भारतीय टीम के लिए आई बड़ी खुशखबरी, इस कारण मिल रही है भारतीय टीम को उनके मनमाफिक पिच

भारतीय टीम हमेशा अपनी घरेलू पिचों में शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश करती है, लेकिन भारतीय टीम के बल्लेबाज हमेशा से ही विदेशी पिचों में कुछ खास नहीं कर पाये है. जिसके चलते विदेशी जमीन में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के आलोचक भारतीय टीम को सिर्फ 'घर का शेर' कहते है.
हालाँकि ये बात जरुर है कि विदेशी दौरों में भारतीय टीम को उनके मनमाफिक पिच नहीं मिलती है और भारतीय टीम की कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए उन्हें वहां स्विंग होती तेज पिचें मिल जाती है.
लेकिन केपटाउन में होने वाले मैच में मिलेगी मनमाफिक पिच
भले ही अबतक भारतीय टीम को विदेशी जमीन में उनके मनमाफिक पिच नहीं मिलती हो, लेकिन इस बार 5 जनवरी को होने वाले केपटाउन के न्यूलैंड्स की पिच भारत के मनमाफिक होने वाली है.
शायद न्यूलैंड्स की पिच में भारतीय टीम को उस तरह के उछाल का सामना ना करना पड़े जिसकी वह उम्मीद कर रहे है, क्योंकि कई वर्षों में खराब सूखे ने मैदानकर्मियों के लिए घरेलू टीम के मुफीद पिच तैयार करने में मुश्किल पैदा की है. एक रिपोर्ट के अनुसार लोगो को प्रत्येक दिन 87 लीटर से ज्यादा पानी का इस्तेमाल नहीं करने को कहा गया है.
मैदानकर्मी इवान फ्लिंट ने खुद की पुष्टि
न्यूलैंड्स में बोरहोल-वाटर सप्लाई प्रणाली है, लेकिन मैदानकर्मी इवान फ्लिंट ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, "पिच पर हम आमतौर पर प्रत्येक दिन बोरहोल-वाटर सप्लाई से पानी दे रहे है, लेकिन आउटफिल्ड पर हमने एक हफ्ते में केवल दो बार ही पानी दिया है इसलिए यह थोड़ी सुखी होगी और उतनी हरी नहीं होगी जीतना हम देखना चाहते थे.
फ्लिंट ने आगे कहा, चुनौती यह है, कि हमें घास विकेट पर छोड़नी पड़ेगी, जो पतली घास है ताकि इसमें तेजी रहे, लेकिन हम यह सुनश्चित करना चाहते है, कि गेंद ज्यादा ग्रिप और ज्यादा टर्न ना करे. आदर्श रूप से हमें सुबह में थोड़ी बारिश की जरुरत है और फिर दोपहर में धुप की. मुझे नहीं पता हमें इसे मिलने में कितने दिन लगेंगे."
संजय बांगड़ रखे हुए है पिच पर निगरानी
आपको बता दे, कि भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ लगातार डब्लूपीसीसी पर ग्राउंड स्टाफ के साथ काम कर रहे है. वह यहां की पिचों का जायजा ले रहे है. वह इन सब बातों पर निगरानी रख रहे है, कि पिच पर कितनी घास छोड़ी जा रही है कितना पानी डाला जा रहा है और कितना रोलर चलाया जा रहा है.
पिच को लेकर शास्त्री का है यह कहना
वही भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री का कहना है, कि "भारतीय टीम के लिए विदेशी दौरें पिच के लिहाज से हमेशा डरावने रहे है. इसलिए हर गेम हमारे लिए ऐसा होगा, कि जैसा हम घर में खेल रहे है.
दोनों टीमों को एक ही पिच पर खेलना है. कल आप इंग्लैंड जायेंगे, तो वहां भी आपकों सीमिंग पिचें मिलेंगी. जब आप भारत में खेलते है तभी आपकों टर्निंग विकेट मिलता है. यदि आप टीम के रूप में खुद को बेहतर मानते है तो आपकों परिस्थितियों से तालमेल बैठाना ही पड़ेगा."
वीडियो ऑफ़ द डे
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Ravi Shastri