IND vs SA: भारतीय क्रिकेट टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा है। 5 मैचों की टी20 शृंखला में मेहमान टीम ने 1-0 की बढ़त बना ली है, जिससे टीम इंडिया की IND vs SA सीरीज में पिछड़ने की संभावना पैदा हो गई है। पहले मैच में भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने धाकड़ प्रदर्शन करते हुए 212 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन गेंदबाज इस विशालकाय टारगेट का बचाव करने में सक्षम नहीं हो पाए। जिसमें सबसे कमजोर कड़ी वो खिलाड़ी साबित हुए जो कभी टीम इंडिया की ताकत हुआ करता था।
IND vs SA पहले T20 मैच में फ्लॉप हुए भुवनेश्वर कुमार
दरअसल, हम टीम इंडिया के अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) की बात कर रहे हैं। भुवी की मौजूदगी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सिर दर्द बनती जा रही है। टी20 विश्वकप के बाद से ही वे अपनी लय खो चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद टीम मैनेजमेंट उन्हें लगातार मौके देने पर तुला हुआ है। इसके चलते कई युवा और प्रतिभाशाली गेंदबाजों की टीम में जगह बन पाना संभव नहीं हो रहा है।
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) सीरीज के पहले मैच में भी भुवनेश्वर ही टीम इंडिया की हार के सबसे बड़े विलेन बने हैं। इस मैच में भुवनेश्वर कुमार ने भले ही शुरुआती ओवर में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेंबा बावूमा का विकेट हासिल किया था। लेकिन इसके बाद वे IND vs SA पूरे मैच में बेअसर साबित हुए और अंत के ओवर में बल्लेबाजों ने भुवी की जमकर क्लास लगाई। आलम ये रहा कि उन्होंने अपने कोटे के 4ओवर में 10.80 के इकोनोमी रेट से 43 रन लूटा दिए थे।
खत्म होने की कगार पर है भुवनेश्वर कुमार का करियर
गौरतलब है कि स्विंग के राजकुमार कहे जाने वाले भुवनेश्वर कुमार बीते कुछ महीनों से फॉर्म से बाहर नजर आ रहे हैं। टी20 विश्वकप में इंजरी से वापसी करने के बाद उनकी लय गड़बड़ा गई है। हाल ही में आईपीएल 2022 के दौरान भी उनकी गेंदबाजी में पुरानी धार नदारद थी। वहीं टी20 फॉर्मेट में अब भारत के पास भुवी से अच्छे गेंदबाजों के विकल्प मौजूद है।
जिसमें सबसे उल्लेखनीय नाम उमरान मलिक का है, जो कि वर्तमान समय में भारत के सबसे तेज गेंदबाज होने का तमगा अपने साथ लेकर आते हैं। वहीं भुवनेश्वर कुमार खेल के छोटे फॉर्मेट में बेअसर साबित होते हैं, उन्होंने भारत के लिए 60 टी20 मैचों में सिर्फ 59 विकेट हासिल किए हैं। ऐसे में अब उनके इस फॉर्मेट में भविष्य पर भी संकट गहरा सकता है।