहीं बैठ पा रहा है। हालांकि अगर भारतीय टीम में मौजूदा खिलाड़ियों के साथ ही तालमेल बैठाने के लिए कुछ बदलाव कर दिए जाए तो कोई भी विरोधी टीम भारतीय टीम को टी-20 विश्व कप जीतने से नहीं रोक सकती।
टी-20 विश्व कप जीतने के लिए भारतीय टीम को करने होंगे यह 3 बदलाव
हम इस आर्टिकल में आपको 3 ऐसे बदलावों के बारे में बताएंगे, अगर कप्तान विराट कोहली टी-20 विश्व कप से पहले अपनी टीम में कर लेंगे तो भारत को टी-20 विश्व कप जीतने से कोई भी विरोधी टीम रोक नहीं सकती।
#3 पॉवर प्ले मे बनाने होंगे ज्यादा से ज्यादा रन
मौजूदा वक्त में भारतीय टीम के पास टॉप ऑर्डर में दुनिया के सबसे आक्रामक और धमाकेदार बल्लेबाजों का पूरा स्क्वॉड मौजूद है। इसमें टी-20 के नंबर वन बल्लेबाज केएल राहुल मौजूद हैं, उनके साथ शॉर्ट फॉर्मेट के मास्टर क्लास बल्लेबाज रोहित शर्मा और टीम इंडिया की धुरी कप्तान विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों तो हैं ही। इनके साथ युवा और निर्भीक बल्लेबाज ईशान किशन और दिग्गज शिखर धवन जैसे धुरंदर बल्लेबाज भी हैं।
यह जितने भी बल्लेबाज है, वो ऐसे बल्लेबाज हैं जो अकेले के दम पर विरोधी टीम को घुटनों पर ला सकते हैं, लेकिन इन धुरंदरों की मौजूदगी में टीम इंडिया पिछले तीन मैचों में पॉवर प्ले में फ्लॉप रही है। तीन मैचों इंग्लैंड के खिलाफ पॉवर प्ले में इंडिया का स्कोर रहा है, 22 रन, 50 रन और 24 रन, जो की काफी खराब रहा है।
ऐसे में साल 2021 के आखिर में होने वाले टी-20 विश्व से पहले भारतीय टीम को इन बल्लेबाजों पर भरोसा कायम करके उनका आत्मविश्वास बढाकर सही तालमेल बनाना होंगा जिससे टीम पॉवर प्ले में ज्यादा से ज्यादा रन बटोर सके।
#2 मिडिल ऑर्डर में बनाने होंगे तेजी से रन
भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर आज से नहीं काफी लंबे से मजबूत रहा है, मौजूदा वक्त में भी मिडिल ऑर्डर में भारतीय टीम के पास ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और हार्दिक पांड्या जैसे, एक से एक धुरंदर बल्लेबाज मौजूद हैं, जो कभी भी मैच का रुख पलटना जानते हैं। हालांकि यह बल्लेबाज इंग्लैंड के खिलाफ पिछले तीन मैचों में कुछ खास रन नहीं जोड़ पाएं हैं।
पिछले तीन मैचों में ऋषभ पंत की बात करे तो, उन्होंने पहले मैच में 91.30 की स्ट्राइक रेट से 21 रन बनाए, दूसरे मैच में 200 की स्ट्राइक रेट से 26 रन बनाए और तीसरे मैच में 125 के स्ट्राइक रेट 25 रन बनाएं हैं, उनका यह प्रदर्शन टी-20 के लिहाज कतई ठीक नहीं माना जाएंगा।
पिछले तीन मैचों में श्रेयस अय्यर की बात करे तो, उन्होंने पहले मैच में 139.58 की स्ट्राइक रेट से 67 रन बनाए, दूसरे मैच में 100 की स्ट्राइक रेट से 8 रन बनाएं और तीसरे मैच में भी वो 100 की स्ट्राइक रेट से 9 बना पाएं। उनका यह प्रदर्शन टी-20 के लिहाज से कतई ठीक नहीं माना जाएंगा।
हार्दिक पांड्या को पिछले तीनों मैच में से दो में ही बल्लेबाजी करने का मौका मिला। पहले मैच में वो 100 से कम के स्ट्राइक रेट और दूसरे मैच में 113 की स्ट्राइक रेट से, दोनों मैचों को मिलाकर 38 रन जोड़ पाएं, जो बहुत खराब प्रदर्शन है।
ऐसे में साल 2021 के अखिर में होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले अपने मिडिल ऑर्डर पर भरोसा बढ़ाकर कप्तान कोहली को और मजबूत करना होगा, जिससे यह खिलाड़ी विश्व में ज्यादा से ज्यादा रन तेजी के साथ जोड़ सके।
#1, ऑलराउंडरों के साथ 6 गेंदबाजों की मदद लेनी होगी
मौजूदा वक्त की बात करें तो भारत की बेंच स्ट्रेंथ में इतना दम है कि वो ऑलराउंडरों के साथ 6 गेदबाजों का कॉम्बिनेशन बनाकर टी-20 में खेल सकती है। क्योंकि इस वक्त हार्दिक पांड्या, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, और राहुल तेवतिया जैसे धुरंदर ऑलराउंडर टी-20 टीम में शामिल है, जो गेंद और बल्ले, दोनों से दमदार प्रदर्शन दिखा सकते हैं।
हालांकि टीम की धुरी माने जाने वाले ऑलराउंडर ‘सर रविंद्र जडेजा’ ऐसे ऑलराउंडर है जो अपने अकेले के दम पर विरोधी टीम को धूल चटाने का माद्दा रखते हैं।
साल 2021 के टी-20 विश्व कप में अगर भारतीय टीम हार्दिक पांड्या, वॉशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा जैसे ऑलराउंडर के साथ मैदान पर उतरती हैं, तो बेहद आसानी से टीम में 6 गेंदबाजों का कम्बिनेशन बना सकती है, इसकी मदद से भारतीय टीम टी-20 विश्व कप पर अपनी दावेदारी ठोक सकती है।