हरमनप्रीत की माँ ने कहा हमे बेटी पर है गर्व, लेकिन बहन ने कह दिया कुछ ऐसा जिससे नाराज है वीरेंद्र सहवाग
Published - 21 Jul 2017, 01:25 PM

भारत में क्रिकेट एक धर्म की तरह माना जाता हैं और यहाँ पर हर माँ बाप अपने बच्चे को क्रिकेट के खेल में आगे बढ़ाना चाहता हैं और इस वजह से अब वो दिन दूर चले गए जब ये कहावत होती थी कि खेलने कूदने से कोई खराब होगा, बल्कि अब खेल कूद में भी अपने नाम को कमाया जा सकता हैं और कुछ ऐसा ही इस समय भारतीय महिला टीम ने कर दिखाया, जिन्हें कुछ महीनों पहले तक कोई जानता भी नहीं होगा, लेकिन अब जब वे वर्ल्डकप के फाइनल मैच में पहुँच गयीं हैं, तो उनकी चर्चा हर जगह पर हो रही हैं और उसमे भी सेमीफाइनल मैच में अच्छा करने वाली हरमनप्रीत कौर की खास करके क्योकि उनकी पारी की बदौलत टीम ने फाइनल में जगह बना सकी हैं.
सहवाग की तरह बल्लेबाजी करना चाहती हैं
हरमनप्रीत की इस पारी के बाद उनकी बहन हेमजीत कौर ने कहा कि "हरमनप्रीत भारतीय टीम के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग की तरह विस्फोटक बल्लेबाजी और विराट कोहली की तरह मैदान पर आक्रामक रहना चाहती हैं."
हेमजीत ने आगे कहा, कि "बचपन में लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थी, उसकी रन बनाने की भूख कभी खत्म नहीं हुयी जो कि उसके स्ट्राइक रेट में साफ़ तौर पर दिखाई देता हैं. हरमन हमेशा सकरात्मक सोचा रखती थी अपने खेल के प्रति. वह फील्ड में विराट कोहली की तरह अग्रेसिव रहना पसंद करती हैं, जबकि फील्ड से बाहर वह बिल्कुल ही शांत किस्म की हैं. हरमन ने अपने कैरियर के शुरूआती दिनों में सहवाग को अपना आदर्श माना था."
दोहरा शतक मार सकती थी
हेमजीत ने हरमन की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच पर बात करते हुए कहा कि "यदि इस मैच में बारिश का साया नहीं पड़ा होता, तो हरमन जिस तरह से बल्लेबाजी कर रही थी, वह दोहरा शतक भी मार सकती थी. यदि हरमन की कल की इस पारी की तुलना की जाए तो उसकी पारी 1983 में खेले गए वर्ल्डकप में कपिल डेव की 175 रन की पारी की ही तरह थी जो उन्होंने जिम्बाम्बे के खिलाफ खेली थी."
वह काफी मेहनत करती थी शुरू से ही
हरमन की बहन ने आगे कहा कि "जब उसकी उम्र की लड़कियां बिलकुल भी किसी बात की चिंता नहीं करती थी, उस समय हरमन घंटों अभ्यास करती थी और घर के अलावा वह बाहर जाकर अभ्यास करती थी, जिस कारण आज उसके इस खेल के कारण हमें गर्व की अनुभूति हो रहीं हैं."
माँ भी हुयी भावुक
हरमनप्रीत की इस पारी के बाद उनकी माँ भी बेहद भावुक हो गयी और उन्होंने कहा कि "हमारी बेटी ने आज हमें गर्व करने की अनुभूति कराई हैं."
साथ ही उन्होंने कहा कि "हमने अपनी बेटी को उसका सपना पूरा करने की आजादी दी ना कि उन्हें मारने की."
हरमन की माँ ने उसकी इस सफलता का राज उसके पिता को दिया, क्योकि उन्होंने हरमन को आगे बढ़ने में काफी समर्थन दिया और उसे प्रेक्टिस कराने के लिए ग्राउंड पर ले जाते थे, जब वह काफी छोटी थी.
वहीं हरमन के पिता ने अपनी बेटी की इस पारी के बाद काफी खुश दिखे और उन्होंने भारतीय टीम को फाइनल मैच के लिए शुभकामनाएं दी.
वीरेंद्र सहवाग दिखे नाराज:
इन सब के बीच भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग काफी नाराज दिखे, क्योंकि हरमनप्रीत की बहन हेमजीत कौर ने हरमन के इस विस्फोटक पारी के बाद हरमन प्रीत की तुलना वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली के साथ-साथ कपिल देव से कर डाला.
वीरेंद्र सहवाग, हरमनप्रीत की तुलना किसी भारतीय खिलाड़ी या किसी पुरुष खिलाड़ी से करने से इतने नाराज दिखे कि उन्होंने इसे लेकर अपने ट्वीटर अकाउंट से एक ट्वीट किया, जिसमे वीरेंद्र सहवाग ने इस बात पर काफी जोर दिया, कि ना तो वो वीरेंद्र सहवाग की तरह खेली न तो विराट कोहली की तरह वो हरमनप्रीत कौर है और हरमनप्रीत की तरह खेली.
भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, चाहते है, कि लोग हरमनप्रीत कौर को उनके नाम से पहचाने न कि किसी पुरुष खिलाड़ी के नाम से क्योंकि हरमनप्रीत ने अपना नाम बनाने के लिए काफी मेहनत किया है.
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