क्या रोहित शर्मा से टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग कराना चयनकर्ताओं द्वारा लिया गया सही कदम है!
Published - 18 Sep 2019, 10:57 AM

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सीमित ओवरों में अपने बल्ले की धाक जमा चुके रोहित शर्मा को आखिरकार चयनकर्ताओं ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम में बतौर ओपनर शामिल कर ही लिया। लंबे वक्त से हर तरफ रोहित से टेस्ट में ओपनिंग कराने की मांग की जा रही थी लेकिन कप्तान कोहली के पसंदीदा केएल राहुल की टीम में मौजूदगी उनके रास्ते का सबसे बड़ा काटा थी। लेकिन अब चयनकर्ताओं ने राहुल को ड्रॉप कर रोहित को ओपनिंग जिम्मेदारी सौंपी गई है तो आइए हम आपको बताते हैं कि क्यों चयनकर्ताओं का यह फैसला बिल्कुल सही है ?
राहुल से बेहतर है रोहित के टेस्ट आंकड़े
पिछले काफी वक्त से रोहित शर्मा को टेस्ट में ओपनिंग कराने की बात की जा रही थी लेकिन कप्तान विराट कोहली अपने पसंदीदा केएल राहुल को निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद मौके पर मौके दिए जा रहे थे। हाल ही में संपन्न हुए वेस्टइंडीज टूर में भले ही टीम ने 2-0 से टेस्ट सीरीज जीत ली लेकिन राहुल बल्लेबाजी करते हुए कभी भी अच्छे नहीं दिखे।
टेस्ट में औसत के मायने तो आप समझते ही हैं। इस नजरिए से रोहित शर्मा राहुल से काफी बेहतर नजर आते हैं। केएल राहुल का औसत 34.59 का है तो वहीं रोहित शर्मा जिन्हें अभी पर्याप्त मौके भी नहीं मिले उनका औसत 39.62 का है।
राहुल ने 60 पारियों में 34.59 के औसत और 5 शतक और 11 अर्धशतक की मदद से कुल 2006 रन अपने नाम किए हैं। तो वहीं रोहित 47 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 39.62 के औसत और 3 शतक और 10 अर्धशतक की मदद से 1585 रन बनाए हैं।
रोहित शर्मा के पास है गेयर बदलने का टैलेंट
कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा से ओपनिंग करवाने की बात कह चुके हैं। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि जब तक किसी खिलाड़ी को मौका न मिले, तब तक यह कहना मुश्किल है कि वह कैसा प्रदर्शन करेगा।
हर फॉर्मेट का खेलने का अलग तरीका है। लेकिन अगर आप रोहित की बल्लेबाजी पर गौर करें, तो देख सकते हैं कि वह वनडे और टी 20 दोनों ही फॉर्मेट में टीम की जरूरत के अनुसार ही बल्लेबाजी करते हैं।
जब टीम को कम गेंदों में अधिक रन चाहिए होते हैं तो उनकी स्ट्राइक रेट बढ़ जाती है और जब कुछ कम रनों के लक्ष्य का पीछा करना होता है तो वह आराम-आराम से खेलते हैं। इसलिए हम यह कह सकते हैं कि वह टेस्ट फॉर्मेट में अच्छी शुरूआत देने की काबीलियत रखते हैं।
बतौर ओपनर कर चुके हैं सीमित ओवरों में धमाल
2007 में वनडे में डेब्यू करने के बाद रोहित टीम से अंदर-बाहर होने वाले खिलाड़ियों में आते थे लेकिन 2013 में महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें ओपनिंग का मौका दिया और वह उन्होंने मौके को पूरी तरह भुनाया। उस मैच के बाद रोहित ने हिटमैन बनने की तरफ जो अपने कदम बढ़ाए तो फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वनडे और टी 20 में उन्होंने रिकॉर्ड्स के ढेर लगा दिए। यदि टेस्ट की बात करें तो रोहित ने अभी तक बतौर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ही टेस्ट में खेला है फिर भी उनका औसत लगभग 39.62 है। कहने, सुनने और रोहित को टीम में मिलना तो हो गया अब देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने फैंस की उम्मीदों पर खरे उतरकर क्या करिश्मा दिखाते हैं.