खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद से आईपीएल (IPL) को स्थगित कर दिया गया. आपको बता दें कि आईपीएल को पिछले दो साल से कोरोना से बचाव के लिए बायो बबल में आयोजित किया जा रहा है. पिछले साल यूएई में किया गया था. जहां एक भी बार किसी खिलाड़ी के कोरोना से संक्रमित होने की खबर नहीं आई थी और पूरा सीजन बहुत ही अच्छे से सम्पन्न हो गया था. लेकिन, बायो बबल क्या होता है और इसमें क्या होता है. जिससे सभी खिलाड़ी सुरक्षित रहते हैं. इस बार बायो बबल में ऐसा क्या हो गया कि खिलाड़ी संक्रमित हो गए.
क्या होता है बायो बबल
आईपीएल (IPL) की सभी टीमों को बायो बबल में रखा गया है. बायो बबल एक ऐसा काल्पनिक क्षेत्र होता है जिसमें सभी खिलाड़ियों को एक निश्चित जगह में ही रखा जाता है. जिसमें से खिलाड़ियों को बहार निकलने की अनुमति नहीं होती और वो पूरी तरह से बहरी दुनिया से कटे होते हैं. किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी जाती. सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं बल्कि टूर्नामेंट से जुड़े सभी लोगों को इस ही क्षेत्र में रखा जाता है. जिससे ना तो कोई बाहर निकल सकता है और ना ही कोई अन्दर जा सकता है. बायो बबल हमेशा ऐसी जगह बनाई जाती है, जहां किसी भी बहरी व्यक्ति से सम्पर्क ना हो सके.
बायो बबल तोड़ने की अनुमति नहीं होती
जब कोई आईपीएल (IPL) खिलाड़ी बायो बबल का हिस्सा बन जाता है. उसके बाद से वह खिलाड़ी बायो बबल से बाहर नहीं निकल सकता. अगर किसी कारणवश खिलाड़ी को बबल से बाहर जाना पड़े तो फिर उसे पहले सात दिनों के लिए क्वारनटीन रहना पड़ता है. इसके बाद उस खिलाड़ी की जांच करवाई जाती है. उसके बाद जब उसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तब ही खिलाड़ी को फिर से बायो बबल में जाने की अनुमति मिलती है. बीसीसीआई (BCCI) ने बायो बबल तोड़ने पर सख्ती भी की थी. अगर कोई खिलाड़ी बबल का उल्लंघन करता है तो उस पर कुछ मैचों का प्रतिबन्ध भी लगाया जा सकता है.
आईपीएल (IPL) में कैसे टूटा बायो बबल
आईपीएल (IPL) टीम कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती अपने कंधे का स्कैन करवाने के लिए अस्पताल गए थे. उस वक्त वो बायो बबल से बाहर गए. जिससे बायो बबल टूट गया. इसके बाद उनकी ही टीम के संदीप वारियर भी शायद उनके सम्पर्क में आने के बाद कोरोना संक्रमित हो गए. यही नहीं इस बार टीमों को दी गई जीपीएस ट्रेकिंग डिवाइस भी सही से काम नहीं कर रही थी. खिलाड़ियों को यह डिवाइस अपनी कलाई पर पहननी होती थी. जिससे पता चल सके कि कौन सा खिलाड़ी कहां है. लेकिन, कम्पनी की लापरवाही से यह बायो बबल सफल नहीं हो सका.