भारतीय टीम के तेज गेंदबाज हर्षल पटेल (Harshal Patel) ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछले मुकाबले में 3.1 ओवरों में 25 रन देकर 4 महत्तपूर्ण विकेट अपने नाम किए थे. इनके इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया ने इस मुकाबले को 48 रनों से जीत लिया था. वहीं इस सीरीज के शुरूआती दोनों मैचों में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने साधारण प्रदर्शन किया था. जिसकी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा था. इस सीरीज को अपने नाम करने के लिए भारतीय टीम के गेंदबाजों को अच्छी बॉलिंग करनी होगी. वहीं हर्षल पटेल ने अपनी गेंदबाजी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है.
Harshal Patel ने अपनी गेंदबाजी को लेकर कही ये बात
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 17 जून को 5 मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला खेला जाएगा. इस मैच में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. पंत इस मुकाबले को जीत कर सीरीज 2-2 से बराबर करने की पूरी कोशिश करेंगे. वहीं इस सीरीज के चौथे मैच से पहले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज हर्षल पटेल (Harshal Patel) का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने अपनी सफल गेंजबाजी का खुलासा करते हुए कहा कि,
‘ईमानदारी से कहूं तो पिछले दो साल से (आईपीएल में) लोग यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि मैं कैसी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं. गेंदबाज को विरोधी खिलाड़ी जितना अधिक खेलेंगे उतना वे महसूस करेंगे कि गेंदबाज का मजबूत पक्ष और गेंदबाजी का तरीका क्या है.’
'मैं तेज गति को लेकर चिंता नहीं करता'
इन दिनों टीम इंडिया में ऐसे तेज गेंदबाज की एंट्री होने जा रही है जो लगातार 140 की रफ्तार से गेंदबाजी करता है. उस खिलाड़ी का नाम तो आप समझ ही गए होंगे. जी हां, हम बात कर रहे हैं उमरान मलिक की. जिन्होंने अपनी रफ्तार से आईपीएल में कहर बरपाया था.
लेकिन, वह इस सीरीज में अब तक अफ्रीका के खिलाफ अपना डेब्यू नहीं कर सके हैं. लेकिन उनके साथी गेंदबाज हर्षल पटेल (Harshal Patel) ने अपनी गेंदबाजी को लेकर बड़ी प्रतिकिया देते हुए कहा कि वह तेज गति से गेंद फेंकने पर चिंता नहीं करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि,
'मैं गति को लेकर चिंता नहीं करता क्योंकि, मैं उमरान मलिक जितनी तेजी से गेंदबाजी नहीं कर सकता. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को प्रभावी बनाने के लिए मुझे कौशल का विकास करना होगा. मैं कभी तूफानी गेंदबाज नहीं रहा, लेकिन मैं 140 किमी प्रति घंटे के आसपास पहुंच सकता हूं. मेरा ध्यान हमेशा अपने गेंदबाजी कौशल में विकास करने पर होता है और इस दौरान मैं अपनी गेंदबाजी के मजबूत और कमजोर पक्षों पर ध्यान देता हूं'