Steve Smith: ऑस्ट्रेलिया ने भारत को इंदौर में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन के फर्स्ट हाफ में ही 9 विकेट से हरा दिया. सीरीज का ये तीसरा टेस्ट भी पहले दो टेस्ट मैचों की तरह तीसरे दिन समाप्त हो गया जो टेस्ट क्रिकेट पर एक सवालिया निशान है. बहरहाल, ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ 76 रन बनाने थे. जिसे कंगारुओं ने 1 विकेट के नुकसान पर 78 रन बनाकर हासिल कर लिया. हेड 49 और मार्नस लाबुशेन 28 पर नाबाद रहे जबकि ख्वाजा का एकमात्र विकेट के रुप में शून्य पर आउट हुए. सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की ये पहली जीत थी और इस जीत से कप्तान स्टीव स्मिथ काफी (Steve Smith) खुश दिखे.
हमारी गेंदबाजी शानदार रही
सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को पहली जीत दिलाने के बाद खुश स्टीव स्मिथ (Steve Smith) ने कहा कि,
"टॉस हारकर पहले गेंदबाजी का मौका मिलना हमारे लिए अच्छा रहा. हमारे गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की. नाथन लायन और कुन्हमैन ने शानदार गेंदबाजी की. इन्हें दूसरे गेंदबाजों का भी भरपूर सहयोग मिला. ख्वाजा ने पहली इनिंग में अच्छी बल्लेबाजी की और वो टूर में हमारे लिए अच्छा रहा है. वहीं दूसरे दिन पुजारा ने अच्छी बल्लेबाजी की और हमें लगा की हमें कड़ी मेहनत करनी होगी लेकिन गेंदबाजों ने वापसी कराई और हम जीत गए."
मैंने कप्तानी का लुत्फ उठाया
स्मिथ (Steve Smith) ने कहा कि,
"हम पैट कमिंस के बारे में सोच रहे हैं, जो घर वापस चला गया है, हमारी संवेदनाएं उसके साथ हैं. मैं दुनिया के इस हिस्से में कप्तानी करना पसंद करता हूं क्योंकि मैं परिस्थितियों को अच्छी तरह समझता हूं. यहां कप्तानी करना दुनिया के दूसरे हिस्सों से काफी अलग होता है. यहां हर गेंद पर एक इवेंट होता है. मैंने वास्तव में कप्तानी का लुत्फ उठाया. डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्थान हासिल करने पर हमें वास्तव में गर्व है. उम्मीद है कि हम इसी तरह का प्रदर्शन कर सीरीज ड्रा करा सकते हैं."
2018 के बाद पहली बार की कप्तानी
स्मिथ 2018 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर रहे थे. 2018 में ऑस्ट्रेलिया का कप्तान रहते हुए साउथ अफ्रीका सीरीज के दौरान स्मिथ पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगा था और इसके बाद उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था और कप्तानी पर बैन भी लगाया गया था. इसके बाद से उन्हें कभी ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व करने का मौका नहीं दिया गया. इंदौर टेस्ट से पहले कमिंस को अचानक ऑस्ट्रेलिया जाना पड़ा जिसके बाद स्मिथ (Steve Smith) को कप्तानी मिली और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला कर अपनी काबिलियत एकबार फिर साबित कर दी. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने भारत में अपना पिछला टेस्ट भी स्मिथ की कप्तानी में ही जीता था.