IND VS SA: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. टेस्ट सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच केपटाउन न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम में 11 जनवरी को खेला जाएगा. दोनो टीमों के लिए करो या मरो वाला मैच होगा. तीसरा टेस्ट जीतने वाली टीम इस सीरीज पर कब्जा जमा लेगी. जिसके लिए दोनों टीमें जीतने पूरजोर प्रयास करेंगी. वहीं तीसरे टेस्ट में विराट (Virat Kohli) कोहली इतिहास रचने के लिए ये बड़ा फैसला ले सकते हैं.
केपटाउन में इतिहास रचने को तैयार विराट कोहली
टेस्ट सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच के विराट सेना पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरेगी. मैच जीतने के लिए टीम का मनोबल बढ़ा होना चाहिए. विराट कोहली मैदान पर खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाने का लगातार प्रयास करते रहते हैं. विराट कोहली ऊर्जावान खिलाड़ी है. जो दूसरे खिलाड़ियों को भी प्रेरित करते रहते हैं. भारत के पास यह मैच जीतकर इतिहास रचने का सुनहरा मौका है.
भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका सरजमीं पर टीम इंडिया एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है. विराट की सेना इस मौके को नहीं खोना चाहेगी. अगर इस मैदान पर खेले गये मुकाबलों की बात की जाए तो भारत अब तक इस मैदान पर कुल 5 मुकाबले खेले हैं, जिनमें टीम को तीन में हार का सामना करना पड़ा है, जबकि दो मुकाबले ड्रॉ रहे हैं. लेकिन भारतीय टीम इन आकड़ों को दरकिनार करते हुए साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर एक नया इतिहास लिखेगी.
विराट कोहली तीसरे टेस्ट में इस सीनियर खिलाड़ी को निकालेंगे बाहर
भारत केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम में 11 जनवरी को सीरीज पर कब्जा जमाने के हिसाब से मैदान पर उतरेगा. जिसके लिए विराट कोहली तीसरे टेस्ट में टीम स्क्वाड में भारी फेरबदल कर सकते हैं. विराट कोहली टीम के सीनियर अजिंक्य रहाणे को तीसरे टेस्ट से बाहर का रास्ता दिखा सकते है. क्योंकि अजिंक्य रहाणे को टेस्ट टीम की रीढ़ कहा जाता है. उन्होंने उस लिजाज से अभी तक ऐसा प्रदर्शन नहीं किया. अजिंक्य रहाणे का पिछले कुछ समय से टेस्ट प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है. जब भी रहाणे को टीम से बाहर निकालने की बात सामने आती है तो ये एक बड़ी पारी खेलकर टीम में फिर जगह बचा लेते हैं. ऐसा ही कुछ इन्होंने साल 2020 में 26 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए मुकाबले में 112 रनों की शानदार पारीखेली टेस्ट टीम जगह बना ली.
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में टीम इंडिया के टेस्ट बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का खराब फॉर्म से जूझते रहे और उन्हें दूसरे टेस्ट से भी बाहर कर दिया गया. वो इस साल अपने करियर के सबसे खराब फॉर्म में हैं. हालांकि साल 2021 अजिंक्य रहाणे के करियर का सबसे खराब साल कहा जा सकता है. जिन्हें टेस्ट मैचों में रन बनाने के लिए जूझते हुए देखा गया है. इस साल रहाणे के प्रदर्शन की बात करें तो वो 12 टेस्ट की 21 पारियों में महज 19.57 के मामूली औसत के साथ 411 रन ही बना सके.
IND VS SA: श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी को मिलना चाहिए मौका
भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैच खेलने के युवा खिलाड़ी बेताब है. श्रेयस अय्यर (shreyas iyer) ने अपने पहले टेस्ट मैच में शतक जमाकर सबका दिल जीता तो वहीं हनुमा विहारी (hanuma vihari) को दूसरे टेस्ट में विराट कोहली की जगह शामिल किया गया था. जहां उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से इंप्रेस करते हुए दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में नाबाद 40 रन बनाए. भले ही टीम इंडिया ने 7 विकेट से मुकाबला गंवा दिया, लेकिन सभी ने हनुमा विहारी की तारीफ की.
विहारी को विराट कोहली और श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में मौका मिला, जिसमें उन्होंने खुद को साबित किया. उन्हे टीम में मौके की तलाश है. अजिंक्य रहाणे और चुतेश्वर पुजारा पिछले कुछ समय से टीम इंडिया पर बोझ बने हुए हैं. इन दोनों खिलाड़ियों की पिछली कुछ टेस्ट पारियों बात की जाए, तो इनका प्रदर्शन काफी खराब रहा है.
दोनों खिलाड़ी टेस्ट स्पेसलिस्ट हैं, लेकिन उस लिहास से अपना बेस्ट नहीं दे पा रहे हैं. इस साल रहाणे के प्रदर्शन की बात करें तो वो 12 टेस्ट की 21 पारियों में महज 19.57 के मामूली औसत के साथ 411 रन ही बना सके. चुतेश्वर पुजारा का हाल भी कुछ ऐसा ही वो काफी लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में कोई कमाल नहीं दिखा पाए. इसलिए अब कोहली को बड़ा फैसला लेते हुए अय्यर और विहारी को इन दो दिग्गजों की जगह मौका देना चाहिए, ताकि मध्य क्रम जीत की जिम्मेदारी उठा सके।