IND vs SA: 19 जनवरी यानी आज से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज़ शुरू हो गई है. पहला एकदिवसीय मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के पार्ल में खेला जा रहा है. टॉस जीतकर अफ्रीका ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया था. हालांकि दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत इतनी अच्छी नहीं रही, शुरुआती ओवर में ही जसप्रीत बुमराह ने अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज़ जनमन मालन को विकेटकीपर ऋषभ पंत द्वारा कैच आउट करवाकर पवेलियन भेज दिया था, और फिर इसके बाद मैदान पर दिखा अनुभवी गेंदबाज़ रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का जादू.
अश्विन ने क्विंटन डिकॉक को दिखाया पवेलियन का रास्ता
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लंबे समय बाद एकदिवसीय क्रिकेट में भारत के लिए वापसी कर रहे अनुभवी ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आते ही अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया. दक्षिण अफ्रीका अपने एक सलामी बल्लेबाज़ जनमन मालन को पारी के चौथे ओवर में ही खो चुकी थी और फिर पिच पर लय में लग रहे क्विंटन डिकॉक को भी अश्विन ने आउट का अफ्रीका गिरा दिया.
आपको बता दें कि, मैच की पहली पारी के 15वें ओवर में गेंदबाज़ी की कमान कप्तान राहुल ने अश्विन के हाथ में दी. जल्दी विकेट खोने के बाद भी अफ्रीका ने लगभग अच्छी वापसी करली थी. लेकिन अश्विन के ओवर की पहली गेंद पर ही डिकॉक क्लीन बोल्ड हो गए. अश्विन की गेंद डिकॉक के बल्ले को बीट करते हुए सीधा जाकर स्टंप्स पर लगी. डिकॉक कट शॉर्ट खेलने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन 15वे ओवर की पहली गेंद ने उनकी पारी समाप्त कर दी.
एकदिवसीय क्रिकेट में अश्विन का प्रदर्शन
पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने गज़ब की गेंदबाज़ी की है, जिसके चलते उन्होंने सेलेक्टर्स का दिल जीत लिया और इसी के साथ अश्विन को एक बार फिर भारत के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलने का मौका मिला. बता दें कि, अश्विन को पिछले वर्ष आईसीसी T20 वर्ल्डकप के लिए भी टीम में शामिल किया गया था.
लाल गेंद से अच्छी गेंदबाज़ी करने के बाद अब व्हाइट बॉल क्रिकेट में अश्विन का जादू दिखाई दे रहा है. अश्विन ने इससे पहले भारत के लिए एकदिवसीय क्रिकेट में कुल 111 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 4.25 की इकोनॉमी से गेंदबाज़ी करते हुए 150 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान अश्विन का बेस्ट बॉलिंग फिगर 4/25 था. बहरहाल, अब देखने वाली बात है कि अश्विन अपने प्रदर्शन से दर्शकों समेत सिलेक्टर्स को कितना प्रभावित करते हैं जिसके चलते व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी उनकी जगह टीम में पक्की हो जाए.