NZ vs IND: टी20 विश्वकप 2022 के बाद चारों ओर भारतीय क्रिकेट टीम के नए दौर की शुरुआत होने का शोरगुल था। न्यूज़ीलैंड दौरे पर टी20 सीरीज में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के कप्तान बनने के बाद यह कोलाहल और भी ज्यादा गहराता गया। इस अपेक्षा में कि अब की बार जरूर टीम इंडिया में कुछ बड़े बदलाव होने वाले हैं।
लेकिन सीरीज शुरू होने से लेकर ट्रॉफी उठाने तक दर्शक सिर्फ नए दौर की झलक को ही तरसते रह गए। एक बार फिर ओपनर के द्वारा धीमी शुरुआत, फिर वही सूर्यकुमार यादव की हैरान कर देने वाली पारी और वातावरण की मदद के साथ भारतीय गेंदबाजों के तेवर।
ऐसे में सवाल उठता है कि नए दौर के नाम पर बेचे जाने वाली फिल्म में कब तक पुराने किरदार देखने को मिलते रहेंगे। इसीलिए इस लेख के जरिए हम आपके सामने कुछ ऐसे पॉइंट्स लेकर आए हैं जो सीरीज जीत की आड़ में छुप नहीं सकते हैं।
1. लगातार फ्लॉप होने वाले ऋषभ पंत की टीम में जगह क्यों?
टी20 फॉर्मेट में ऋषभ पंत का लगातार खेलना एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। वनडे और टेस्ट में अविश्वसनीय पारियां खेलने वाला यह खिलाड़ी अभी भी टी20 में अपनी जगह के साथ न्याय नहीं कर पाया है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ उन्हें इस सीरीज में ओपनिंग करने का मौका मिला। जिसे पूरी तरह से गंवाते हुए उन्होंने पहली पारी में 13 गेंदों में 6 रन बनाए और फिर आखिरी मैच में सिर्फ 11 रन का योगदान दे पाए।
मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के चलते ऋषभ पंत को ओपनर की जगह दी गई। लेकिन उसके बावजूद वह उम्मीद के मुताबिक रन बनाने में सक्षम नहीं हुए हैं। हैरानी की बात ये है कि उनकी वजह से शुभमन गिल और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को बाहर बैठना पड़ रहा है। ऋषभ के अबतक के टी20 इंटरनेशनल में आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने 67 मैचों में सिर्फ 974 रन बनाए हैं। वो भी 125 के निराशाजनक स्ट्राइक रेट के साथ, ऐसे में सीधे तौर पर उनकी जगह पर सवाल खड़ा होना लाजमी है।
2. संजू सैमसन और उमरान मलिक को टी20 में मौका कब?
टीम इंडिया का दरवाजा तेजी से खटखटाने वाले खिलाड़ियों में सबसे आगे नाम संजू सैमसन और उमरान मलिक का है। अपनी-अपनी प्रतिभाओं के साथ इन दोनों ही खिलाड़ियों ने प्लेइंग एलेवन में शामिल होने का दावा पेश किया है। लेकिन सिर्फ नजरंदाजी के उन्हें और कुछ हासिल नहीं हुआ है। उमरान मलिक हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे में कहर बरपा आ कर आ रहे हैं।
दूसरी ओर संजू ने साल 2022 में 158 के स्ट्राइक रेट के साथ सिर्फ 6 पारियों में 179 रन बनाए हैं। उनके यह आंकड़े और भी बेहतर हो सकते हैं अगर टीम इंडिया में उन्हें निरंतर मौके दिए जाए। साल 2015 में पदार्पण करने वाले इस खिलाड़ी ने महज 16 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं। जबकि साल 2021 में डेब्यू करने वाले ईशान किशन भारत के लिए 19 टी20 खेल चुके हैं।
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3. T20 वर्ल्ड कप 2024 में भुवनेश्वर कुमार होंगे पहली पसंद?
नए दौर के साथ ही सबसे पहले दिग्गज और लंबे अरसे से अपनी सेवाएं देते आ रहे खिलाड़ियों दरकिनार करने का मामला है। मौजूदा फॉर्म, उम्र और फिटनेस के लिहाज से ईस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम रोहित शर्मा के साथ ही भुवनेश्वर कुमार का भी है। भारतीय टीम प्रबंधन बीते 1 साल से उनके साथ लगातार बना हुआ है।
हालांकि इस बीच उन्होंने प्रदर्शन भी कर दिखाया है, जिसमें से इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वह प्लेयर ऑफ द सीरीज भी घोषित किए गए थे। लेकिन टी20 विश्वकप 2022 के बाद भारत में युवा और भुवी से तेज गेंदबाजों की खेप मौजूद है। जिसमें से भुवनेश्वर के सबसे करीबी रिप्लेसमेंट दीपक चाहर माने जाते हैं, वह गेंद से स्विंग् के साथ ही बल्लेबाजी कौशल में भी उनसे आगे हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या कप्तान हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) टी20 विश्वकप 2022 में भुवनेश्वर के साथ इसी प्रकार बने रहेंगे।
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