भारत-साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच 26 दिसंबर से टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है. जिसका इंतजार फैंस को भी काफी बेसब्री से है. इस श्रृंखला का आगाज 17 दिसंबर से होने वाला था. लेकिन, कोरोना महामारी के बढ़ रहे नए वेरिएंट को ध्यान में रखते हुए सीरीज की डेट को 26 दिसंबर के लिए टाल दिया गया था. इस श्रृंखला की शुरूआत से पहले टीम इंडिया में कई तरह के बदलाव हुए हैं.
रोहित शर्मा चोटिल होने की वजह से इस सीरीज से बाहर हो गए हैं. वहीं इस दौरे पर कुछ खिलाड़ियों को लंबे वक्त बाद जगह मिली है. ऐसे में जाहिर तौर पर भारतीय फैंस चाहेंगे कि इस श्रृंखला को टीम इंडिया जीतकर स्वदेश वापसी करें.
हम अपनी इस खास रिपोर्ट में ऐसे 5 आइकॉनिक टेस्ट मुकाबले की बात करने जा रहे हैं, जो भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच खेले गए सबसे यादगार टेस्ट में से एक थे. जिन्हें आज भी नहीं भुलाया जा सका है.
नंबर- 5
जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच 2018
सबसे पहले हम बात करेंगे साल जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच की जो 2018 में भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) टीम के बीच खेला गया था. इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने 63 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. इस दौरान टेस्ट टीम की कप्तानी विराट कोहली के हाथों में थी. भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर पहुंचा था. हालांकि टीम इंडिया सीरीज अपने नाम नहीं कर सकी थी. लेकिन, 1 टेस्ट जीतकर मेजबान टीम को चुनौती जरूर दी थी.
इस मुकाबले में भारत ने चौथी पारी में दक्षिण अफ्रीका के सामने 241 रनों का लक्ष्य रखा था. जिसके जवाब में उतरी मेजबान टीम 177 रनों पर ही ढेर हो गई थी. इस दौरान सिर्फ 3 बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके थे. वहीं डीन एल्गर ने सबसे ज्यादा नाबाद 86 रन, हाशिम अमला ने 52 रन की पारी खेली थी. भारत की ओर से इस मुकाबले में सबसे ज्यादा मोहम्मद शमी ने दूसरी पारी में 5 विकेट, जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा ने 2-2 विकेट लिए थे.
जबकि भुवनेश्वर कुमार को 1 सफलता हासिल हुई थी. इस मैच में भुवनेश्वर कुमार को उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच और द. अफ्रीकी तेज गेंदबाज बॉर्नेन फिलेंडर को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया गया था. भुवी ने इस टेस्ट मैच की पहली पारी में 30 और दूसरी पारी में 33 रन बनाए थे. इसलिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था. ये मैच आइकॉनिक टेस्ट मुकाबलों में से एक था.
नंबर- 4
जोहान्सबर्ग टेस्ट 18-22 दिसंबर 2013
18 से 22 दिसंबर के बीच खेला गया ये दूसरा सबसे यादगार टेस्ट था. इस दौरान टीम की कप्तानी पूर्व क्रिकेटर एमएस धोनी के हाथों में थी. इस मैच में विराट कोहली का अलग ही जलवा देखने को मिला था. इस मैच को भारत ड्रॉ कराने में कामयाब रहा था. पहले पारी में बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के खिलाफ 280 रन बनाए थे. इस पारी में विराट कोहली के बल्ले से 1 शानदार शतक (119) निकला था. जिसके जवाब में उतरी मेजबान टीम 244 रन ही बना सकी थी.
ग्रीम स्मिथ ने सबसे ज्यादा 68 रन की पारी खेली थी. दूसरी पारी में भारत ने 421 रन का लक्ष्य खड़ा कर दिया था. इस पारी में चेतेश्वर पुजारा ने 153 रन की जबरदस्त पारी खेली थी. इसके अलावा विराट कोहली ने 96 रन बनाए थे. इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम ने भी शानदार वापसी की. डु प्लेसिस ने 134 रन तो वहीं डी विलियर्स ने 103 रन बनाए थे.
लेकिन, ये मैच ड्रॉ कराने में मेजबान टीम कामयाब रही. इस टेस्ट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था. भारतीय टीम की ओर से सबसे ज्यादा विकेट 5 विकेट जहीर खान ने लिए थे. वहीं ईशांत शर्मा को 4 सफलताएं मिली थीं. ये मैच भी आइकॉनिक टेस्ट मुकाबलों में से भी एक था.
नंबर- 3
डरबन टेस्ट 26-29 दिसंबर 2010
साल 2010 में भारत साउथ अफ्रीका (IND vs SA) दौरे पर पहुंची थी. इस दौरान दोनों टीमों के बीच सीरीज का एक टेस्ट मुकाबला डरबन में खेला गया था. जिस पर टीम इंडिया ने जीत 87 रनों से जीत हासिल की थी. यूं तो दक्षिण अफ्रीका में तेज गेंदबाजों को अक्सर मदद मिलती रही है जबकि स्पिनर्स को जूझते हुए देखा गया है. लेकिन, 2010 में डरबन में हरभजन सिंह ने इस परिस्थिति को अपने पक्ष में कर लिया था.
उस दौरान उनका जादू जमकर चला था. भले ही मैन ऑफ द मैच वीवीएस लक्ष्मण चुने गए थे. लेकिन, भज्जी ने भी इस मुकाबले में जीत के लिए अपना खास योगदान दिया था. पहली पारी में उन्होंने 4 विकेट और दूसरी पारी में 2 झटके दिए थे. श्रीसंत को 4 सफलताएं वहीं जहीर खान को भी 6 कामयाबी हासिल हुई थी. वहीं बात करें वीवीएस लक्ष्मण की तो उन्होंने पहली पारी में 33 रन और दूसरी पारी में 96 रन बनाए थे.
बात करें मुकाबले की तो पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 10 विकेट के नुकसान पर 205 रन बनाए थे. जिसके जबाव में उतरी मेजबान टीम सिर्फ 131 रन बनाकर ढेर हो गई थी. वहीं दूसरी पारी में भारत 215 रन ही बना सका था. जबकि जीत के लिए अफ्रीकी टीम को 303 रन चाहिए थे. लेकिन मेजबान टीम 215 रन पर ही सिमट गई और इस मैच को भारतीय टीम ने 87 रन से जीत लिया था. ये मुकाबला भी आइकॉनिक टेस्ट मैचों में से एक था.
नंबर- 2
जोहान्सबर्ग टेस्ट 15-18 दिसंबर 2006-7
साल 2006-7 में एक भारतीय टीम 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए अफ्रीकी दौरे पर पहुंची हुई थी. इस दौरान पहला टेस्ट मुकाबला जोहान्सबर्ग में 15 से 18 दिसंबर के बीच खेला गया था. जिसमें भारतीय टीम ने जबरदस्त जीत हासिल की थी. राहुल द्रविड़ की कप्तानी में खेला गया ये मुकाबला बेहद रोमांचक रहा था क्योंकि लंबे वक्त बाद गांगुली ने कमबैक किया था. ग्रेग चैपल टीम इंडिया के कोच थे. पहली इनिंग में भारत की पारी 249 रन पर सिमट गई.
इस दौरान टॉप स्कोरर गांगुली रहे. उन्होंने नाबाद 51 रन की पारी खेली. इसके बाद गेंदबाजी में श्रीसंत ने अपना जलवा बिखेरा और पहली पारी में सिर्फ 40 रन देकर मेजबान टीम को 5 बड़े झटके दिए. महज 84 रन पर अफ्रीकी पारी खत्म हो गई. इसके बाद दूसरी इनिंग में लक्ष्मण की 73 रन की पारी के बदौलत भारत ने 236 रन बनाए. जीत के लिए मेजबान को 402 का लक्ष्य मिला था.
भारत के खिलाफ उतरी साउथ अफ्रीका टीम (IND vs SA) दूसरी पारी में सिर्फ 278 रन पर ऑलआउट हो गई. इस दौरान सबसे ज्यादा रन (97) ऐशवेल प्रींस ने बनाए थे. हालांकि इस मैच को भारत ने 127 रन के बड़े अंतराल से अपने नाम किया था. और श्रीसंत को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था.
नंबर- 1
पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट, 16020 नवंबर 2001
साल 2001 में भारतीय टीम 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए अफ्रीकी सरजमीं पर पहुंची थी. पहला मैच 9 विकेट से मेजबान टीम जीत चुकी थी. दूसरे टेस्ट मुकाबले में दोनों टीमों के बीच रोमांच जारी था. मेजबान टीम भारत पर हावी था. गांगुली की कप्तानी में खेला गया ये मुकाबला बचाना भारत के लिए जरूरी था और आखिर में इस मुकाबले को ड्रॉ कराने में भारतीय टीम कामयाब रही थी.
साउथ अफ्रीका और भारत (IND vs SA) के बीच खेले गए इस मुकाबले में मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 362 रन बनाए थे. इस पारी में हर्शल गिब्स ने 196 रन बनाए थे. वहीं भारत की ओर से जवागल श्रीनाथ ने कुल 6 विकेट झटके थे. भारतीय टीम पहली पारी में 201 रन पर ऑलआउट हो गई थी. 89 रन वीवीएस ने बनाए थे.
शॉन पोलाक ने कुल 5 विकेट लिए थे. दूसरी पारी में अफ्रीका टीम ने 233 रन बनाए थे. जीत के लिए भारत को 395 रन का लक्ष्य मिला था. हालांकि इस मैच को भारत अपने नाम तो नहीं कर सका. लेकिन, इसे ड्रॉ कराने में कामयाब रहा था. इस टेस्ट मैच में हर्शल गिब्स को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था.