भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज स्पिनर Harbhajan Singh ने हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत के दौरान बताया है कि 2001 में किस वजह से सौरव गांगुली को कप्तानी से हटाया जा सकता था। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज ने उनकी किस्मत पलटकर रख दी। आइए जानते हैं कि हरभजन सिंह ने उस दौरे को लेकर क्या कुछ खुलासा किया है....
Harbhajan Singh ने 2001 ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज को लेकर किया बड़ा खुलासा
हरभजन ने स्पोटर्सक्रीडा के साथ बातचीत में कहा कि 2001 में अगर भारतीय टीम आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज हार जाती तो सौरव गांगुली को कप्तानी से हटा दिया जाता। उस दौरे का जिक्र करते हुए भज्जी (Harbhajan Singh) ने कहा,
'सौरव गांगुली की वजह से मुझे इस सीरीज में मौका मिला था। सीरीज के बाद मुझे नई पहचान मिली थी। यह सब गांगुली के कारण हो पाया था। अगर भारतीय टीम आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं जीतती तो गांगुली शायद कप्तान नहीं रहते। गांगुली उस सीरीज में मेरे पर भरोसा नहीं दिखाते तो शायद मुझे मौके नहीं मिलते। इस बात में कोई शक नहीं कि सौरव गांगुली ने मेरी मदद की। मैं इसके लिए हमेशा उनका आभारी रहूंगा।'
Harbhajan Singh ने गांगुली की तारीफ में पढ़े कसीदे
हरभजन सिंह ने बातचीत के दौरान पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि लगता है कि सौरव को भगवान ने उनके लिए भेजा है। हरभजन सिंह ने आगे बातचीत करते हुए कहा,
''यह ऐसा है जैसे भगवान ने सौरव गांगुली को मेरे लिए भेजा, 'इस बच्चे का हाथ पकड़े रहो।' उन्होंने मेरा हाथ थाम लिया और मैंने भगवान का हाथ थाम लिया। और मैं अपना काम करता रहा। इस तरह मैंने अपना नाम बनाया और सौरव गांगुली ने भी बड़ी सीरीज जीती, जिससे उन्हें कप्तानी में आगे भी सपोर्ट मिलता रहा।''
कप्तान आपको एक मौका दे सकता है: Harbhajan Singh
हरभजन सिंह इस सीरीज में शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने पहले टेस्ट में केवल चार विकेट लिये। लेकिन दूसरे और तीसरे टेस्ट में वो और खतरनाक साबित हुए। ऐसे में हरभजन ने कहा है कि कप्तान आपको एक बार ही मौका देता है लेकिन आपकी मेहनत होती है जो आपको खास बनाती है। इस बारे में पूर्व क्रिकेटर ने बात करते हुए कहा,
''हां, उन्होंने मेरा साथ दिया। इसमें कोई शक नहीं है। मैं इसके लिए हमेशा आभारी हूं। लेकिन साथ-साथ यह आपका प्रदर्शन है जो आपके करियर को खास बनाता है। कप्तान आपको एक मौका दे सकता है, जो गांगुली ने मुझे सही समय पर दिया। मेरे लिए यह मुश्किल दौर था। उसके बाद यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह कैसा प्रदर्शन करता है।''
Harbhajan Singh ने कोलकाता में ली थी हैट्रिक
बता दें कि हरभजन सिंह ने अपने दूसरे टेस्ट मैच में ही अपनी पहली हैट्रिक ले ली थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई इस टेस्ट सीरीज में भज्जी का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। हरभजन ने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न को लगातार गेंद पर आउट किया। उन्होंने एक पारी में 7 और दूसरी पारी में भी छह विकेट हासिल किए थे। भारत ने यह टेस्ट मैच 171 रन ने जीता था।