आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटन्स के लिए खेल रहे हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को कप्तान की जिम्मेदारी दी गई है. भारतीय टीम के पूर्व महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अपना आदर्श और बड़ा भाई मानने वाले टीम इंडिया के हरफनमौला क्रिकेटर ने शुरूआती मुकाबलों में यह साबित भी कर दिया है कि उन्हें यह जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई थी. लेकिन, इस सीजन में जीत की हैट्रिक लगाने वाली गुजरात टाइटन्स को चौथे मुकाबले में शिकस्त का सामना करना पड़ा है. पहली हार के बाद ही हार्दिक पांड्या आग बबूला हो उठे हैं.
IPL 2022 से पहले गुजरात टाइटन्स की कप्तानी मिलने के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने कई मरतबा ये बात कही कि उन्होंने एमएस धोनी से कप्तानी के गुर सीखें हैं. लेकिन, पहली हार के बाद ही उनका जो अवतार सामने आया है वो हैरान करने वाला है. जिसके चलते सोशल मीडिया पर भी उनकी जमकर किरकिरी हो रही है. लेकिन, हम उनकी मेजबानी वाले बर्ताव पर नजर डालते हैं तो एक ही मैच में उन्हें विलेन जैसी हरकतें करने पर मजबूर कर रही है.
पहले मैच में हार मिलते ही बौखला गए कप्तान
आईपीएल 2022 में सोमवार की शाम तक एक ही टीम अजेय बढ़त अपने नाम किए हुई थी और वो गुजरात टाइटन्स थी. लेकिन, सोमवार सनराइजर्स हैदराबाद ने इस आंकड़े को बदल दिया और जीत दर्ज करते हुए लगातार अजेय बढ़त हासिल करते हुए आ रही गुजरात का हार से भी सामना करवा दिया. जिसके बाद आईपीएल के 15वें सीजन में अब ऐसी कोई भी टीम नहीं है जिसने मैच गंवाए ना हों. अब बात करें हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की कप्तानी वाली टीम गुजरात टाइटन्स तो आईपीएल 2022 के पहले तीन मुकाबले जीतने वाली इस फ्रेंचाइजी की जमकर तारीफ हो रही थी जिसके पीछे कई वजह थीं.
लेकिन, एक ही हार से कप्तान बौखला गए हैं. शुरूआती 3 मैच में गुजरात ने जीत दर्ज की. इस टीम के प्रदर्शन को देखने के बाद कप्तान की मेजबानी और उनके निर्णय की भी तारीफ की गई. मैदान पर उनका शांत स्वभाव भी दिखाई दे रहा था. मैच की परिस्थितियों के मुताबिक उनके चेहरे पर भी निराशा औऱ खुशी दिखाई दे रही थी जैसा कि हर कप्तान के साथ होता है. लेकिन, एक मैच का नतीजा हाथ से निकलते ही हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) का नया ही तेवर देखने को मिला और बुरी तरह तिलमिला गए.
11 अप्रैल को मैच के दौरान शमी पर भड़के हार्दिक
11 अप्रैल को गुजरात टाइटन्स ने जीत के लिए 162 रनों का लक्ष्य रखा था. जिसके जवाब में उतरी हैदराबाद ने शानदार खेल दिखाया. इसी मैच के दौरान मोहम्मद शमी के आगे गेंद गिरी, लेकिन उन्होंने डाइव नहीं लगाई. उनकी जगह कोई और तेजतर्रार खिलाड़ी होता तो शायद वो उस कैच को लपकने के लिए डाइव लगाता. लेकिन, कप्तान अपने मुख्य गेंदबाज से उम्मीद लगाए थे कि वो डाइव लगाएं. जब शमी ऐसा करने से चूके तो कप्तान का पारी सातवें आसमान पर दिखा और वो बुरी तरह उन पर बिलख पड़े.
इसके बाद अगले ही ओवर में शॉर्ट मिड विकेट पर गेंद और शमी बाउंड्री लाइन पर थे. हैदराबाद के गेंदबाजों ने दो रन चुरा लिए, जो कि अक्सर देखने को मिलता है. क्योंकि बाउंड्री लाइन से दौड़कर तीस गज के दायरे तक आने में वक्त लगता है. लेकिन, हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) 2 रन नहीं देना चाहते थे. इस तरह एक बार फिर से शमी पर उनका गुस्सा फूटते हुए दिखा. उनके इस बर्ताव को देखते हुए फैंस ने सोशल मीडिया पर ही उनकी क्लास लगा दी.
एक कप्तान के लिए ये गुण होने जरूरी
अब सवाल ये उठता है कि सिर्फ एमएस धोनी जैसे दिग्गजों से कप्तानी का गुर सीखने का दावा करने से कुछ नहीं होता बल्कि सिचुएशन को मैदान पर किस तरह से संभाला जाता है और अपने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया जाता है वो भी सीखना बहुत जरूरी है. क्योंकि एक कप्तान बनने के साथ कई चीजों को फेस करना पड़ता है.
इसलिए ऐसा व्यवहार कई खिलाड़ियों के लिए बुरा भी हो सकता है. कप्तान की जिम्मेदारी है कि वो हर वक्त अपने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाए. खिलाड़ियों को किस तरीके से समझाया जाए इसके बारे में भी जानना जरूर है. उम्मीद है कि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) आने वाले मैचों में परिस्थितियों के मुकाबित ढलना सीखेंगे.