Indian क्रिकेट टीम इस वक्त इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेल रही है। जिसका पहला मैच ड्रा हो चुका है और दूसरा मैच वर्तमान में लॉर्ड्स के मैदान पर खेला जा रहा है। जिसमें रोहित शर्मा और केएल राहुल की दिलकश पारियों के दम पर 300 से ज्यादा का स्कोर बनाने में कामयाबी हासिल की है। वैसे अभी तो टीम बड़े स्कोर की तरफ बढ़ती ही जा रही है। लेकिन, इस वक्त भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि टीम का मध्यक्रम मुश्किलों के दौर से गुजर रहा है।
दुनिया का सबसे मजबूत मिडिल ऑर्डर हुआ फेल
आपको बता दें कि Indian क्रिकेट टीम के पास दुनिया का सबसे मजबूत बल्लेबाजी मध्यक्रम है। जिस टीम के मिडिल ऑर्डर में विराट कोहली (Virat Kohli), चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) जैसे बल्लेबाज हों उसे शायद किसी विरोधी से जीत दर्ज करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन, दुनिया का सबसे मजबूत मिडिल ऑर्डर बुरी तरह फेल हो रहा है और Team India को काफी दिक्कतें हो रही हैं।
अगर इन तीनों खिलाड़ियों की बात करें तो साल 2020 से पुजारा, रहाणे और विराट कोहली का टेस्ट औसत 30 से भी कम है। चेतेश्वर पुजारा की बात करें तो वो 13 टेस्ट मैचों की 23 पारियों में 25.09 की औसत से 552 रन बना पाए हैं। अजिंक्य रहाणे भी कुछ खास नहीं कर सके हैं, इस बल्लेबाज ने 13 टेस्ट की 22 पारियों में 25.76 की औसत से महज 541 रन बनाए हैं।
ज्यादा फायदा नहीं उठा सकी Team India
लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में रोहित शर्मा (83) और केएल राहुल (129) की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 126 रन जोड़कर India को शानदार शुरुआत दिलाई। लेकिन, टीम इंडिया इस मजबूत स्थिति का ज्यादा फायदा नहीं उठा सकी। क्योंकि मध्यक्रम के मुख्य बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा महज 9 रन पर पवेलियन चले गए।
वैसे कप्तान कोहली ने 42 रनों की पारी जरूर खेली, लेकिन इस दौरान उन्हें जीवनदान भी मिले। अजिंक्य रहाणे भी सिर्फ 1 रन बनाकर चलते बने। सच तो यह है कि भारतीय टीम का मध्यक्रम इस तरह से धराशाई हुआ जैसे किसी टीम का निचला क्रम पूरी तरह से फेल होता है।