WI vs IND: हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज बनाम भारत 5वें टी20 मैच में 88 रनों से जीत अपने नाम कर ली है। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने सीरीज पर 4-1 से कब्जा कर लिया है। रोहित शर्मा की जगह आखिरी मैच में कप्तानी कर रहे हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। भारतीय टीम ने 188 रन बनाए थे।
लिहाजा विंडीज टीम को 189 रन का लक्ष्य मिला था। जिसका पीछा करते हुए मेजबान टीम विंडीज अपने निर्धारित 20 ओवर खेले बिना ही सिर्फ 100 रनों पर सिमट गई। मैच के नतीजे के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
टीम इंडिया ने 88 रनों से जीता 5वां टी20 मैच
WI vs IND सीरीज में पहले से ही 3-1 की अजेय बढ़त बनाने वाली टीम इंडिया ने 5वें मैच के लिए प्लेइंग एलेवन में 4 बदलाव कर दिए थे। जिसके चलते ईशान किशन और श्रेयस अय्यर पारी की शुरुआत करने के लिए मैदान में आए थे। श्रेयस अय्यर ने बतौर सलामी बल्लेबाज 64 रन बनाए, उनका साथ देते हुए दीपक हुड्डा और हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने क्रमश: 38 और 28 रन निजी योगदान देते हुए टीम के स्कोर को 188 तक पहुंचाया।
इस मैच में भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने निर्णायक भूमिका निभाई है। अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई और कुलदीप यादव ने क्रमश: 3, 4 और 3 विकेट अपने खाते में जोड़े हैं। जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने 88 रनों के बड़े मार्जिन से जीत हासिल की है।
Hardik Pandya ने जीत के बाद जताई कप्तान बनने की इच्छा
वेस्टइंडीज के इस पूरे दौरे पर भारत ने मेजबानों को डोमिनेट किया है। पहले वनडे और अब टी20 में भी शानदार जीत के साथ सीरीज को अंजाम देने के बाद आखिरी मैच में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने कहा,
"अपने देश का नेतृत्व करने का मौका मिलना बहुत खास अहसास है। जाहिर है कि मैच जीतना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। कप्तान रोहित ने इस मैच से पहले सब कुछ अच्छा किया, इसलिए मैंने सिर्फ यह सुनिश्चित किया कि हम अच्छा काम करते रहें।"
कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर हार्दिक ने कहा,
"क्यों नहीं? अगर मुझे मौका दिया गया तो मुझे यह करने में बहुत खुशी होगी। लेकिन अभी के लिए, हमारे पास विश्व कप आ रहा है, यह एक टीम के रूप में बेहतर होने के बारे में है। जिस तरह के खिलाड़ी हमारे पास हैं और जो आजादी हमें मिल रही है, यह एक नया भारत है। मैं खिलाड़ियों को स्वतंत्रता के साथ खेलते हुए और असफल होने की चिंता न करते हुए देख सकता हूं। और जब आप ऐसा करते हैं, तो आप विशेष चीजें करते हैं।"