IND vs AUS: भारत ने दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया है. अपना 100 वां टेस्ट खेल रहे चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए विनिंग शॉट खेली. पुजारा ने चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई. इस जीत के साथ ही भारत ने 4 मैचों (IND vs AUS) की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है. बात अगर मैच की करें तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 263 रन बनाए थे और भारत को 262 पर आउट कर दिया. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 113 पर सिमट गई जिसके बाद जीत के लिए मिले 115 के मामूली लक्ष्य को भारत ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. दिल्ली टेस्ट में जीत के लिए तीन चीजें भारत के लिए पॉजिटिव रहीं.
अक्षर पटेल
हाल के दिनों में अक्षर पटेल (Axar Patel) भारत के लिए एक विश्वसनिय ऑलराउंडर के रुप में उभरे हैं और मुश्किल परिस्थितियों से टीम इंडिया को निकाला है. दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में भी जब भारत 125 पर 5 विकेट खोकर मुश्किल में था तब अक्षर बल्लेबाजी के लिए उतरे और दूसरे छोड़ पर गिरते विकेटों के बावजूद 74 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेल भारत को 262 के स्कोर तक पहुँचाया.
अक्षर ने अपनी पारी से ये जताया कि तमाम बड़े स्टार्स के बावजूद उनकी क्या महत्ता है. ये अक्षर का लगातार दूसरा अर्धशतक था. जिसने कंगारू टीम के पक्ष में जाती हुई बाजी को अपने नाम किया और भारत के लिए अहम योगदान दिया.
रविंद्र जडेजा
लगभग 5 माह बाद अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में वापस लौटे जडेजा (Ravindra Jadeja) ने अपनी धमक कायम रखी है. नागुपर में अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से दमदार प्रदर्शन कर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले जडेजा (Ravindra Jadeja) ने अपना दबदबा दिल्ली में भी कायम रखा और मैच में कुल 10 विकेट लिए जिसमें दूसरी पारी में 42 रन देकर 7 विकेट शामिल हैं. ये जडेजा के टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. जडेजा ने अपने प्रदर्शन से अश्विन से खौफ खाए ऑस्ट्रेलिया की परेशानी बढ़ा दी है.
फिल्डिंग में भी दिखा खिलाड़ियों का जलवा
भारत के लिए दिल्ली टेस्ट में जो सबसे बड़ी पॉजिटिव चीज रही वो रही भारत की फील्डिंग. श्रेयस अय्यर और लोकेश राहुल बेशक बल्लेबाजी में फ्लॉप रहे लेकिन उन्होंने मैच में ऐसे कैच पकड़े जो काफी मुश्किल थे लेकिन टीम इंडिया के लिए काफी ज्यादा अहम थे. अय्यर और राहुल के कैच ने भारत की जीत तय कर दी. इसके अलावा भारत की ग्राउंड फील्डिंग भी शानदार रही. हालांकि इस दौरान कई बार भारतीय खिलाड़ियों से फील्डिंग के दौरान चूक भी हुई. लेकिन, इसके बाद उन्होंने अपनी गलती को सुधारा और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई.