कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के नेतृत्व में 3 वनडे मैंचो की सीरीज का पहला रांची में खेला गया. इस मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 176 रन बनाए. वहीं इस लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया 155 रन ही बना सकी. जिसके चलते मेहमान टीम ने यह मुकाबला 21 रनों से जीत लिया और सीरीज पर 1-0 से बढ़त बना ली है.
इस मैच में मिली हार के बाद फैंस ही नहीं बल्कि कई बड़े दिग्गज भी हार्दिक पांड्या की कप्तानी पर सवाल उठा रहे हैं. जो कहीं ना कहीं जायज भी कहा जा सकता है. हम अपने इस लेख में उनके 5 उट-पटांग फैसलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से टीम इंडिया को पहले टी20 मैच में हार का सामना करना पड़ा.
1. कप्तान बैटिंग में बुरी तरह हुए फ्लॉप
रांची में शुक्रवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए पहले टी-20 मुकाबले मे कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) बल्लेबाजी में बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए. जब वह बल्लेबाजी करने आए तो टीम इंडिया के 4 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे.
ऐसे में पांड्या को अपनी क्लास दिखानी चाहिए थी लेकिन वह 20 गेंदों 21 रन बनाकर चलते बने. जब आप जैस पहाड़ जैसे 176 रनों के लक्ष्य को चेज कर रहे हो. तो बल्लेबाज रनअप बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं. अगर पांड्या तोड़ा समय पिच पर थोड़ा समय बिता लेते तो 21 रनों की मामूली हार से बचा जा सकता था.
2. शिवम मावी को सीधा 14वां ओवर देना
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज शिवम मावी (Shivam Mavi) को इस मैच में कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने प्लेइंग-11 में शामिल किया. लेकिन पांड्या ने शुरूआत में नई गेंद के साथ मावी से गेंदबाजी में नजर अंदाज किया गया.
श्रीलंका के खिलाफ के खिलाफ शिवम मावी पहले मुकाबले में शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट अपने नाम किए थे. लेकिन इस मैच में पांड्या ने उन्हें 13वें ओवर में गेंद थमाई. जिसका खामियाजा पूरी टीम को भुगतना पड़ा. अगर उनसे शुरूआत में गेंदबाजी कराई गई होती थो वह भारत को विकेट चटका दे सकते थे. मावी से इस मैच में सिर्फ 2 ओवर ही करवाए गए.
3. अर्शदीप को आखिरी ओवर देना
इस पूरे मैच में तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को आखिरी ओवर देना हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की सबसे बड़ी गलती साबित हुई. अर्शदीप अच्छे गेंदबाज है लेकिन वह आखिरी लम्हों में किफायती साबित नहीं हो रहे हैं. हमने उन्हें ऐसा करते हुए एशिया कप से लेकर टी20 विश्व कप में देखा भी देखा है.
अर्शदीप सिंह अभी युवा है. मैंच के अंत में गेंदबाजी करते हुए अनुभव की कमी उनकी गेंदबाजी में साफ झलती है. वह प्रेशर में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाते हैं और नॉ बॉल फेंकना शुरू करते हैं.
ऐसा ही कुछ नजारा न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टी 20 मैच में देखने को मिला. उन्होंने इस मैच के आखिरी ओवर में 27 रन लुटाए. अगर वह इस ओवर में ऐसा नहीं करते तो काश टीम इंडिया को 21 रनों से हार का सामना नहीं करना पड़ता.
4. विस्फोटक बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को बहार बैठाना
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को इस मैच में नजरअंदाज करना कप्तानर्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को भारी पड़ गया. क्योंकि शॉ अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं. उन्होंने हाल ही रणजी टॉफी में असम के खिलाफ 369 रनों की पारी खेली थी.
उनके पास वह काबिलियत है कि वो किसी भी गेंदबाजी आक्रामण की धज्जियां उड़ा सकें. शॉ पारी की शुरूआत कुछ विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की तरह करते हैं. अगर उन्हें इस मैच में शामिल किया जाता है तो मैच की तस्वीर कुछ हो सकती थी.
5. टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनना
रांची में खेले गए मुकाबले में हार्दिक पांड्या का टॉस (Toss) जीतकर पहले गेंदबाजी चुनना फैसला गलत साबित हुआ है. वह पिच के मिजाज के पढ़ने में सफल नहीं हो पाए. उनके पास एक अच्छा मौका था कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते फ्री माइंड खेलते हुए स्कोर बोर्ड पर अच्छा टोटल लगा सकते थे.
न्यूजीलैंज ने समझदारी दिखाते हुए स्पिनर गेंदबाजों पर भरोसा जताया और उन्हें उनकी इस प्लानिंग फायदा भी हुआ. अगर पांड्या इस मैच में एक अतिरिक्त स्पिनर गेंदबाज खिलाते तो न्यूजीलैंड को 140-150 के टोटल पर रोका जा सकता था. क्योंकि सेंटनर को देखा गया था उन्होंने 4 ओवरों में 11 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए.
यह भी पढ़ें: VIDEO: शादी के 4 दिन बाद ही केएल राहुल ने फैंस को दी बड़ी खुशखबरी, पत्नी अथिया शेट्टी भी हुईं खुश