IND vs PAK: एशिया कप 2022 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला महामुकाबला 28 अगस्त को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा. इस बड़े मुकाबले के लिए दर्शक काफी ज़्यादा उत्साहित हैं और इसका बेसब्री से इंतज़ार भी कर रहे हैं. भारत-पाक (IND vs PAK) की राइवलरी पूरे विश्वभर में मशहूर है. कभी-कभी दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच मैदान पर ही गरमा-गर्मी देखने को मिल जाती है. ऐसा ही कुछ एक समय पर गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच देखने को मिला था, जब दोनों बीच मैदान पर भिड़ गए थे. क्या है पूरा मामला आइये जानते हैं.
गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच गरमाया था माहौल
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच राजनीतिक तंगी और अच्छे रिश्ते ना होने की वजह से बीते लंबे अरसे से दोनों टीमों के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई है. भारत और पाक (IND vs PAK) के बीच आखिरी भिड़ंत साल 2012 में हुई थी. उसके बाद से दोनों टीम सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स और एशिया कप में ही एक दूसरे के खिलाफ खेलती नजर आई हैं.
हालांकि 2012 से पहले भारत-पाक (IND vs PAK) के बीच एक से बढ़कर द्विपक्षीय सीरीज खेली गई. दोनों ही टीमें एक-दूसरे देशों का दौरा करती थीं. इसी बीच की बात है जब साल 2007 में पाकिस्तान भारत के दौरे पर थी. उस दौरान वनडे सीरीज़ का तीसरा मैच कानपुर में खेला जा रहा था. जिसमें टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर और पाकिस्तान के स्टार ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी एक दूसरे से भिड़ गए थे.
चौका खाने के बाद आग बबूला हुए थे शाहिद अफरीदी
दरअसल, भारत ने कानपुर में खेले जा रहे तीसरे वनडे मुकाबले (IND vs PAK) में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 19 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 92 रन बना लिए थे. उस समय टीम इंडिया के लिए क्रीज़ पर गौतम गंभीर और युवराज सिंह मौजूद थे. ऐसे में पारी का 20वां और मैच का अपना पहला ओवर लेकर शाहिद अफरीदी गेंदबाज़ी करने आए थे. वहीं उनके ओवर की तीसरी गेंद पर गौतम ने एक ज़ोरदार चौका जड़ दिया था. फिर अगली गेंद पर गंभीर ने फाइन लेग की ओर 1 रन के लिए शॉट खेला.
ग़ौरतलब है कि शॉट खेलने के बाद जब गंभीर दौड़ रहे थे तो उनकी नज़रें गेंद पर थी. वहीं अफरीदी की निगाहें भी गेंद पर थी. ऐसे में दोनों के बीच एक ज़बरदस्त टक्कर हो गई. जिसके बाद गंभीर रन पूरा करते ही अफरीदी के पास पहुंच गए और दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. गंभीर-अफरीदी ने एक दूसरे के खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया और एक दूसरे को खरी-खोटी भी सुनाई. झगड़ा इतना बढ़ गया था कि अंपायर को बीच में आकर सुलह करानी पड़ी थी.