आजादी के बाद भारत छोड़ पाकिस्तान से खेलने लगे थे यह खिलाड़ी
Published - 16 Aug 2018, 11:39 AM

कहते हैं खेल के मैदान पर खेल भावना दो देशों को करीब लाने की कोशिश करता हैं। 15 अगस्त 1947 को जब एक तरफ भारत और एक तरफ पाकिस्तान बनाया गया तो उस समय भारतीय क्रिकेट टीम को झटकों का सामना करना पड़ा। टीम के तीन खिलाड़ी बंटवारे के कारण पाकिस्तान का हिस्सा बन गए। अंग्रेजो से मिली आज़ादी के बाद भारतीय टीम कमजोर होती दिखाई दी थी। इस टीम को कई सालों से उससे जुड़े खिलाड़ियों को अलविदा कहना पड़ रहा था। आइये जानते हैं ऐसे कुछ खिलाड़ियों के नाम
#1. गुल मोहम्मद
बाएं हाथ का यह बल्लेबाज मध्य गति का गेंदबाज भी था। इनका जन्म लाहौर में सन् 1921 में 15 अक्टूबर के दिन हुआ था। गुल मोहम्मद ने अपना पहला अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच 22 जून 1946 को भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
1946 से 1952 तक इनका जुड़ाव भारतीय टीम से रहा। लेकिन 1956 से इन्होंने पाकिस्तान के लिए खेलना शुरू किया। गुल मोहम्मद ने भारत के लिए जहां 8 टेस्ट मुकाबले खेले थे वहीं पाकिस्तान के लिए उन्होंने सिर्फ 1 टेस्ट मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेला था।
#2. अब्दुल हफीज करदर
लाहौर में ही 17 जनवरी 1925 को हफीज करदर का जन्म हुआ था। 22 जून 1946 को इस खिलाड़ी ने भारत के लिए अपना पहला टेस्ट मुकाबला खेला था। यह मुकाबला उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
अपने क्रिकेट कैरियर में हफीज ने कुल 26 टेस्ट मुकाबले खेले। जिसमें 3 टेस्ट मुकाबले उन्होंने भारत के लिए खेला वहीं 23 टेस्ट मुकाबले उन्होंने पाकिस्तान के लिए खेला। 1946 में भारत के लिए खेलने के बाद, 1952 से 1958 तक इन्होंने पाकिस्तान के लिए खेला।
#3. आमिर इलाही
1 सितंबर 1908 को दाएं हाथ के इस लेग स्पिन गेंदबाज का जन्म लाहौर में हुआ। इलाही ने अपना पहला टेस्ट मुकाबला 12 दिसंबर 1947 को भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेला।
सबसे मजे की बात यह हैं कि भारत के लिए अपना पहला टेस्ट मुकाबला खेलने वाले इस खिलाड़ी ने अपना आखिरी क्रिकेट मुकाबला भारत के खिलाफ खेला। 1948 में ईडन गार्डन में इन्होंने पाकिस्तान के लिए खेलते हुए भारत के खिलाफ अपना आखिरी मुकाबला खेला। आमिर ने कुल 6 टेस्ट मुकाबले खेले जिसमें 1 टेस्ट उन्होंने भारत के लिए और बचे 5 टेस्ट मुकाबले उन्होंने पाकिस्तान के लिए खेला।