भारतीय टीम के 4 कप्तान जिनकी कप्तानी में नहीं हारा भारत ने एक भी टेस्ट मैच
Published - 21 Jan 2021, 04:46 PM

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भारतीय टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज खेल रही है. तीन मुकाबलों में 1-1 मैच में मिली जीत के साथ दोनों टीमें सीरीज में बराबरी पर चल रही हैं. 4 टेस्ट मैचों की सारीज का आखिरी मुकाबला ब्रिस्बेन में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेला जा रहा है. जिसका नतीजा आना अभी बाकी है. विराट कोहली की गैर मौजूदगी में भारतीय टीम की कमान रहाणे संभाल रहे हैं.
अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में इस सीरीज में जहां भारतीय टीम को 1 मैच में जीत हासिल हुई है, तो वहीं दूसरे मुकाबले सिडनी मुकाबले को भारतीय टीम ड्रॉ कराने में कामयाब रही है. आज इस खास रिपोर्ट में हम आपको उन 4 कप्तानों के बारे में बताएंगे जिनकी मेजबानी में भारतीय टीम 1 भी मुकाबला नहीं हारी है.
अजिंक्य रहाणे
इस लिस्ट में सबसे पहले बात करें ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे की, जिनकी मेजबानी में भारतीय टीम साल 2020-21 में खेले 2 में एक भी मुकाबला नहीं हारी है. इनमें 27 दिसंबर साल 2020 में खेले गए मेलबर्न टेस्ट मुकाबले में जीत मिली है.
जबकि 7 जनवरी से 11 जनवरी (2021) तक खेले गए मैच को अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम ड्रॉ कराने में कामयाब रही है. इसके अलावा चौथा मुकाबला अभी ब्रिस्बेन में जारी है. हालांकि इससे पहले भी अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए टेस्ट मैच में जीती थी.
इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ 1 टेस्ट मैच में कप्तानी करते हुए साल 2018 में भी भारतीय टीम को जिताया था. फिलहाल ओवर ऑल की बात करें तो रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2017-21 के बीच में कुल 5 मैच खेले हैं, जिनमें से 4 मुकाबलों में भारतीय टीम अजेय रही है. जबकि 1 मुकाबला ड्रॉ रहा है.
रवि शास्त्री
मौजूदा समय में भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री का नाम इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है. जिनकी कप्तानी में भारतीय टीम एक भी टेस्ट मैच नहीं हारी है. दरअसल शास्त्री की मेजबानी में भारतीय टीम सिर्फ एक ही टेस्ट मुकाबला खेली थी.
साल 1988 में रवि शास्त्री को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में कप्तान बनने का मौका मिला था, और दिलचस्प बात तो यह रही कि, भारतीय टीम यह मैच जीतने में कामयाब रहा था.
दाएं हाथ के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रवि शास्त्री ने अपने 11 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में 80 टेस्ट मैच खेले हैं. जिनमें उनके बल्ले से कुल 3830 रन निकले हैं. इसके लिए बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हुए रवि शास्त्री ने टेस्ट में 151 विकेट भी चटकाए हैं.
के श्रीकांत
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर बात करते हैं, भारतीय टीम के शानदार ओपनर बल्लेबाज के श्रीकांत की. जिनकी मेजबानी में टीम इंडिया पाकिस्तान के दौरे पर 1989 में पहुंची थी. इस दौरान दोनों टीमों के बीच 4 टेस्ट मुकाबले खेले गए थे. इन चारों टेस्ट मैच में भारतीय टीम के कप्तान के श्रीकांत थे.
1989 में श्रीकांत की कप्तानी में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने उतरी भारतीय टीम ने 4 टेस्ट मैच खेले थे. इस दौरे पर भारतीय टीम एक भी मैच जीती तो नहीं थी. लेकिन हारी भी नहीं थी. दरअसल श्रीकांत की मेजबानी में टीम इंडिया ने चारो मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रही थी.
के. श्रीकांत के नाम यह बड़ा रिकॉर्ड रहा है. 11 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में श्रीकांत ने कुल 43 टेस्ट मैच खेले हैं. जिनमें उनके बल्ले से कुल 2062 रन निकले हैं. इनमें 2 शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं.
हेमू (एचआर) अधिकारी
लिस्ट में आखिरी और चौथे नंबर पर बात करते हैं भारतीय टीम के दाएं हाथ के शानदार पूर्व बल्लेबाज हेमू अधिकारी की. जिनकी कप्तानी में भी भारतीय टीम को टेस्ट मैच में हार नहीं मिली.
हेमू अधिकारी ने अंतरराष्ट्रीय मैच में अपने करियर के 12 साल दिए. इस दौरान उन्हें सिर्फ 1 ही मुकाबले में कप्तान के तौर पर साल 1959 में मौका दिया गया था. जिसमें उन्होंने भारतीय टीम की मेजबानी करते हुए मैच को जीतने में तो सफल नहीं रहे थे. लेकिन ड्रॉ जरूर करवा दिया था.
यह टेस्ट मुकाबला हेमू अधिकारी की मेजबानी में भारतीय टीम ने 1959 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी. जो ड्रॉ रहा था. हेमू अधिकारी ने अपने करियर में कुल 21 टेस्ट मैच खेले हैं. जिनमें उनके बल्ले से 872 रन निकले थे. इसमें 1 शतक और 4 अर्धशतक शामिल है.