पहले आईसीसी (ICC) टेस्ट चैम्पियनशिप का समापन हो चुका है और केन विलियमसन की अगुआई में न्यूजीलैंड की टीम इस ख़िताब की निर्विवाद विजेता भी बन चुकी है। वैसे यह भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया यह फाइनल मैच कुछ कारणों से विवादित भी हो गया है। दरअसल इस मैच के दो दिन तो बारिश की वजह से पूरी तरह बर्बाद हो गए थे। जिस कारण इसे छठे दिन तक खेला गया। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है। अब फिर से इसका अगला संस्करण शुरू हो जाएगा। ऐसे में आईसीसी को अगले संस्करण से पहले टूर्नामेंट में कुछ बदलाव करने होंगे
ICC को करने चाहिए ये चार बदलाव
1. बेस्ट ऑफ 3 फाइनल
इस बार तो थोड़े विवाद के बीच पहले ICC टेस्ट चैम्पियनशिप का विजेता मिल चुका है। लेकिन, अगले सीजन से पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को सर्वश्रेष्ठ तीन फाइनल पर ध्यान देना होगा। हां ऐसे में समय थोड़ा ज्यादा लग सकता है, लेकिन इससे आप दोनों ही टीमों को बराबरी का मौका दे सकते हैं।
कि अगर एक जगह की पिच खराब होती है तो दूसरी में वो वापसी कर सके। इस काम में लगभग एक महीने का समय लग सकता है। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि जिन दो टीमों ने दो साल तक अच्छी क्रिकेट खेलकर खुद को साबित कर फाइनल में पहुंची है, उसे सिर्फ एक मैच से आंकना गलत होगा।
2. अंक तालिका में शीर्ष स्थान की टीमों को करें पुरस्कृत
ICC WTC में एक मैच के जरिये जब मैच का परिणाम निकला गया तब कई लोगों ने इसकी आलोचना की। क्योंकि जब कोई टीम दो साल तक संघर्ष कर के इस जगह पहुंची हो तो उसे और मौके मिलने ही चाहिए। आईपीएल में भी ऐसा होता है कि शीर्ष पर मौजूद टीमों को कम से कम दो मौके मिल जाते हैं। यह भी शीर्ष की टीमों को पुरस्कृत करने का ही एक तरीका है। क्योंकि कोई भी प्रशंसक अपनी टीम को इस तरह से नॉकआउट से बाहर होते नहीं देख सकता।
3. हर टेस्ट मैच के लिए सामान अंक
हाल में खत्म हुए टेस्ट चैम्पियनशिप में अंकों का निर्धारण जाँच के दायरे में आ चुका है। क्योंकि ICC की पुस्तिका के लिए दो मैच हो या फिर पांच या फिर चार मैचों की श्रृंखला ही क्यों ना हो। सभी के लिए सामान अंक ही थे। ऐसा इसलिए क्योंकि न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के दो टेस्ट मैच हों या फिर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की श्रृंखला हो या फिर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैच, सभी के लिए 120 अंक ही निर्धारित किए गए थे। सभी टीमों को समान मैच खेलने को मिले ऐसा जरुरी नहीं तो सभी मैचों के लिए एक जैसे ही अंक निर्धारित किए जाने चाहिए।
4. आरक्षित दिनों के चयन में ज्यादा सोचे
हाल ही में खत्म हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच के कुछ दिन तो बारिश में धुल गए थे। जिस कारण ऐसा माना जा रहा था कि यह मैच ड्रा भी हो सकता है। वैसे ICC ने एक रिजर्व डे पहले से ही जोड़ कर रखा था, लेकिन अगर सीम और स्विंग गेंदबाजी के अनुकूल पिच नहीं होती तो और भी दिक्कत हो सकती थी। यदि अगले डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी कुछ ऐसी ही उतपन्न होती है तो क्रिकेट परिषद को उन्हें बहुत ही सोच समझ कर रिजर्व डे चुनना पड़ेगा। जिससे जरुरत के सभी 450 ओवर फेंके जा सकें।