IND vs SL: श्रीलंका क्रिकेट टीम मौजूदा भारत दौरे पर अभी तक अपनी पहली जीत की राह देख रही है। टी20 सीरीज में 3-0 से हार के बाद अब भारत बनाम श्रीलंका (IND vs SL) 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भी मेहमान टीम को पारी और 222 रनों से मुंह की खानी पड़ी है। श्रीलंकाई खिलाड़ी टीम इंडिया के प्रदर्शन के आगे बिल्कुल बेअसर नजर आए हैं। इसका नतीजा ये रहा कि 5 दिनों तक चलने वाले टेस्ट मैच का निर्णय 3 दिनों में ही आ गया है। इस शर्मनाक हार के बाद श्रीलंकाई कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रीया दी है।
गेंदबाजों को सुनाई खरी-खोटी
श्रीलंकाई गेंदबाजों की भारतीय गेंदबाजों ने जमकर पिटाई की थी। लसिथ एंबुलदेनिया के अलावा कोई भी श्रीलंकाई गेंदबाज विकेट लेने में सक्षम नजर नहीं आ रहा था। इसके चलते टीम इंडिया ने अपनी पहली में 8 विकेट के नुकसान पर 574 रन बना कर अपनी पारी घोषित की थी। लिहाजा अगर भारत की ओर से पारी समाप्ति की घोषणा नहीं की जाती तो स्कोर और भी बड़ा हो सकता था। इसके बाद श्रीलंकाई कप्तान ने गेंदबाजों को खूब खरी-खोटी सुनाई है। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में दिमुथ ने कहा कि,
"हमने कभी नहीं सोचा था कि यह तीन दिन तक खत्म हो जाएगा। अगर हमने बेहतर गेंदबाजी की होती तो हम उन्हें प्रतिबंधित कर सकते थे। हमने पहले दो सत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन जब गेंद पुरानी हो गई तो हम अमल नहीं कर सके और इन चीजों पर हमें काम करने की जरूरत है।"
IND vs SL मोहाली टेस्ट के बाद बल्लेबाजों पर जमकर बरसे श्रीलंकाई कप्तान
इसके साथ ही बल्लेबाजी के मोर्चे पर भी श्रीलंका के खिलाड़ियों ने निराश ही किया है। श्रीलंकाई बल्लेबाज दोनों पारियों में 174 और 178 पर ऑल आउट हो गए। हालांकि पहली पारी में पाथुम निसंका ने 61 और दूसरी पारी में निरोशन डिकवेला ने 51 रनों की नाबाद परियां खेली। लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों को दूसरे छोर से साथ नहीं मिला। बल्लेबाजी पर श्रीलंकाई कप्तान का कहना है कि,
बल्लेबाजों को अपने हाथ ऊपर करने और लंबी पारी खेलने की जरूरत है। जब आप भारत के खिलाफ खेल रहे होते हैं, तो आपको शुरुआत का फायदा उठाना होता है, इस ट्रैक पर बल्लेबाजी करना आसान था, एक बार आपको बड़ा स्कोर बनाना होता है। हमने खुद का समर्थन किया (अतिरिक्त सीमर खेलकर)। हमने सोचा था कि विकेट खुलेगा और ऊपर-नीचे होने वाला है।"
इसके आगे उन्होंने कहा कि
"हम बल्ले से बहुत रक्षात्मक या बहुत आक्रामक थे, स्ट्राइक रोटेट करके दोनों के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है और इस तरह आप बड़ी पारी खेलते हैं। एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमें अपना हाथ ऊपर करना होगा और बड़ा स्कोर बनाना होगा।"