विश्व में जब भी Indian क्रिकेट टीम की बात आती है. तो यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि भारतीय क्रिकेट टीम ने विश्व में अपना अलग ही परचम लहराया है. फिर चाहे वो घरेलू सरजमीं हो या विदेशी. भारतीय टीम ने अपने प्रदर्शन से प्रशंसकों को खुश करने की हरसंभव की कोशिश की है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट की बात की जाए तो टीम इंडिया ने अपने अच्छे प्रदर्शन से अपने दर्शकों को खूब लुभाया है जो उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. आज इस आर्टिकल के जरिए हम समझेंगे कि वो कारण क्या हैं जिनकी वजह से भारतीय क्रिकेट टीम अन्य टीमों से आगे निकल चुकी है.
ये पांच कारण हैं Indian Team की सफलता के
1. टीम को मिलता हैं घरेलू मैच का फायदा
भारतीय टीम को अपनी सरजमीं पर होने वाले घरेलू मैचों का खूब फायदा होता है. क्योंकि टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो प्रैक्टिस का एक भी मौका नहीं छोड़ते. फिर जाए वो बड़े मैदानों में नेट प्रैक्टिस करना हो या फिर किसी भी मैदान पर घरेलू मैच की. जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेले जाने वाले मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने में ज्यादा समस्या नहीं होती है.
India में क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग आईपीएल के होने से भी भारतीय खिलाड़ियों को बहुत मदद मिलती है. क्योंकि इस लीग में उन्हें अपने ही कई अनुभवी और दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेलने और सीखने का मौका मिलता है. इसी वजह से वो टी20 के साथ ही हर प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है.
2. मौजूद हैं अनुभवी और सीनियर खिलाड़ी
किसी भी टीम में अनुभवी और सीनियर खिलाड़ी का होना बहुत जरुरी है. क्योंकि किसी भी टीम के खिलाफ खेलना सही है लेकिन बिना अनुभवी खिलाड़ी के खेलना हर टीम को महंगा पड़ सकता है. इसलिए टीम में जब भी कोई अनुभवी खिलाड़ी होता है तो जीत का विश्वास बना रहता है.
माना जा रहा है कि मौजूदा Indian Team में युवा खिलाड़ी की तादाद ज्यादा है. पर उनके पास विराट कोहली जैसे कप्तान और क्रिकेट की गेंद को फुटबाल समझ कर बड़े-बड़े शॉट से दर्शकों का दिल मोह लेने वाले रोहित शर्मा भी मौजूद हैं. जिन्होंने क्रिकेट में अपना अलग ही परचम लहराया हुआ है.
3. टीम में मौजूद है संतुलन
Indian Team को विश्व में सबसे संतुलित टीम माना जाता है क्योंकि उनके पास हर फॉर्मेट में खेलने वाले खिलाड़ी मौजूद हैं, जो टीम के लिए अच्छी खबर है. हर वो टीम जो किसी भी क्रिकेट के फॉर्मेट में मैदान में उतरती है तो वो सिर्फ मैच को जीतने के लिए उतरती है लेकिन जीत उसी टीम की होती है इसके पास एक से एक बढ़कर दिग्गज होते हैं.
अगर हम भारतीय टीम की बल्लेबाजी की बात करे तो उनके पास ओपनर के रूप में केएल राहुल और रोहित शर्मा हैं जो टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाने में अच्छा प्रदर्शन करते है वही मिडिल ऑर्डर में श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और मनीष पाण्डेय जैसे खिलाड़ी मौजूद रहते हैं. साथ ही गेंदबाजी में शमी और बुमराह जैसे गेंदबाजों के साथ स्पिनर के रूप में चहल और कुलदीप जैसे युवा खिलाड़ी भी मौजूद हैं.
4. रोहित और राहुल जैसे धाकड़ सलामी बल्लेबाज
Indian Team में ओपनिंग जोड़ी की कभी भी कमी नहीं खली है. क्योंकि पहले समय में हमे सचिन और सहवाग जैसे धाकड़ ओपनर बल्लेबाज मिले तो उसके बाद राहुल और सौरभ गांगुली, फिर धवन और रोहित और अब केएल राहुल जैसे ओपनर बल्लेबाजों की बदौलत आज भारतीय टीम का परचम पूरे विश्व में लहराता दिख रहा है.
ओपनर बल्लेबाज टीम की वो कड़ी होती है जिसके ऊपर पूरी टीम की उम्मीदें टिकी होती हैं. अगर ओपनिंग जोड़ी चली तो टीम को फायदा होता है. जिसके बाद गेंदबाजों पर दवाब कम होता है. और वो अपनी गेंदबाजी से अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होता हैं. रोहित और शिखर धवन ने टीम के लिए ओपनिंग करते हुए अपने नाम काफी रिकॉर्ड किए हैं.
5. टीम को मिलते रहे हैं अच्छे कप्तान
भारतीय टीम को हमेशा से ही अनुभवी और सर्वश्रेष्ठ कप्तान मिलते रहे हैं. फिर जाए पूर्व Indian कप्तान सौरव गांगुली हों या फिर महेंद्र सिंह धोनी जैसा कूल कप्तान. इन जैसे कप्तानों की बदौलत टीम इंडिया ने कई बड़े रिकॉर्ड कायम किये हैं.
भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली भी इस रेस में शामिल हैं. जिन्होंने ना सिर्फ अपनी बल्लेबाजी बल्कि कप्तानी से भी भारत को बुलंदियों पर ले गए हैं. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रहते हुए भारत ने 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप अपने नाम की, फिर 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप और अंत में 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर इतिहास रच दिया.