ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट (Australia Cricket team) के दिग्गज इयान चैपल (Ian Chappell) ने अपने 45 साल लंबे कमेंट्री करियर को खत्म करने का फैसला किया है। 78 वर्षीय बल्लेबाज वर्ष 1977 में कमेंटेटर बने और उन्हें व्यवसाय में सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है। उन्होंने लगभग 40 साल तक कई क्रिकेट शो में अपनी अहम राय व्यक्त की। वह कमेंट्री में भी उतने ही सफल रहे जितने कि वह क्रिकेट में थे। उनका मानना है कि ये संन्यास लेने के लिए बिल्कुल ठीक समय है।
Ian Chappell ने किया कमेंट्री करियर को खत्म करने का फैसला
चैपल ने अपने इस संन्यास के बारे में बात करते हुए कहा कि कैसे संन्यास ने उन्हें उन दिनों की याद दिला दी जब वह अपने खेल के दिनों के अंत में थे। उन्होंने 1980 में एक पल याद किया जब उन्हें पता था कि यह रिटायर होने का समय है। इयान चैपल (Ian Chappell) ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड को बताया,
"मुझे वो दिन याद है जब मैं जानता था कि पर्याप्त क्रिकेट खेल चुका हूं। मैंने घड़ी को देखा और तब 5 बजकर 14 मिनट दिन के खेल के हुए थे और मुझे लगा कि ये क्या हुआ। अगर आप उस समय घड़ी को देखें तो मुझे जाना होगा। कैरी मुझे कई बार बर्खास्त करना चाहते थे। वो वनडे क्रिकेट के बारे में काफी बात करते थे क्योंकि यह उनका बच्चा था। कैरी के साथ रिश्ता तूफान जैसा था। आप इसे जाने दें और अगले का इंतजार करें।"
विवादों से भरा रहा है Ian Chappell का करियर
इसमें कोई शक नहीं है कि इयान चैपल ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी होने के साथ एक शानदार कमेंटेर भी थे। लेकिन उनका करियर विवादों से भरा रहा है। उनके और इंग्लैंड के महान ऑलराउंडर के बीच भिड़ंत कमेंट्री बॉक्स तक में देखने को मिली है। इस कड़ी में सबसे चर्चित किस्सा 1998 की एशेज सीरीज के दौरान होने वाला है। इस दौरान उन्होंने बॉथम को नजरअंदाज करते हुए कहा था कि वह अपनी बात पर कायम नहीं रह सकते। चैपल ने कहा कि हो सकता है कि उनको सुनने वालों को उनकी आवाज चुभती हो लेकिन माइक के पीछे अपने समय का लुत्फ लिया है।
45 साल बाद थम गई इस दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई की आवाज, अब कभी कमेंट्री बॉक्स में नजर नहीं आएंगे इयान चैपल
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ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट (Australia Cricket team) के दिग्गज इयान चैपल (Ian Chappell) ने अपने 45 साल लंबे कमेंट्री करियर को खत्म करने का फैसला किया है। 78 वर्षीय बल्लेबाज वर्ष 1977 में कमेंटेटर बने और उन्हें व्यवसाय में सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है। उन्होंने लगभग 40 साल तक कई क्रिकेट शो में अपनी अहम राय व्यक्त की। वह कमेंट्री में भी उतने ही सफल रहे जितने कि वह क्रिकेट में थे। उनका मानना है कि ये संन्यास लेने के लिए बिल्कुल ठीक समय है।
Ian Chappell ने किया कमेंट्री करियर को खत्म करने का फैसला
चैपल ने अपने इस संन्यास के बारे में बात करते हुए कहा कि कैसे संन्यास ने उन्हें उन दिनों की याद दिला दी जब वह अपने खेल के दिनों के अंत में थे। उन्होंने 1980 में एक पल याद किया जब उन्हें पता था कि यह रिटायर होने का समय है। इयान चैपल (Ian Chappell) ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड को बताया,
विवादों से भरा रहा है Ian Chappell का करियर
इसमें कोई शक नहीं है कि इयान चैपल ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी होने के साथ एक शानदार कमेंटेर भी थे। लेकिन उनका करियर विवादों से भरा रहा है। उनके और इंग्लैंड के महान ऑलराउंडर के बीच भिड़ंत कमेंट्री बॉक्स तक में देखने को मिली है। इस कड़ी में सबसे चर्चित किस्सा 1998 की एशेज सीरीज के दौरान होने वाला है। इस दौरान उन्होंने बॉथम को नजरअंदाज करते हुए कहा था कि वह अपनी बात पर कायम नहीं रह सकते। चैपल ने कहा कि हो सकता है कि उनको सुनने वालों को उनकी आवाज चुभती हो लेकिन माइक के पीछे अपने समय का लुत्फ लिया है।