भारतीय टीम (India team) और इंग्लैंड (England) के बीच खेले जा रहे ओवल टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने दूसरी पारी में इंग्लैंड के खिलाफ जीत के लिए 368 रनों का लक्ष्य रखा है. इस पारी में सबसे बड़ा योगदान रोहित शर्मा का रहा है. उनकी 127 रन की पारी ने भारत को लक्ष्य बनाने में काफी हद तक मदद की. इसके बाद निचले स्तर के भी बल्लेबाजों ने भी प्रयास में कोई कमी नहीं छोड़ी. चौथा दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान ने बिना किसी नुकसान के 77 रन बना लिए हैं.
अभी भी इंग्लैंड टीम को जीत हासिल करने के लिए 291 रन चाहिए. अब भारत को जीत दर्ज करने के लिए इंग्लैंड के 10 विकेट लेने हैं. ऐसे में मुकाबला अभी टक्कर का है. खेल के चौथे दिन भारत की शुरूआत बेहद खराब रही थी. लेकिन, इस बीच शार्दुल और पंत ने टीम इंडिया की डूबती नईयां को पार लगाई. इस खास रिपोर्ट में हम 3 गलतियों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो भारत ने खेल के चौथे दिन की....
1. रहाणे का फेल होना
इस सीरीज का चौथा मुकाबला आखिरी दिन पर पहुंच चुका है. लेकिन, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का बल्ला अभी तक खामोश है. एक अर्धशतक को छोड़ दिया जाए, तो उनके बल्ले से अभी तक एक भी अच्छी पारी नहीं निकली है. रहाणे ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. मिडिल ऑर्डर में उनका लगातार फेल होना भारत के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
टीम इंडिया के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने इस सीरीज में लॉर्ड्स टेस्ट मैच में सिर्फ 61 रन की पारी खेली थी. उसके अलावा उनके बल्ले से बड़ी पारी क्या 20 रन भी आने मुश्किल हो गए हैं. ओवल मुकाबले की पहली पारी में भी वो सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए थे. दूसरी पारी में बिना खाता खोले ही क्रिस वोक्स को अपना विकेट दे बैठे.
इस पूरे सीरीज में अभी तक उन्होंने सिर्फ 109 रन बनाए हैं. जब उन्हें टीम की जरूरत थी तब वो बिना स्कोर किए ही दूसरी पारी में चलते बने. उनकी खराब फॉर्म अभी टीम पर भी भारी पड़ने लगी है. रहाणे का ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में इस फेल होना भारतीय टीम (India team) की पहली बड़ी गलती थी.
2. विराट का बड़ी पारी ना खेल पाना
कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ओवल टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भी अच्छी शुरुआत करने में सफल रहे थे. ओवल टेस्ट मैच के चौथे दिन वो क्रीज पर सेट हो चुके थे और फैंस की उम्मीदें फिर से उनसे बढ़ गई थी. लेकिन, एक बार फिर वो अपने स्कोर को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकामयाब रहे. कोहली दूसरी पारी में अर्धशतक के बेहद नजदीक थे. उन्होंने 44 (96) रन बना लिए थे और काफी सहज नजर आ रहे थे.
लेकिन, तभी मोईन अली की गेंद पर उनका बल्ला गेंद का बाहरी किनारा लेते हुए सीधा क्रेग ओवरटन के हाथों में पहुंच गया और कप्तान वापस पवेलियन लौट गए. पिछले 52 पारियों से उनके शतक का इंतजार कर रहे फैंस की आस एक बार फिर उनके विकेट के साथ खत्म हो गई. दूसरी पारी में कोहली (Virat Kohli) का फिर से वही अंदाज देखने को मिला जो अब तक लोग देखते रहे हैं.
शुरुआत में वो पूरी तरह से क्रीज पर जमे रहने में सफल रहे. हर किसी को उनसे उम्मीद थी कि, वो एक बड़ी पारी खेलेंगे और टीम के स्कोर को बढ़ाने में मदद करेंगे. लेकिन 96 गेंदों का सामना करते हुए 46 रन बनाकर उन्होंने मोईन की गेंद पर आसान सा कैच दे दिया. यह भारतीय टीम (India team) की दूसरी सबसे बड़ी गलती थी.
3. इंग्लैंड के शुरू में विकेट ना लें पाना
टीम इंडिया की तीसरी बड़ी गलती खेल के आखिरी सेशन में एक भी विकेट ना ले पाना था. 368 रनों का लक्ष्य देने के बाद उतरे भारतीय गेंदबाज अपना जलवा दिखाने में विफल साबित हुए. पहली पारी में भारत को अच्छी शुरूआत दिलाने वाले जसप्रीत बहुमराह और उमेश यादव भी एक भी विकेट नहीं ले सके. इंग्लैंड टीम के सलामी बल्लेबाज अपनी टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में सफल रहे.
रोरी बर्न्स 31 (109) और हसीब हमीद 43 (85) रन बनाकर दोनों क्रीज पर नाबाद हैं. मैच में दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर है. भारतीय तेज गेंदबाजों से जिस तरह की उम्मीद थी उसमें अभी तक उनका दमखम बेहद फीका रहा है. टीम इंडिया जीतने के लिए अभी भी 10 विकेट चाहिए. हालांकि फैंस को उम्मीद थी कि, आखिरी सेशन में भारतीय टीम (India team) के गेंदबाज इंग्लैंड को झटका दे सकते हैं.
लेकिन, ऐसा हो नहीं सका. यहां तक कि मोहम्मद सिराज भी अब दबाव बनाने में काफी बेदम नजर आ रहे हैं. यानी कुल मिलाकर भारत के तेज गेंदबाज अपनी रणनीति में चौथे दिन के आखिरी सेशन में बुरी तरह से फेल रहे. जो टीम की सबसे बड़ी गलती थी. हालांकि इंग्लैंड को जीत के लिए 291 रन बनाने हैं.