बीते कुछ सालों से भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच क्रिकेट मैच से पहले चारों तरफ 'मौका-मौका' गाने का शोरगुल सुनाई पड़ता था। ऐसा इसीलिए क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने पिछले साल टी20 विश्वकप से पहले भारतीय टीम को किसी भी आईसीसी विश्वकप मुकाबले में मात नहीं दी थी। लेकिन उस एक हार के बाद अब ना ही ये गाना बजता हुआ सुनाई पड़ा और अब ना ही पाकिस्तान वो पहले जैसी टीम रही जिसे भारत जब मर्जी किसी भी मैदान पर पछाड़ने का दम रखता था। हाल ही में एशिया कप 2022 से टीम इंडिया की शर्मनाक रुखसती हुई है, जिसमें सबसे अहम भूमिका पाक टीम की ही रही है।
साल 2017 में पाकिस्तान ने दिया भारत को पहला बड़ा जख्म
साल 2017 चैंपियंस ट्रॉफी, यहां से भारत का पाकिस्तान (IND vs PAK) के सामने कमजोर कड़ी बनना शुरू हुआ। इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान को पहले ही मुकाबले में पटखनी देने के बाद भारतीय टीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और सीधा फाइनल में जगह बनाई। वहीं पाकिस्तान भी भारत से मिले जख्म को दिल में लिए हर टीम को पछाड़ता हुआ निर्णायक मुकाबले में पहुंचा। ऐसा लगा मानो चैंपियंस ट्रॉफी अब बस तत्कालीन कप्तान विराट कोहली के हाथों में आने को तरस रही हो, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
टॉस के वक्त विराट के द्वारा पहले गेंदबाजी करने का फैसला और फिर फखर जमान का नो-बॉल पर आउट होना। इन 2 बातों ने शुरुआत में ही तय कर दिया कि खिताब हाथ से फिसलने वाला है। हुआ भी कुछ ऐसा ही, पाकिस्तान को बुरी तरह रौंदने के साथ कारवां की शुरुआत करने वाली भारतीय टीम सबसे अहम मौके पर 338 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। जिसे समेटकर पाकिस्तान ने अपनी जीत का महल खड़ा कर डाला।
2021 के बाद 2022 में भी पाक टीम ने तोड़ी भारत की उम्मीदें
इसके बाद एक बार फिर टी20 विश्वकप 2021 में भारत का पहला ही मुकाबला पाकिस्तान (IND vs PAK) के साथ हुआ।सभी ने समझा कि केएल राहुल, रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे धुरंधरों के सामने पाकिस्तान कितनी देर टिक पाएगा। लेकिन हुआ इसका बिल्कुल उल्टा, शाहीन शाह अफरीदी की 2 गेंदों ने राहुल-रोहित के रूप में भारत की उम्मीदों को ऐसा झटका दिया कि भारतीय टीम का पतन रोके से नहीं रुक पाया।
फिर बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी ने 1 विकेट लेने के लिए भी भारतीय टीम को तरसा दिया। वहीं अब रोहित शर्मा की कप्तानी में नए दौर का बिगुल बजाते हुए एशिया कप 2022 में पहले मैच में गिरते पड़ते जीतने के बाद भारत को अगले ही मैच में पाकिस्तान से एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी और इस बार चैंपियन बनने के सपने के साथ गई टीम इंडिया के हाथ एक बार फिर खाली रह गए।
IND vs PAK: क्यों बड़े मौकों पर पाकिस्तान से मात खाती है टीम इंडिया
ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर पाकिस्तान (IND vs PAK) ऐसी कौन सी बूटी लेकर आता है, जिसके कारण टीम इंडिया की हंवाइयां उड़ी रहती है। तो इसका सीधा सा जावाब है आत्मविश्वास, भारत और पाकिस्तान का मैच हमेशा से ही दबाव वाला होता है। मौजूदा समय में भारतीय टीम के खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में अपनी धाक और नाम के बोझ के तले दबे हुए नजर आते हैं। जिसके कारण वे पाकिस्तान के खिलाफ अपने किरदार को भली भांति जाहिर नहीं कर पाते हैं।
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की ओर से हर बार एक नया सितारा भारत-पाकिस्तान की जंग में अपनी छाप छोड़ जाता है। पिछले साल शाहीन शाह अफरीदी थे तो इस बार नसीम शाह और मोहम्मद नवाज, बड़े मौकों पर दबाव को सोखने की शक्ति शायद पाकिस्तानी खिलाड़ियों में भारत के मुकाबले ज्यादा है। इसमें सबसे बड़ी दोषी भारतीय टीम की नई खेप है, जिसमें सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, महेंद्र सिंह धोनी और जहीर खान जैसे दिलेर और बड़े जिगरे वाले खिलाड़ियों की कमी खलती है। यही वजह है कि साल 2013 के बाद टीम इंडिया आईसीसी ट्रॉफी को तरस रही है और हर बार नॉक-आउट या पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मुकाबले में औंधे मुंह गिर पड़ती है।