R. Sridhar: साल 2014 में बतौर कप्तान करियर की शुरुआत करने वाले विराट कोहली ने भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट में कई उपलब्धियां हासिल करवाई हैं। अनियमित ओवर के इस क्रिकेट में टीम इंडिया ने उनकी अगुवाई में कई सारी सीरीज जीती है। इन्हीं में से एक है भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज, जिसके लिए अफ्रीकी टीम भारत आई थी। इस सीरीज में मेजबान टीम ने शानदार प्रदर्शन कर 3-0 से जीत हासिल की थी। वहीं, अब करीब 7 सालों के बाद उस दौरान टीम के फील्डिंग कोच रहे आर. श्रीधर ने सीरीज के चौथे मुकाबलों का एक मजेदार किस्सा शेयर किया है।
R. Sridhar ने अफ्रीका के खिलाफ 2015 में हुई टेस्ट सीरीज को लेकर किया खुलासा
दरअसल, श्रीधर (R. Sridhar) ने अपनी किताब में साल 2015 में अफ्रीका और भारत के बीच हुई सीरीज का एक किस्सा बताया है। इस साल पहली बार भारत में दो देशों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। जिसमें टीम इंडिया की कमान विराट कोहली (Virat Kohli) के हाथों में थी और फील्डिंग कोच आर. श्रीधर थे। पहला और तीसरा मुकाबला जीतकर मेजबान टीम सीरीज में 2-0 से आगे थी, जबकि दूसरे मैच का निर्णय नहीं निकल सका था। लेकिन जब चौथा मैच के पांचवें दिन का खेल खेला जा रहा था तब श्रीधर को लगा कि अफ्रीकी टीम ये मैच जीत जाएगी। श्रीधर ने अपनी किताब कोचिंग बियोंड में लिख ,
"मैंने भारतीय टीम के साथ अपने कार्यकाल के शुरूआती दिनों में कई सबक सीखे थे। साल 2015 में कोटला में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए आखिरी टेस्ट मुकाबले में टीम का प्रदर्शन बेहद ही शानदार रहा था। सीरीज में हम 2-0 से लीड हासिल कर चुके थे और पांचवे दिन टी ब्रेक तक ऐसा लग रहा था कि अफ्रीका तीसरा मुकाबला जीत सकता है। हाशिम अली और फाफ डु प्लेसिस की मदद से एबी ने डेड ट्रैक पर शानदार प्रदर्शन दिखाया। आखिरी सत्र तक पेटोरियस टीम ने अपनी पांच ही विकेट गंवाई थी। ऐसे में टीम काफी दबाव में थी।"
उस दिन मैं सब भूल गया: R. Sridhar
उन्होंने आगे लिखा कि कोच ने रविचंद्रन अश्विन के साथ उमेश यादव को गेंदबाजी करने के लिए भेजा। पूर्व कोच ने बताया,
"चाय के समय हमने रिवर्स स्विंग पर चर्चा की। यह निर्णय लिया गया कि उमेश यादव अश्विन के साथ गेंदबाजी शुरू करेंगे। साथ ही हमने उसको बताया कि उसे कैसे गेंदबाजी करनी चाहिए।टीम के साथ ये सब बातचीत खत्म होने के बाद मैं कॉमन एरिया में चला गया और वहां जाकर साउथ अफ्रीका एक वीडियो ऐनॉलिस्ट और मेरे खास दोस्त प्रसन्न अगोरम के साथ बातचीत करने लग गया। इस दौरान मेरा समय पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं गया। मैं सेशन शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को फील्ड पर अभ्यास करवाता था लेकिन उस दिन मैं सब भूल गया और अचानक मैंने किसी को जोर से 'श्री भाई, श्री भाई' कहते हुए सुना।"
R. Sridhar से निराश हो गए थे Virat Kohli
श्रीधर ने खुलासा किया कि वह ब्रेक के दौरान खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करवाना भूल गए थे। जिसकी वजह से कपतं कोहली उनसे निराश हो गए थे। उन्होंने खुलासा किया,
"जैसे ही मैंने वो आवाज सुनी तो मैं कुछ सेकंड के लिए फ्रीज हो गया। मैंने अपनी घड़ी में देखा और हैरान रह गया। मैं फील्ड पर जाकर खिलाड़ियों की प्रैक्टिस करवाऊं लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और अंपायर मैदान पर आ गए थे। विराट पीछे मुड़ा और उसने मुझे देख लिया। उसके चेहरे पर कोई भी एक्स्प्रेशन नहीं था, लेकिन उसने अपने हाथ फैला और अपने कंधे उठा दिए। अब ये समझने के लिए बॉडी लैंग्वेज का विशेषज्ञ होने की जरूरत नहीं है कि वह क्या संदेश देना चाह रहा था।"
Virat Kohli का रिएक्शन देखने के बाद R. Sridhar ने बना लिया था इस्तीफा देने का मन
पूर्व फील्डिंग कोच ने कहा कि विराट कोहली का निराश चेहरा देखने के बाद उन्होंने इस्तीफा देने तक का सोच लिया था। श्रीधर ने लिखा,
"हालांकि, चाय के बाद का सत्र बेहद ही शानदार था। उमेश ने कातिलाना गेंदबाजी की। अश्विन ने एबी को बैकवर्ड शॉर्ट लेग पर आउट किया और खेल को पल भर में बदल दिया। लेकिन फिर भी मैं निराश हो गया था क्योंकि मैं अपने कर्तव्य में विफल हो गया था। यह सीरीज का आखिरी सत्र था और मैं अपनी जिम्मेदारी नहीं पूरी कर सका। जब कप्तान ने मुझे निराशा से देखा, तो मेरे दिमाग में पहला विचार आया कि मुझे इस पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। पर मैं आज भी बहुत खुश हूं क्योंकि मैंने हमेशा ऐसे ही काम किया जैसा कि मेरा पहला दिन हो।"
ऐसा रहा था चौथे टेस्ट मुकाबले का हाल
वहीं, अगर इस मुकाबले की बात करें तो भारत ने अपनी पहली पारी में अजिंक्य रहाणे की शतकीय पारी के बूते 334 रनों का स्कोर खड़ा किया। जवाब में अफ्रीकी टीम 121 रन ही बना सकी। इसके बाद दूसरे पारी में टीम इंडिया ने फिर रहाणे के सैंकड़े और विराट की 88 रन के बदौलत 267 रन बनाए और पारी घोषित कर दी। इसके जवाब में पेटोरियस टीम 143 रन बनाने में ही सफल हुई। परिणामस्वरूप, मेजबान टीम की 337 रनों से जीत हुई। अफ्रीका की पहली पारी में जडेजा ने 5 विकेट लिए, जबकि दूसरी में 5 विकेट अश्विन के नाम रहे। हालांकि, सीरीज खत्म होने के बाद रविचंद्रन अश्विन को प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब सौंपा गया।