भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) की फिरकी सामने बड़े से बड़े धुरंधर बल्लेबाज क्लीन बोल्ड हो जाते थे, लेकिन अब क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद वो सियासी पिच पर तहलका मचाते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने हाल ही में पंजाब क्रिकेट संघ में गैर-कानूनी गतिविधियों को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद क्रिकेट संघ में हलचल सी मच गई है और सियासी ताकते भी इस मामले में सक्रिय होती हुई नजर आ रही है. चलिए जानते हैं. आखिरकार क्या है यह पूरा मामला जिस पर संघ के अध्यक्ष गुलजार इंदर सिंह चहल (Gulzar Inder Singh Chahal) अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ गया.
Harbhajan Singh के बयान से पंजाब क्रिकेट संघ में आया भूचाल
क्रिकेट के मैदान पर मैच का पारा बढ़ाने वाले पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) इन दिनों अपने एक बयान से पंजाब क्रिकेट संघ में भूचाल ला दिया है. दरअसल उन्होंने पंजाब क्रिकेट संघ में गैर-कानूनी गतिविधियों को लेकर आरोप लगाए थे. जिसके बाद अब संघ के अध्यक्ष गुलजार इंदर सिंह चहल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
हालांकि इस पूरे मामले पर गुलजार इंदर ने चुप्पी साधते हुए इसे निजीकारण फैसला करार दिया है. उन्होंने मई में ही पदभार संभालना था. लेकिन हरभजन के आरोपों के बाद उन्होंने पुष्टि भी कर दी है कि उन्होंने अपना पद छोड़ दिया है. इसी के साथ उन्होने पंजाब सरकार भी निशाना साधते हुए कहा कि उन पर पीसीए एपेक्स काउंसिल और पंजाब सरकार का भी पद से हटने का दबाव था.
हरभजन ने पंजाब सरकार को लिखी थी चिट्ठी
हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) पंजाब क्रिकेट संघ यानि PCA के मुख्य सलाहकार भी हैं. उन्होंने क्रिकेट संघ में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए. साथ ही उन्होंने राज्यसभा सांसद इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पीसीए सदस्यों और जिला इकाइयों को एक भेजा था. साथ यह मामला यही नहीं रूका. हरभजन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान को भी पत्र लिखा था. जिसमें चहल की गैर कानूनी गतिविधियों के बारे में अवगत कराया गया.