वेस्टइंडीज़ में आईसीसी अंडर 19 वर्ल्डकप 2022 (ICC U19 WC 2022) का आयोजन किया जा रहा है. शनिवार को वर्ल्डकप का आखिरी और फाइनल मुकाबला भारत और इंग्लैंड के बीच खेला जाएगा. दोनों टीमें टूर्नामेंट में अपने सभी मुकाबले जीतकर फाइनल तक पहुंची है. भारत ने इससे पहले अंडर 19 वर्ल्डकप 4 बार जीता है जबकि इंग्लैंड ने केवल एक बार 1998 में जीता है. दोनों ही टीमें ज़बरदस्त फॉर्म में चल रही हैं, आईसीसी अंडर 19 विश्वकप 2022 (ICC U19 WC 2022) का फाइनल मुकाबला काफी कांटे का होने वाला है. ऐसे में हम आज भारत के विश्वकप में सबसे सफलतम गेंदबाज़ विक्की ओस्तवाल के बारे में बात करने वाले हैं.
ICC U19 WC 2022 में चटकाए सबसे ज़्यादा विकेट
अंडर 19 भारतीय टीम के बाएं हाथ के स्पिनर गेंदबाज़ विक्की ओस्तवाल ने अपने प्रदर्शन से इस बार वर्ल्ड कप में सबको काफी प्रभावित किया है. इन्होंने भारत की ओर से अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 (ICC U19 WC 2022) में सबसे ज़्यादा विकेट चटकाए हैं. आपको बता दें कि, इस टूर्नामेंट की शुरुआत में भारतीय टीम के कई खिलाड़ी कोरोना पॉज़िटिव हो गए थे.
उसके बाद भी इस टीम ने हार नहीं मानी और एक के बाद एक लगातार सारे मैच इस टूर्नामेंट (ICC U19 WC 2022) में जीते. ऐसे में विक्की ओस्तवाल का नाम उन खिलाड़ियों में शुमार है जिन्होंने वर्ल्डकप के सारे मैच खेले हैं और अपनी गज़ब की गेंदबाज़ी के चलते टीम के लिए अहम भूमिका निभाई है. ग़ौरतलब है कि इस खिलाड़ी का यहां (ICC U19 WC 2022) तक पहुंचने का सफर बिल्कुल आसान नहीं था. विक्की ने ये मुकाम हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है. उन्होंने अपनी ज़िंदगी में काफी स्ट्रगल किया है.
3 घंटे रोज़ लोकल ट्रेन में सफर करते थे विक्की
क्रिकेट खेलने के लिए विक्की की लगन इतनी थी कि उन्होंने कभी-भी हार नहीं मानी. वह खेलने के लिए रोज़ अपने पिता के साथ 3 घंटे लोकल ट्रैन में सफर करके प्रैक्टिस के लिए जाया करते थे. दरअसल, विक्की को 1983 विश्वकप विजेता भारतीय टीम के मेंबर दिलीप वेंगसकर ने तलाशा है.
विक्की ओस्तवाल ने पुणे में दिलीप वेंगसकर की अकेडमी में प्रैक्टिस की है. जिसके लिए वे हर रोज़ अपने पिता के साथ 3 घंटे का लंबा सफर लोकल ट्रेन में करते थे. आज यही मेहनत उनकी रंग लेकर आई है. आज उनका नाम क्रिकेट जगत में बखूबी जाना जा रहा है. वे भारत के युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और आने वाले समय में बेहद जल्द उनको हम सीनियर भारतीय टीम के लिए भी खेलते हुए देख सकते हैं.
विक्की ओस्तवाल के कोच ने की उनकी जमकर सरहाना
विक्की ओस्तवाल को बहुत ही करीब से देखने वाले कोच मोहन जाधव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि,
“विक्की को रन देने से सख्त नफरत है. वो भले ही स्पिनर हैं. लेकिन उनकी सोच तेज गेंदबाजों जैसी है. वो 6 फीट लंबे हैं और इसी कद के कारण उन्हें अतिरिक्त उछाल मिलता है और वो बल्लेबाजों को उन्हें खेलने में परेशानी हो रही है. हालांकि, पहले वो रन बचाने के चक्कर में वो गेंद को फ्लाइट देने से हिचकते थे. लेकिन बीते 2 साल में उनकी गेंदबाजी में काफी विविधता आ गई है.”
CSK के साथ रहने से हुआ फायदा
इसके अलावा 10 साल से विक्की ओस्तवाल के कोच मोहन जादव ने यह भी बतया है कि कैसे विक्की को आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़ने का फायदा हुआ है. दरअसल साल 2019 के आईपीएल में विक्की ओस्तवाल सीएसके के साथ बतौर नेट गेंदबाज़ जुड़े थे, जिससे विक्की के खेल में काफी सुधार आया था. कोच मोहन जाधव ने कहा कि,
“2019 में वो (विक्की) चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ बतौर नेट बॉलर जुड़ा था. इस दौरान उसने शेन वॉटसन को आउट किया था. CSK के साथ रहने का उसे काफी फायदा हुआ. यहां दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज लेग स्पिनर इमरान ताहिर के साथ विक्की ने काफी वक्त बिताया. वहां से लौटने के बाद वो बिल्कुल अलग गेंदबाज बन गया. इस बात से घबराए बिना की बल्लेबाज बड़ा शॉट मार सकता है, उसने गेंद को फ्लाइट देनी शुरू की. इससे उसकी गेंद और टर्न लेने लगी और बल्लेबाजों के लिए उसे खेलना मुश्किल हो गया. इस अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी यह नजर आया है. अब विक्की बल्लेबाजों को जोखिम भरे शॉट्स खेलने पर मजबूर कर रहा है और इसी से विकेट हासिल कर रहा है.”