अम्बेडकर पर की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सामने आया नया विवाद, पंड्या नहीं इन्होने किया था यह ट्वीट
Published - 22 Mar 2018, 12:31 PM

टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या बेवजह की मुसीबत में पड़ गए हैं. दरअसल पांड्या पर संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर के उपर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है. साथ ही राजस्थान कोर्ट ने पांड्या के खिलाफ जोधपुर पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया. आरोप है कि पांड्या ने डॉक्टर भीम राव आंबेडकर के संबंध में आपत्तिजनक ट्वीट किया. लेकिन हकीकत यह है कि ट्वीट पांड्या के ऑफिसियल अकाउंट से नहीं बल्कि उनके पैरोडी अकाउंट से हुआ है.
हार्दिक पंड्या का टि्वटर अकाउंट @hardikpandya7 है वहीं कोर्ट के आदेश में जिस ट्वीट का जिक्र है वह @sirhardik3777 से किया गया है.हालांकि, फेक अकाउंट फिलहाल डीएक्टिवेट या डिलीट कर दिया गया है.
ये है हार्दिक का ऑफिसियल अकाउंट
याचिकाकर्ता डी आर मेघवाल के मुताबिक पांड्या ने 26 दिसंबर 2017 को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक कमेंट किया था, जिसमें आंबेडकर का अपमान किया और उनके समुदाय के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाई. पांड्या ने अपने ट्विटर टाइमलाइन पर पोस्ट किया, 'कौन आंबेडकर??? वही क्या जिसने दोगला कानून और संविधान बनाया या वो जिसने आरक्षण नाम की बीमारी देश में फैलाई.'
इससे अपमानित महसूस करने वाले मेघवाल नाम के शख्स ने हार्दिक के खिलाफ मंगलवार को याचिका दर्ज की. राजस्थान के जालौर जिला में राष्ट्रीय भीम सेना के सदस्य होने का दावा करने वाले मेघवाल ने अपनी शिकायत में कहा कि मशहूर क्रिकेटर पांड्या ने न सिर्फ संविधान और संविधान के निर्माता बल्कि उनके समुदाय के लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई.
क्या होता है पैरोडी अकाउंट
दरअसल ट्वीटर पर मिली हुई आजादी का सोशल मीडिया के कुछ 'क्रिएटिव खुराफाती' ऐसा तड़का लगाते हैं जिसे देखकर कोई भी कनफ्यूज हो सकता है. ट्वीटर पैरोडी अकाउंट ऐसी ही खोज है जिसे आप ट्वीटर का 'जुड़वां' बोल सकते हैं. ये पैरोडी अकाउंट किसी खास शख्स के नाम पर मिलते जुलते नाम से खोले जाते हैं और फिर इनका काम अपने शब्दबाण से भड़ास निकालने का होता है.
इनकी लोकप्रियता को आप फॉलोअर्स और री-ट्वीट की सुनामी के रूप में देख सकते हैं. पैरोडी अकाउंट की महानता देखिये कि सिर्फ इसके ट्रेंड की वजह से ट्विटर को ऑफिशियल रूल पेज बनाना पड़ा है.