सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच मुकाबला खेला गया. इस मैच को लखनऊ ने आखिरी गेंद पर अपने नाम किया. वहीं आखिरी गेंद पर लखनऊ को जीत के लिए एक रन की ज़रूरत थी. आख़िरी ओवर डाल रहे हर्षल पटेल ने नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज़ रवि बिश्नोई को मांकड़ आउट करने की कोशिश की जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस विषय पर अब इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (Ben stokes) और मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले (Harsha Bhogle) सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नज़र आए हैं. इसके अलावा बेन स्टोक्स ने बल्लेबाज़ी टीम को पेनेल्टी लगाने की भी बात कही है.
हर्षा भोगले ने किया ट्विट
दरअसल इस मैच में लखनऊ को आखिरी गेंद पर 1 रन चाहिए थें और रवि बिश्नोई एक रन चुराने के चक्कर में पहले ही क्रिज छोड़ चुके थे. जिसके बाद हर्षल ने उन्हें माकंड़ आउट करने की कोशिश की लेकिन वह इस में सफल नहीं हो पाए जिसको लेकर मशहूर कमेंटेटर ने हर्षा भोगले (Harsha Bhogle) ने ट्विट किया है. उन्होंने लिखा
"बिश्नोई अपनी क्रीज छोड़ कर काफी आगे निकल चुके थे. कोई बेवकूफ ही व्यक्ति होगा जो कहेगा की बिश्नोई को आउट नहीं करना चाहिए. हर्षा के इस ट्वीट को बेन स्टोक्स ने भी जवाब दिया और ,साथ में अपना सुझाव भी पेश करते नज़र आएं"
Thought’s Harsha?
— Ben Stokes (@benstokes38) April 10, 2023
Umpires discretion.. 6 penalty runs if obviously trying to gain unfair advantage by leaving crease early?
Would stop batters doing it without all the controversy https://t.co/xjK7Bnw0PS
बेन स्टोक्स ने दिया सुझाव
बेन (Ben stokes) ने अपना सुझाव देते हुए हर्षा भोगले के ट्विट पर पर जवाब देते हुए लिखा कि
"अगर नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज़ क्रीज से जल्दी निकलने की कोशिश करे तो और इसका फायदा उठाए तो बल्लेबाज़ी टीम को 6 रन पेन्लटी को तौर पर लागाना चाहिए. इससे बिना किसी विवाद के बल्लेबाज़ ऐसा काम करना बंद कर देंगे".
हर्षा ने मिलने की जताई इच्छा
वहीं हर्षा (Harsha Bhogle) ने भी बेन स्टोक्स की बात का सर्मथन किया और कहा की "मुझे ये जान कर अच्छा लगा, मैं अगले मैच मैच में चेन्नई में मौजूद रहूंगा आशा करते हूं की आप ठीक होंगे और अगले मैच के लिए फिट होंगे, अगर आपके पास समय है तो हम चेन्नई में मिलेंगे".
बहरहाल सोशल मीडिया पर ये बहस कापी तेज़ी के साथ हो रही है कई एक्सपर्ट अपने अपने सुझाव देते हुए नज़र आ रहे हैं. बता कि साल 1947 में पहला बार वीनू माकड़ ने पहली बार बल्लेबाज़ को नॉन स्ट्राइक पर आउट किया था. जिसके बाद इसे माकड़ आउट कहे जाने लगा.